Mansukh Mandaviya: देश के खेल क्षेत्र को मजबूत करने के लिए केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने दो बड़ी पहलों का उद्घाटन किया है। इन दोनों में नेशनल सेंटर फॉर स्पोर्ट्स साइंस एंड रिसर्च (एनसीएसएसआर) में “रिटर्न टू स्पोर्ट्स सेल” और डिजिलॉकर के जरिए खेल प्रमाणपत्रों की डिजिटल सुविधा शामिल है। क्यूंकि इन दोनों ही पहलों का मकसद केवल साल 2036 ओलंपिक के लिए भारत को तैयार करना है।
खेलमंत्री मांडविया ने दिया बयान :-
भारत के खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि, “भारत की मौजूदा सरकार देश के खेल क्षेत्र को तेजी से आगे बढ़ाने का काम कर रही है। क्यूंकि डिजिलॉकर के जरिए अब खिलाड़ियों को उनके प्रमाणपत्र डिजिटल रूप में आसानी से मिल जाएंगे।

इसके चलते हुए सभी प्रशासनिक काम तेज हो जाएंगे और सभी खिलाड़ियों को समय पर आर्थिक मदद सकेगी।” इसके बाद उन्होंने कहा कि, “इससे खेलों में पारदर्शिता बढ़ेगी और खेल फेडरेशनों में गड़बड़ी नहीं हो सकेगी। इसके चलते हुए सभी फेडरेशन की जवाबदेही भी सुनिश्चित हो जाएगी।”
खेल फेडरेशन के साथ होगी कॉर्पोरेट साझेदारी :-
इसके आगे भारतीय खेलमंत्री ने बताया कि अब प्रत्येक खेल फेडरेशन के साथ कॉर्पोरेट साझेदारी की जा रही है। जिससे संसाधनों की कमी न हो और काम की गति को बढ़ाया जा सके। इसके अलावा उन्होंने कहा कि अब हर खेल के लिए अलग-अलग ओलंपिक ट्रेनिंग सेंटर भी बनाए जाएंगे। इसके आगे उन्होंने कहा कि, “मैंने दुनिया के कई देशों के खेल मॉडल का अध्ययन किया है। इसके बाद अब हम भारत में भी वैसी ही व्यवस्था लागू करने की दिशा में काम कर रहे हैं।”

इसके बाद उन्होंने जोर देकर कहा कि सभी खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय कोचिंग और सुविधाएं देना सरकार की जिम्मेदारी है। वहीं इसके लिए खिलाड़ी, खेल फेडरेशन और सरकार को एकजुट होकर काम करना होगा। इनमें से एक पहल “रिटर्न टू स्पोर्ट्स सेल” का मकसद सभी चोटिल खिलाड़ियों को जल्दी ठीक करने और उन्हें खेल में वापस लाने में मदद करना है। अब यह सेल सभी खिलाड़ियों की रिकवरी और फिटनेस पर वैज्ञानिक तरीके से काम करेगा।

इसके बाद उन्होंने कहा कि इस समय भारत का लक्ष्य साल 2036 ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करना है। तभी तो अभी से ही इसके लिए मजबूत नींव तैयार की जा रही है। वहीं अब डिजिटल प्रमाणपत्रों की शुरुआत से सभी खिलाड़ियों को कागजी कार्रवाई के झंझट से छुटकारा मिलेगा और वे अपने प्रशिक्षण पर ज्यादा ध्यान दे सकेंगे। क्यूंकि इन सभी पहलों की खेल जगत में खूब सराहना हो रही है। इस बीच सभी खेल विशेषज्ञों का मानना है कि कॉर्पोरेट साझेदारी और डिजिटल सुविधाएं भारत के खेल ढांचे को और मजबूत करेंगी। इसके आगे उन्होंने खिलाड़ियों से अपील की है कि वे सभी कड़ी मेहनत करें और देश का नाम रोशन करें। इस दौरान सरकार उनकी हर जरूरत को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
स्पोर्ट्स से जुड़ी ताजा खबरों के लिए Sports Digest Hindi के साथ जुड़े रहें और हमें यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, और ट्विटर (X) पर भी फॉलो करें।