वनडे क्रिकेट इतिहास में अब तक केवल तीन ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने दो अलग-अलग देशों की ओर से शतक जड़कर एक अनोखा कीर्तिमान स्थापित किया है। ये खिलाड़ी हैं एड जॉयस, ऑयन मॉर्गन और मार्क चैपमैन। इन तीनों ने न सिर्फ देशों की सीमाओं को पार किया, बल्कि बल्ले से भी नया इतिहास रच डाला।
एड जॉयस ने इंग्लैंड और आयरलैंड

एड जॉयस ने 2007 में इंग्लैंड के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 107 रनों की पारी खेलकर वनडे शतक का खाता खोला। इसके बाद उन्होंने आयरलैंड की ओर रुख किया और पांच शानदार शतक जड़े। इनमें 2016 में अफगानिस्तान के खिलाफ नाबाद 160 रनों की पारी सबसे यादगार रही। इस तरह जॉयस ने कुल 6 वनडे शतक लगाए हैं, 1 इंग्लैंड और 5 आयरलैंड के लिए।
ऑयन मॉर्गन ने किया आयरलैंड से इंग्लैंड तक
ऑयन मॉर्गन ने 2007 में आयरलैंड के लिए कनाडा के खिलाफ 115 रन बनाकर वनडे करियर का आगाज़ किया। इंग्लैंड के लिए खेलने के बाद उनका बल्ला और भी ज्यादा चला। उन्होंने इंग्लैंड के लिए कुल 13 शतक ठोके। 2019 वर्ल्ड कप में अफगानिस्तान के खिलाफ 148 रनों की विस्फोटक पारी उनके करियर की सबसे बड़ी वनडे पारी रही। मॉर्गन का कुल शतक आंकड़ा 14 पहुंचा।
मार्क चैपमैन ने हांगकांग से की शुरुआत, न्यूज़ीलैंड तक पहुंचा बल्ला
मार्क चैपमैन ने 2015 में हांगकांग के लिए यूएई के खिलाफ 124* रन बनाकर अपने वनडे करियर की शानदार शुरुआत की। 2016 में स्कॉटलैंड के खिलाफ भी उन्होंने शतक जड़ा। बाद में उन्होंने न्यूज़ीलैंड के लिए खेलना शुरू किया और 2024 में पाकिस्तान के खिलाफ 100 रनों की पारी खेलते हुए तीसरे ऐसे खिलाड़ी बने जिन्होंने दो देशों के लिए वनडे शतक जड़ा।
क्रिकेट में सीमाएं नहीं, हुनर की पहचान है अहम
इन तीनों खिलाड़ियों ने यह साबित कर दिया है कि क्रिकेट एक ग्लोबल खेल है और प्रतिभा किसी एक देश तक सीमित नहीं होती। दो अलग-अलग देशों के लिए शतक बनाना सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, बल्कि एक अद्वितीय उपलब्धि है जो इन खिलाड़ियों को क्रिकेट इतिहास में हमेशा के लिए खास बनाती है।
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