Ian Bishop Jokes About Commentators Being ‘Pro-CSK’: IPL 2025 में जहां मैदान पर टीमें जमकर भिड़ रही हैं, वहीं कमेंट्री बॉक्स में भी हल्की-फुल्की नोकझोंक देखने को मिल रही है। वेस्टइंडीज के पूर्व दिग्गज गेंदबाज़ इयान बिशप ने हाल ही में एक मज़ेदार टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने कुछ साथी कमेंटेटर्स को ‘प्रो-CSK’ यानी चेन्नई सुपर किंग्स के पक्ष में झुका हुआ बताया।
बिशप ने यह बात मज़ाकिया अंदाज़ में कही, लेकिन इसमें छिपे संकेतों ने सोशल मीडिया पर भी चर्चा बटोरी। उनका इशारा खासतौर पर अंबाती रायडू, मैथ्यू हेडन और शेन वॉटसन की ओर था, जो कभी चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा रहे हैं और अब कमेंट्री टीम का हिस्सा हैं।
“CSK के लोग हैं, उनका रिश्ता कभी नहीं टूटता”
ESPN Cricinfo पर बातचीत के दौरान बिशप ने कहा, “CSK वाले लोग, अंबाती रायडू, मैथ्यू हेडन, शेन वॉटसन, ये सब बहुत ज़्यादा प्रो-CSK हैं। जब तक कमरे से CSK के लोग बाहर नहीं निकलते, तब तक वो मानते ही नहीं कि टीम में कुछ गलत हो रहा है। लेकिन मैं समझता हूं कि ये टीम उनके लिए कितनी खास है। उनका रिश्ता उस नाल (umbilical cord) जैसा है जो कभी कटता ही नहीं।”
इस कमेंट को अंबाती रायडू ने बेहद सहजता से लिया और स्वीकार करते हुए जवाब दिया, “हां, हम हैं और हम इसके लिए माफी नहीं मांगते।”
इस मज़ाकिया बातचीत ने क्रिकेट फैंस के बीच हलचल मचा दी है। कई लोगों का मानना है कि CSK के पूर्व खिलाड़ियों की राय में थोड़ा पक्षपात ज़रूर झलकता है, जबकि कुछ इसे ‘नैचुरल लगाव’ बता रहे हैं।
मैदान पर संघर्ष कर रही है चेन्नई की टीम
जहां कमेंट्री बॉक्स में CSK को लेकर प्यार नजर आता है, वहीं मैदान पर टीम का प्रदर्शन इस सीज़न अब तक निराशाजनक रहा है। चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने शुरुआती चार मैचों में से सिर्फ एक मुकाबला ही जीता है।
हाल ही में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ खेले गए मैच में टीम को 24 रनों से हार झेलनी पड़ी। चेपॉक जैसे घरेलू मैदान पर मिली इस हार ने टीम की रणनीति और आत्मविश्वास दोनों पर असर डाला है।
रुतुराज गायकवाड़ ने माना पॉवरप्ले में हो रही बड़ी चूक
मैच के बाद कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने स्वीकार किया कि टीम कई विभागों में पिछड़ रही है। खासतौर पर पॉवरप्ले में या तो गेंदबाज़ ज़्यादा रन लुटा रहे हैं या बल्लेबाज़ शुरुआत में जल्दी विकेट गंवा रहे हैं।
गायकवाड़ ने कहा, “पिछले कुछ मैचों में चीज़ें हमारे पक्ष में नहीं जा रही हैं। हम मेहनत कर रहे हैं, लेकिन नतीजे नहीं मिल रहे। पॉवरप्ले में हम या तो अतिरिक्त रन दे रहे हैं या ज़रूरत से ज़्यादा विकेट खो रहे हैं। गेंदबाज़ शुरुआत में थोड़े ज़्यादा सतर्क या चिंतित हैं और बल्लेबाज़ों की सोच में भी ज़रूरत से ज़्यादा दबाव नजर आता है।”
उन्होंने यह भी कहा कि टीम अब भी पॉजिटिव रहने की कोशिश कर रही है, लेकिन अब सुधार में देर नहीं होनी चाहिए।
फैंस को चाहिए नतीजे, न कि पुरानी यादें
चेन्नई सुपर किंग्स के साथ फैंस का भावनात्मक जुड़ाव किसी से छिपा नहीं है। लेकिन IPL जैसी प्रतियोगिता में भावनाएं नहीं, फॉर्म और प्रदर्शन मायने रखते हैं। एक ओर कमेंटेटर्स टीम की पुरानी यादों में खोए रहते हैं, वहीं फैंस वर्तमान में जीत की उम्मीद लगाकर बैठते हैं।
ऐसे में कमेंट्री में संतुलन बनाए रखना भी जरूरी है, ताकि दर्शकों को निष्पक्ष विश्लेषण मिल सके। बिशप का यह मज़ाकिया तंज शायद इसी ओर इशारा था – जहां टीम से जुड़ा लगाव हो, लेकिन प्रोफेशनल आलोचना और तारीफ का संतुलन भी बरकरार रहे।
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