मुंबई इंडियंस (MI) ने IPL 2025 में भले ही शुरुआत धीमी की हो, लेकिन अब जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ रहा है, टीम ने घरेलू मैदान पर अपनी पकड़ मज़बूत कर ली है। SRH के खिलाफ हालिया मुकाबले में मुंबई ने न सिर्फ बाज़ी मारी, बल्कि यह भी साबित किया कि वानखेड़े पर उनकी योजना कितनी असरदार है। खासतौर पर गेंदबाज़ों की लेंथ और पिच की खासियत का जिस तरह से उन्होंने फायदा उठाया, उसने एक बार फिर दिखा दिया कि घरेलू पिच पर उनकी रणनीति बाकी टीमों से एक कदम आगे है।
2023 से घरेलू मैदान पर सबसे सफल टीम
भले ही 2023 से मुंबई इंडियंस की कुल जीत प्रतिशत कमजोर रही हो, लेकिन घरेलू मैचों में उनका रिकॉर्ड सबसे शानदार है। इस अवधि में उन्होंने अपने घरेलू मैदान पर 58.8% मुकाबले जीते हैं, जो किसी भी टीम से बेहतर है। चेन्नई सुपर किंग्स (57.8%) और गुजरात टाइटंस (55.5%) ही ऐसी टीमें हैं जिन्होंने घरेलू मैदान पर 50% से ज़्यादा मुकाबले जीते हैं।
2023-24 में जहां मुंबई की ताकत उनकी बल्लेबाज़ी थी, वहीं इस बार गेंदबाज़ों की योजना ने टीम को मजबूती दी है। SRH के खिलाफ खेले गए मैच में इसका शानदार उदाहरण देखने को मिला।
पिच नंबर 6 पर MI ने SRH के लिए बिछाया गया जाल
यह मैच वानखेड़े की उसी पिच पर खेला गया था जहां इसी सीज़न में मुंबई ने कोलकाता को 116 रन पर समेट दिया था। पिछले साल भी इसी पिच पर KKR ने मुंबई के खिलाफ 169 रन का टारगेट डिफेंड किया था, जो 2023 के बाद से वानखेड़े पर बचाया गया इकलौता 200 से कम स्कोर है। जब SRH जैसी अटैकिंग टीम सामने हो, तो ऐसी धीमी और चिपचिपी पिच पर टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करना किसी वरदान से कम नहीं था।
मुंबई के गेंदबाज़ों ने लेंथ से जीता खेल
मुंबई के सीमरों ने पारंपरिक ‘गुड लेंथ’ को छोड़कर या तो फुल गेंदें डालीं या फिर शॉर्ट लेंथ के आसपास रहे। कुल मिलाकर उनकी 64% गेंदें ‘लेंथ’ के दोनों तरफ डाली गईं और जब ‘गुड लेंथ’ की गेंद डाली गई, तो वे भी स्लोअर डिलीवरी रहीं। ट्रेंट बोल्ट ने 43 फुल गेंदें डालीं जिनसे 66 रन बने और 2 विकेट मिले, जबकि जसप्रीत बुमराह ने लेंथ और यॉर्कर के बीच संतुलन बनाते हुए 35 लेंथ गेंदों पर सिर्फ 47 रन दिए और कोई विकेट नहीं मिला। हार्दिक पंड्या ने 19 शॉर्ट गेंदों पर 19 रन दिए और एक विकेट लिया।
वहीं SRH के सीमर्स ने 17 फुल गेंदों पर 16 रन देकर 3 विकेट झटके, लेकिन उनकी 48 लेंथ गेंदों पर 68 रन खर्च हो गए और सिर्फ 2 विकेट मिले। शॉर्ट लेंथ पर SRH के गेंदबाज़ों ने 19 गेंदों में 35 रन दिए और उन्हें सिर्फ एक विकेट मिला।
मुंबई के गेंदबाज़ों ने 30 स्लोअर डिलीवरीज़ डालीं जिनसे सिर्फ 36 रन बने और एक विकेट मिला। वहीं SRH के स्लोअर बॉलर्स ने 33 गेंदों में 60 रन खर्च किए और 3 विकेट लिए, लेकिन वो असरदार नहीं दिखे।
SRH की बल्लेबाज़ी रही फिसड्डी
SRH के टॉप चार बल्लेबाज़ों में से तीन खिलाड़ी रन-ए-बॉल से भी धीमी गति से रन बना सके। हेनरिक क्लासेन की स्ट्राइक रेट 100 के पार तब गई जब वह 24 गेंदें खेल चुके थे। पहली 15 फुल टॉस गेंदों पर SRH के बल्लेबाज़ सिर्फ 20 रन बना सके, जो उनकी टाइमिंग की कमी को साफ दिखाता है।
SRH की घर के बाहर खराब फॉर्म जारी
यह SRH की घर से बाहर पिछले 8 मैचों में सातवीं हार थी। वहीं मुंबई इंडियंस ने धीमी शुरुआत के बाद अपनी घरेलू ताकत को फिर से उभारा है। इस जीत ने उनके आत्मविश्वास को तो बढ़ाया ही, साथ ही यह भी दिखाया कि कैसे स्मार्ट रणनीति और सही पिच चयन किसी भी मजबूत बल्लेबाज़ी लाइनअप को फंसा सकती है।
स्पोर्ट्स से जुड़ी ताजा खबरों के लिए Sports Digest Hindi के साथ जुड़े रहें और हमें यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, और ट्विटर (X) पर भी फॉलो करें।