Wednesday, July 30

भारत की युवा चेस खिलाड़ी दिव्या देशमुख ने FIDE वीमेंस वर्ल्ड कप 2025 जीतकर एक ऐसा इतिहास रच दिया, जिसे आने वाले सालों तक याद रखा जाएगा। महज 19 साल की उम्र में दिव्या यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गईं।

देशमुख की यह जीत अपने आप में खास थी, लेकिन इसे एक उपलब्धि ने और भी खास बना दिया। दरअसल, उन्हें इस मैच के बाद सीधे ग्रैंडमास्टर का टाइटल भी मिला। इसी के साथ वह भारत की मात्र चौथी महिला ग्रैंडमास्टर भी बन गईं।

मैच के बाद भावुक दिव्या ने कहा, “मुझे इस जीत को समझने के लिए थोड़ा वक्त चाहिए। मुझे लगता है कि यह किस्मत थी कि मुझे ग्रैंडमास्टर बनने का मौका इसी तरह मिला। मेरे पास एक भी नॉर्म नहीं था और मैं सोचती थी कि पहला नॉर्म कब मिलेगा, लेकिन अब मैं ग्रैंडमास्टर बन चुकी हूं।”

दिव्या ने तीन हफ्तों में हासिल की तीन बड़ी उपलब्धियां

दिव्या देशमुख के लिए FIDE वीमेंस वर्ल्ड कप 2025 का टूर्नामेंट किसी सपने से कम नहीं रहा। उन्होंने करीब तीन हफ्तों के अंदर तीन ऐसी उपलब्धियां हासिल कर लीं, जिनके लिए कई खिलाड़ी कई सालों तक मेहनत करते हैं। उन्होंने पिछले तीन हफ्तों में वर्ल्ड कप का खिताब जीता, कैंडिडेट्स टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया और सबसे अहम ग्रैंडमास्टर टाइटल भी अपने नाम किया।

बता दें कि, आमतौर पर ग्रैंडमास्टर बनने के लिए एक खिलाड़ी को FIDE द्वारा मान्यता प्राप्त टूर्नामेंट्स में तीन GM नॉर्म्स और 2500 Elo रेटिंग की जरूरत होती है। लेकिन अगर खिलाड़ी कुछ खास टूर्नामेंट्स में खिताब जीतता है, तो उसे सीधे ही यह टाइटल मिल सकता है। FIDE वीमेंस वर्ल्ड कप भी उन्हीं खास टूर्नामेंट्स में से एक है, जिसका खिताब जीतने वाले खिलाड़ी को सीधे ग्रैंडमास्टर का टाइटल मिलता है। यही वजह है कि दिव्या को यह उपलब्धि हासिल हुई।

भारत की दिग्गज कोनेरु हंपी को हराकर जीता वर्ल्ड कप

FIDE वीमेंस वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में दिव्या का सामना भारत की दिग्गज खिलाड़ी कोनेरु हंपी से हुआ था, जो खुद एक ग्रैंडमास्टर हैं। इस मुकाबले में दोनों क्लासिकल मैच ड्रॉ रहे, जिसके बाद फैसला टाईब्रेक में हुआ। यहां दिव्या ने ब्लैक पीसेज़ से शानदार खेल दिखाते हुए मैच अपने नाम कर लिया।

बता दें कि, कोनेरु हंपी न सिर्फ दुनिया की नंबर 5 महिला खिलाड़ी हैं, बल्कि दो बार की वर्ल्ड रैपिड चैंपियन भी हैं। वहीं दिव्या, इस टूर्नामेंट में 18वीं वरीयता प्राप्त खिलाड़ी थीं। ऐसे में यह जीत सिर्फ एक व्यक्तिगत सफलता ही नहीं थी, बल्कि यह भी दिखाती है कि दिव्या अब दुनिया की टॉप खिलाड़ियों के सामने मजबूती से खड़ी हो चुकी हैं।

वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद मां के साथ मनाया जश्न

इस ऐतिहासिक जीत के बाद का पल जितना खास था, उतना ही भावुक भी था। दिव्या की मां, जो एक डॉक्टर हैं, इस मैच के दौरान स्टेडियम में मौजूद थीं। जैसे ही दिव्या ने जीत दर्ज की, वह खुद को रोक नहीं पाईं और मां से लिपटकर भावुक हो गईं।

मैच के बाद उन्होंने कहा, “अभी कुछ भी बोलना मेरे लिए थोड़ा मुश्किल है। ये जीत मेरे लिए बहुत मायने रखती है, लेकिन मुझे पता है कि सफर अभी लंबा है। मैं बस यही उम्मीद करती हूं कि ये सिर्फ एक शुरुआत हो।”

दिव्या बनीं भारत की चौथी महिला ग्रैंडमास्टर

FIDE वर्ल्ड कप 2025 की इस जीत के साथ दिव्या देशमुख ग्रैंडमास्टर का टाइटल पाने वाली भारत की चौथी महिला खिलाड़ी बन गईं। उनसे पहले यह उपलब्धि कोनेरु हंपी, द्रोणावल्ली हरिका और आर. वैशाली के नाम रही है।

गौरतलब हो कि, इस वर्ल्ड कप से से पहले भी दिव्या का प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने पिछले साल वर्ल्ड जूनियर चैंपियनशिप जीती थी और चेस ओलंपियाड में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने में भी अहम भूमिका निभाई थी। हालांकि, वहां भारत टॉप सीड था, लेकिन फिर भी उन्होंने अपनी भूमिका बखूबी निभाई।

भारतीय महिला खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन

इस बार FIDE वर्ल्ड कप 2025 में सिर्फ दिव्या ही नहीं, बल्कि भारत की बाकी महिला खिलाड़ियों ने भी शानदार प्रदर्शन किया। इस टूर्नामेंट में चार भारतीय महिलाएं क्वार्टरफाइनल तक पहुंचीं थीं, जो इस बात का संकेत है कि भारतीय महिला चेस अब दुनिया के किसी भी मंच पर टक्कर देने की स्थिति में है।

दिव्या देशमुख ने जो मुकाम हासिल किया है, वह सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए गर्व का पल है। उनकी कहानी उन तमाम युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा देती है, जो बिना किसी बड़े दावे के सिर्फ मेहनत और लगन के भरोसे अपने सपनों की ओर बढ़ते हैं। ग्रैंडमास्टर बनना हर चेस खिलाड़ी का सपना होता है, और दिव्या ने यह सपना उस अंदाज़ में पूरा किया है जिसे शब्दों में बयां करना मुश्किल है।

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नीतिश कुमार मिश्र (Neetish Kumar Mishra) एक अनुभवी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट हैं, जो खेलों की दुनिया की बारीकियों को समझने और उसे सरल, सटीक और प्रभावशाली अंदाज में पेश करने के लिए जाने जाते हैं। वे क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस और अन्य खेलों की गहरी समझ के साथ, खेल समाचार, आंकड़े, मैच प्रीव्यू, हेड टू हेड रिकॉर्ड और फैंटेसी 11 प्रेडिक्शन में महारत रखते हैं। उनकी लेखनी का उद्देश्य पाठकों को ताजा और सटीक जानकारियों के साथ अपडेट रखना है।

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