Monday, July 7

भारत में कुश्ती हमेशा से एक लोकप्रिय खेल रहा है, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब महिलाओं के लिए इस मैदान में उतरना किसी सपने जैसा लगता था। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। अब भारत की बेटियां इंटरनेशनल लेवल पर पुरुषों से भी बेहतर प्रदर्शन कर रही हैं। देश की सरकार भी बेटियों को खेलों में आगे लाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है। तो चलिए जानते हैं उन 10 दमदार महिला पहलवानों के बारे में जिन्होंने पूरे देश का सिर गर्व से ऊँचा किया।

1. गीता फोगाट

Geeta Phogat/Getty Images

भारतीय महिला कुश्ती की पहचान अगर किसी से शुरू होती है, तो वह हैं गीता फोगाट। अपने पिता महावीर सिंह फोगाट के सख्त ट्रेनिंग में पली-बढ़ी गीता ने लड़कों से मुकाबला करके अपनी ताकत साबित की। 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में उन्होंने भारत के लिए पहली महिला रेसलर के तौर पर गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।

2. विनेश फोगाट

Vinesh Phogat/Getty Images

फोगाट परिवार की एक और स्टार विनेश फोगाट जो महावीर सिंह फोगाट की भतीजी हैं और उन्होंने अपने करियर में कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स दोनों में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारत की पहली महिला रेसलर बनकर नया रिकॉर्ड कायम किया। साल 2016 रियो ओलंपिक में चोट लगने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार वापसी करती रहीं।

3. अंशु मलिक

Anshu Malik/Getty Images

सिर्फ 21 साल की उम्र में वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीतना कोई आसान काम नहीं। लेकिन अंशु मलिक ने यह कर दिखाया। वह ओस्लो (नॉर्वे) में 2021 में भारत के लिए यह मेडल लेकर आईं और दिखा दिया कि भारत की युवा शक्ति कितनी जबरदस्त है।

4. अलका तोमर

अलका तोमर ने तब कुश्ती में नाम कमाया जब महिला कुश्ती को ज्यादा मान्यता नहीं मिलती थी। मेरठ की रहने वाली अलका ने 2006 एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज और 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड जीतकर अपना लोहा मनवाया। बाद में उन्होंने कोच बनकर नई पीढ़ी को भी ट्रेनिंग दी।

5. बबिता फोगाट

गीता की छोटी बहन बबिता फोगाट भी किसी से कम नहीं रहीं। उन्होंने 2014 ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स में 55 किग्रा कैटेगरी में गोल्ड जीता और बाद में राजनीति में भी कदम रखा। बबिता आज एक प्रेरणा हैं उन लड़कियों के लिए जो खेल और समाज दोनों में कुछ बड़ा करना चाहती हैं।

6. निशा दहिया

निशा दहिया आज के दौर की सबसे उभरती हुई महिला पहलवानों में से एक हैं। हरियाणा की इस बेटी ने 2021 में वर्ल्ड अंडर-23 चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता और उन्हें भारत की महिला कुश्ती का भविष्य कहा जा रहा है।

7. रितु फोगाट

रितु फोगाट का नाम कुश्ती के साथ-साथ अब MMA में भी गूंजता है। उन्होंने 2016 में कॉमनवेल्थ रेसलिंग चैंपियनशिप में गोल्ड जीता और फिर मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स की दुनिया में कदम रखा। ONE Championship में उनकी जबरदस्त परफॉर्मेंस ने सबको हैरान कर दिया।

8. दिव्या काकरान

दिव्या की कहानी मेहनत, संघर्ष और जुनून की मिसाल है। गरीबी से लड़कर कुश्ती के मैदान में कदम रखने वाली दिव्या ने न सिर्फ गीता फोगाट को हराया बल्कि 2018 में एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल भी जीता।

9. गीतिका जाखड़

हरियाणा की रेसलर गीतिका जाखड़ भारत की शुरुआती महिला पहलवानों में से थीं और उन्होंने 2006 एशियन गेम्स व 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीतकर महिला कुश्ती की नींव मजबूत की।

10. साक्षी मलिक

2016 रियो ओलंपिक में जब साक्षी मलिक ने ब्रॉन्ज मेडल जीता तो वह इतिहास में भारत की पहली महिला रेसलर बन गईं जिन्होंने ओलंपिक में पदक जीता। इसके बाद 2022 में बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर उन्होंने साबित किया कि वो अभी भी टॉप पर हैं।

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Sports Content Writer शिव मंगल सिंह (Shiv Mangal Singh) एक स्पोर्ट्स कंटेंट राइटर हैं, जो खेलों की दुनिया की बारीकियों को समझने और उसे सरल, सटीक और प्रभावशाली अंदाज में पेश करने के लिए जाने जाते हैं। वे क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस और अन्य खेलों की ख़बरें लिखने में महारत रखते हैं। उनकी लेखनी का उद्देश्य पाठकों को ताजा और सटीक जानकारियों के साथ अपडेट रखना है।

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