IPL में चेन्नई सुपर किंग्स को हराना किसी भी टीम के लिए आसान नहीं होता, लेकिन पंजाब किंग्स ने पिछले कुछ सीजन में इस चुनौती को काफी हद तक आसान बना दिया है। जब भी पंजाब की टीम चेन्नई के खिलाफ मैदान में उतरी है, उन्होंने येलो आर्मी पर दबदबा दिखाया है। परिणामस्वरूप, उनके बीच की राइवलरी अब एकतरफा होती जा रही है।
IPL 2025 में खेले गए हालिया मुकाबले में पंजाब किंग्स ने एक बार फिर अपनी मजबूती का प्रदर्शन किया और चेन्नई सुपर किंग्स को 18 रनों से हरा दिया। यह मुकाबला मुल्लांपुर के मैदान पर खेला गया था और इसमें पंजाब के युवा बल्लेबाज प्रियांश आर्य ने 42 गेंदों में 103 रनों की विस्फोटक पारी खेलकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। इसके अलावा शशांक सिंह ने भी उपयोगी अर्धशतक लगाकर स्कोर को 219/5 तक पहुँचाया।
CSK के खिलाफ पिछले सात मुकाबलों में से छह में पंजाब किंग्स ने हासिल की जीत
पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ जो दबदबा कायम किया है, वह सिर्फ एक-दो मुकाबलों की बात नहीं है। पिछले सात मैचों पर नजर डालें तो पंजाब ने इनमें से छह मुकाबले जीत लिए हैं, जबकि चेन्नई को केवल एक ही बार जीत नसीब हुई है। यह एकमात्र जीत चेन्नई को अपने घरेलू मैदान चेपॉक में मिली थी, जो पिछले सीजन दर्ज हुई थी।
पंजाब की इन जीतों में कई बार उन्होंने बड़े लक्ष्य का पीछा किया है और कई बार पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मुकाबले पर पूरा नियंत्रण बनाए रखा है। इससे यह साफ होता है कि टीम न केवल रणनीति के मामले में बेहतर साबित हुई है, बल्कि मैदान पर भी दबाव झेलने की क्षमता दिखा रही है।
चेन्नई की रणनीति और अनुभवी खिलाड़ी हुए फेल
चेन्नई सुपर किंग्स की खासियत उनके अनुभवी खिलाड़ियों और मजबूत टीम संतुलन में रही है, लेकिन पंजाब के खिलाफ खेले गए इन मुकाबलों में उनकी यही ताकत कमजोर साबित हुई है। टीम के कई अनुभवी बल्लेबाज़ और गेंदबाज़ पंजाब की रणनीति के सामने असहाय नजर आए हैं।
एमएस धोनी जैसे अनुभवी खिलाड़ी के होते हुए भी चेन्नई बार-बार पंजाब के खिलाफ पिछड़ती रही है। मैच के दबाव में चेन्नई की रणनीति कमजोर साबित होती रही है और कई मौकों पर फील्डिंग और बॉलिंग में गलत फैसले टीम की हार की वजह बने हैं।
पंजाब की नई सोच और आक्रामकता बना रही है अंतर
इस सीजन में पंजाब किंग्स की कप्तानी श्रेयस अय्यर के हाथों में है और कोच की भूमिका में रिकी पोंटिंग जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। दोनों की जोड़ी ने टीम में एक नई सोच और आक्रामकता का संचार किया है। परिणामस्वरूप, IPL 2025 में पंजाब किंग्स ने अब तक खेले गए पाँच में से चार मुकाबले जीत लिए हैं।
टीम में युवा खिलाड़ियों को मौका देने और आक्रामक बल्लेबाज़ी के साथ मैच को जल्दी अपने पक्ष में करने की रणनीति सफल साबित हो रही है। प्रियांश आर्य जैसे अनकैप्ड खिलाड़ी का शतक इसी सोच का उदाहरण है, जो बताता है कि टीम अब किसी भी विरोधी को हल्के में नहीं ले रही है।
चेन्नई सुपर किंग्स को चाहिए रणनीतिक बदलाव
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए मौजूदा सीजन अब तक निराशाजनक रहा है। उन्होंने अब तक पाँच मुकाबले खेले हैं जिनमें से चार में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। टीम के कई खिलाड़ी फॉर्म से बाहर हैं और जीत की पटरी पर लौटने के लिए उन्हें मजबूत रणनीति और कुछ साहसिक बदलाव करने की ज़रूरत है।
IPL इतिहास की सबसे सफल टीमों में शामिल चेन्नई को अगर अपनी पुरानी पहचान को बरकरार रखना है तो पंजाब जैसी नई सोच वाली टीमों के खिलाफ खुद को फिर से स्थापित करना होगा। नहीं तो यह सिलसिला चेन्नई के लिए और अधिक परेशानी खड़ी कर सकता है।
अंततः, पंजाब किंग्स ने IPL में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। पिछले सात में से छह मुकाबलों में जीत इस बात का प्रमाण है कि अब यह मुकाबला एकतरफा होता जा रहा है। जहां पंजाब नई सोच, युवा खिलाड़ियों और आक्रामक रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है, वहीं चेन्नई को अपनी पुरानी प्रतिष्ठा को बचाए रखने के लिए नए तरीके अपनाने की जरूरत है। अगर मौजूदा ट्रेंड यूं ही चलता रहा तो आने वाले सीजन में भी पंजाब का पलड़ा भारी रह सकता है।
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