Khelo India Youth Games: भारत में ई-स्पोर्ट्स अब सिर्फ एक टाइमपास नहीं, बल्कि असली खेल बन चुका है और इसकी सबसे बड़ी मिसाल बनी खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025, जहां ई-स्पोर्ट्स को पहली बार डेमो गेम के तौर पर शामिल किया गया। इस ऐतिहासिक मौके पर मेजबान बिहार ने कमाल करते हुए टॉप 3 में अपनी दो टीमें को पहुंचा दिया है, एक नंबर वन और दूसरी तीसरे नंबर पर है।
ई-स्पोर्ट्स को मिला मंच, बिहार ने मारी बाज़ी
ई-स्पोर्ट्स में इस बार आठ राज्यों की कुल 16 टीमों ने हिस्सा लिया और हर राज्य से दो टीमें शामिल किया गया हैं। बीजीएमआई, स्ट्रीट फाइटर 6, शतरंज और ई-फुटबॉल जैसे गेम्स शामिल रहे और एक बार फिर बीजीएमआई ने अपनी पॉपुलैरिटी साबित की। बिहार की ए टीम ने जहां पहला स्थान हासिल किया, वहीं बी टीम ने तीसरा स्थान झटक लिया। तमिलनाडु की ए टीम ने दूसरा स्थान लिया।
शतरंज और स्ट्रीट फाइटर में भी बिहार की धाक
शतरंज में बिहार के रुपेश बी रामचंद्र और अमृत रौनक ने पहला और दूसरा स्थान हासिल किया। तीसरे स्थान पर महाराष्ट्र के मोहित कमलेश थानवी रहे। वहीं, स्ट्रीट फाइटर 6 में भी बिहार को ब्रॉन्ज मेडल मिला। रोहित कुमार ने तीसरी पोजिशन ली। तेलंगाना के मंडलापु श्रीजेश ने पहला और महाराष्ट्र के पार्थ स्वप्निल पवार ने दूसरा स्थान पाया।
कंसोल और मोबाइल दोनों में टक्कर
ई-फुटबॉल कंसोल कैटेगरी में तमिलनाडु के अर्णव पारिख ने गोल्ड लिया, जबकि बिहार के तनव राज सिल्वर मेडल जीतकर फिर से बिहार का नाम रोशन किया। मोबाइल कैटेगरी में नागालैंड और अरुणाचल प्रदेश के बीच खिताबी भिड़ंत हुई, जिसमें महाराष्ट्र के पार्थ वरेकर ने तीसरा स्थान पाया।
SAI और FEAI का मिला साथ, अब नज़र वर्ल्ड कप पर
इस पूरे आयोजन को भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) और बिहार सरकार का भरपूर समर्थन मिला। फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रॉनिक स्पोर्ट्स एसोसिएशन्स ऑफ इंडिया (FEAI) ने इसकी पूरी प्लानिंग की। FEAI के संस्थापक वैभव डांगे और सह-संस्थापक अभिषेक इस्सर ने इसे युवाओं की प्रतिभा निखारने का शानदार मंच बताया और कहा कि आने वाले 2027 के ई-स्पोर्ट्स वर्ल्ड कप के लिए यह एक मजबूत नींव है।
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