Champions Trophy 2025, SA vs NZ: लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का दूसरा सेमीफाइनल खेला जाएगा। यह मुकाबला रोमांचक होने की पूरी उम्मीद है, क्योंकि दोनों टीमें अपने-अपने दमदार प्रदर्शन के दम पर इस मुकाम तक पहुंची हैं। टेम्बा बावुमा की कप्तानी वाली साउथ अफ्रीका टीम इस टूर्नामेंट में अब तक अपराजेय रही है।
अफगानिस्तान और इंग्लैंड के खिलाफ धमाकेदार जीत दर्ज कर उन्होंने सेमीफाइनल में एंट्री मारी है। दूसरी तरफ, न्यूजीलैंड ने अपने शुरुआती दोनों ग्रुप मैच जीतने के बाद भारत के खिलाफ हार का सामना किया था। आइए जानते हैं साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच दूसरे सेमीफाइनल मैच में किन खिलाड़ियों पर नजरें रहने वाली हैं।
गद्दाफी स्टेडियम में किन खिलाड़ियों पर होंगी नजरें?
रचिन रविंद्र (न्यूजीलैंड)

न्यूजीलैंड के युवा ओपनर रचिन रविंद्र को फ्लैट ट्रैक पर बल्लेबाजी करना काफी पसंद है। उन्होंने इस टूर्नामेंट में बांग्लादेश के खिलाफ शानदार शतक जमाया था। अगर वह शुरुआती ओवरों में टिक गए, तो साउथ अफ्रीका के लिए मुश्किलें बढ़ा सकते हैं।
रस्सी वैन डेर डुस्सेन (साउथ अफ्रीका)

साउथ अफ्रीका के मध्यक्रम के स्टार बल्लेबाज रस्सी वैन डेर डुस्सेन इस टूर्नामेंट में शानदार लय में नजर आए हैं। उन्होंने अब तक 124 रन बनाए हैं और उनका स्ट्राइक रेट 93.23 का रहा है। उनकी फॉर्म को देखते हुए न्यूजीलैंड के गेंदबाजों को सावधान रहना होगा।
मैट हेनरी (न्यूजीलैंड)

न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज मैट हेनरी जबरदस्त फॉर्म में हैं। उन्होंने सिर्फ तीन मैचों में 8 विकेट चटकाए हैं। उनकी स्क्रैम्बल-सीम गेंदबाजी बल्लेबाजों को परेशान कर सकती है, खासतौर पर मिडिल और डेथ ओवर्स में।
अन्य अहम खिलाड़ी:
इसके अलावा कगिसो रबाडा, हेनरिक क्लासेन, ग्लेन फिलिप्स और डेरिल मिचेल भी मैच का रुख बदल सकते हैं। इन सभी की हालिया फॉर्म शानदार रही है, जिससे यह मुकाबला और भी रोमांचक होने की उम्मीद है।
पिच रिपोर्ट और आंकड़े
गद्दाफी स्टेडियम की पिच इस चैंपियंस ट्रॉफी में बल्लेबाजों के लिए काफी अनुकूल रही है। यहां अब तक खेले गए 76 मैचों में से 38 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती है, जबकि 36 बार लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने बाजी मारी है।
गर्मी के मौसम को देखते हुए तेज गेंदबाजों को यहां सीम और स्विंग से ज्यादा मदद मिलने की संभावना नहीं है। उन्हें लेंथ में बदलाव और हार्ड लेंथ पर गेंदबाजी करनी होगी। वहीं, स्पिनर्स को खासतौर पर दूसरी पारी में टर्न मिलने की उम्मीद है। टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करने का फैसला ले सकती है, ताकि बाद में बेहतर बल्लेबाजी कंडीशंस का फायदा उठाया जा सके।
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