पाकिस्तान का खिलाड़ी सड़क पर बेच रहा है जलेबी, जानिए फुटबॉलर से हलवाई तक का सफर
पाकिस्तान का खिलाड़ी सड़क पर बेच रहा है जलेबी, जानिए फुटबॉलर से हलवाई तक का सफर
Shiv Mangal Singh
Shiv Mangal Singh
पाकिस्तान के पूर्व फुटबॉलर मोहम्मद रियाज़ की कहानी खेल जगत की अनदेखी और खिलाड़ियों की उपेक्षा का एक मार्मिक उदाहरण है। कभी एशियाई खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले रियाज़ आज हंगू की सड़कों पर जलेबी बेचने को मजबूर हैं।
पाकिस्तान के पूर्व फुटबॉलर मोहम्मद रियाज़ की कहानी खेल जगत की अनदेखी और खिलाड़ियों की उपेक्षा का एक मार्मिक उदाहरण है। कभी एशियाई खेलों में देश का प्रतिनिधित्व करने वाले रियाज़ आज हंगू की सड़कों पर जलेबी बेचने को मजबूर हैं।
27 फरवरी 1996 को हंगू, पाकिस्तान में जन्मे मोहम्मद रियाज़ ने 2010 में मात्र 14 वर्ष की आयु में इस्लामाबाद यूनाइटेड के लिए खेलना शुरू किया।
27 फरवरी 1996 को हंगू, पाकिस्तान में जन्मे मोहम्मद रियाज़ ने 2010 में मात्र 14 वर्ष की आयु में इस्लामाबाद यूनाइटेड के लिए खेलना शुरू किया।
फुटबॉल से जलेबी तक का सफर
फुटबॉल से जलेबी तक का सफर
पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन में चल रहे विवादों के कारण रियाज़ को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उनकी मदद का वादा किया, लेकिन वह वादा पूरा नहीं हुआ। आखिरकार, अपने परिवार का पेट पालने के लिए उन्होंने फुटबॉल छोड़कर जलेबी बेचने का निर्णय लिया। इसलिए अब मैं सड़क किनारे जलेबी बनाता हूं, फुटबॉल की प्रैक्टिस नहीं करता।”
पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन में चल रहे विवादों के कारण रियाज़ को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने उनकी मदद का वादा किया, लेकिन वह वादा पूरा नहीं हुआ। आखिरकार, अपने परिवार का पेट पालने के लिए उन्होंने फुटबॉल छोड़कर जलेबी बेचने का निर्णय लिया। इसलिए अब मैं सड़क किनारे जलेबी बनाता हूं, फुटबॉल की प्रैक्टिस नहीं करता।”