वर्तमान समय में कई सारे खेल पत्रकार दुनिया भर में काफी चर्चित हैं और उनके द्वारा दी गई जानकारियों और रिपोर्ट्स पर भरोसा करते हैं। किसी भी प्रकार की पत्रकारिता एक जिम्मेदारी भरा काम होता है, क्योंकि यह दर्शकों और श्रोताओं के भरोसे पर टिका होता है। खेल पत्रकार दुनिया भर में होने वाले खेल आयोजनों के बारे में समाचार लिखते और रिपोर्ट करते हैं। खेल पत्रकार (Sports Journalist) के रूप में काम करने से आपको कोच, खिलाड़ी और मनोवैज्ञानिक जैसे अलग-अलग लोगों के साथ जुड़ने का मौका मिलता है।
यदि आप स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के रूप में काम करना चाहते हैं, तो आपके लिए यह समझना बेहद ही जरुरी है कि इस पेशे में कौन-कौन से काम किए जाते हैं और इसके लिए किन-किन चीजों की आवश्यकता है। इस तरह की महत्वपूर्ण जानकारियां आपको अपने करियर का फैसला लेने में मदद कर सकती हैं। इसीलिए, यहाँ हम आपको बताएँगे कि खेल पत्रकार कैसे बनें और खेल पत्रकारिता में अपना करियर कैसे बनाएँ। इसके अलावा, हम आपको इस पेशे के अलग-अलग क्षेत्रों में मिलने वाले वेतन के बारे में भी जानकारी देंगे।
खेल पत्रकारिता क्या है? – What is Sports Journalism?
खेल पत्रकारिता (Sports Journalism) खेलों की दुनिया से जुड़े विषयों और घटनाओं पर आधारित होती है। खेल में पत्रकारों का काम हर खेल की समरी से लेकर प्रमुख स्पोर्ट्स इवेंट्स पर विश्लेषण और रिपोर्टिंग तक होता है। खेल पत्रकार ब्राडकास्टिंग, प्रिंट और वेब जैसे अलग-अलग मीडिया में काम करते हैं और किसी खबर, अपनी राय, या खेल के विश्लेषण को अलग-अलग माध्यम पर लिखते या प्रसारित करते हैं। आइए जानते हैं कि स्पोर्ट्स जर्नलिज्म में किन-किन विषयों पर काम करना पड़ता है।
स्ट्रेट-लीड गेम स्टोरी (Straight-Lead Game Story)
यह किसी भी न्यूज़ या स्टोरी का एक साधारण फॉर्मेट होता है, जिसमें किसी मैच के परिणाम और उससे सम्बंधित खबरों की जानकारी दी जाती है। इस प्रकार की स्टोरी में आमतौर पर यह कवर जाता है कि, मैच कौन जीता या हारा, टीम और खिलाड़ियों का क्या स्कोर रहा या किस खिलाड़ी ने अच्छा प्रदर्शन किया और कौन प्लेयर ऑफ द मैच या कोई स्पेशल अवार्ड जीता। इसके अलावा, खेल से सम्बंधित आम खबरों को भी इसी कैटेगरी में रखा जाता है।
फ़ीचर गेम स्टोरी (Feature Game Story)
वर्तमान समय में फीचर गेम स्टोरी काफी पॉपुलर है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि किसी भी खेल प्रेमी को खेल का परिणाम पता होता है, लेकिन उन्हें उस गेम में ‘क्या हुआ और क्यों हुआ, हार एवं जीत के कारण, प्रमुख रिकार्ड्स, इत्यादि’ के बारे में कम जानकारी होती है। इसीलिए, खेल पत्रकार फीचर स्टोरी के जरिए उसे कवर करते हैं।
प्रोफाइल (Profile)
प्रोफाइल स्टोरी किसी खिलाड़ी या कोच को हाइलाइट करती है। यदि कोई खिलाड़ी या कोच अच्छा प्रदर्शन करता है या वह अचानक से सफलता के कदम चूमने लगता है तो उसके बारे में पाठकों को अधिक से अधिक जानकारियां चाहिए होती हैं। इसीलिए, इस स्टोरी फॉर्मेट का प्रयोग किया जाता है।
प्री सीज़न और पोस्ट सीजन स्टोरी (Pre Season and Post Season Story)
खेल पत्रकार इस प्रकार को किसी भी टूर्नामेंट या सीरीज के शुरू होने और समाप्त होने पर कवर करते हैं। प्री सीजन स्टोरी में अक्सर टीम, कोच या खिलाड़ी के आगामी सीजन की रणनीतियों को और पोस्ट सीजन स्टोरी में टूर्नामेंट या सीरीज समाप्त होने के बाद टीम, खिलाड़ी या कोच का विश्लेषण किया जाता है। इस प्रकार की स्टोरी सीजन शुरू होने या समाप्त होने का एक ओवरव्यू होता है।
स्पोर्ट्स कॉलम (Sports Column)
स्पोर्ट्स कॉलम में पत्रकार अपनी राय लिखते हैं। ऐसे प्रकार के पत्रकारों को स्पोर्ट्स कॉलमनिस्ट कहा जाता है। इस प्रकार की स्टोरी में किसी टूर्नामेंट के शुरू होने, टूर्नामेंट के दौरान, टूर्नामेंट समाप्त होने के बाद या आम समय में कॉलमनिस्ट किसी खिलाड़ी, कोच या टीम के प्रदर्शन या उनकी रणनीतियों से सम्बंधित तथ्यों पर अपना विचार साझा करता है।
एक खेल पत्रकार क्या करता है? (What does a Sports Journalist do?)
खेल पत्रकार के कई सारे काम होते हैं, जिनमें से कुछ चीजें जरुरी होती हैं। नीचे हम आपको कुछ महत्वपूर्ण कार्य बताने जा रहे हैं, जो एक खेल पत्रकार द्वारा किया जाता है।
- स्पोर्टस इवेंट्स में भाग लेना और रियल टाइम कवरेज करना या उससे सम्बंधित रिपोर्टिंग प्रदान करना
- जानकारी सटीक है या नहीं, को सुनिश्चित करने के लिए स्टोरी को वेरीफाई करना और तथ्य-जांच करना
- समय-सीमा के साथ काम करना और लेखक द्वारा समय पर स्टोरी लिखना, ताकि उसे जल्दी पब्लिश या रिलीज किया जा सके
- खिलाड़ियों, कोच और उससे समबन्धित हस्तियों का इंटरव्यू लेना
- उन सूत्रों और व्यक्तियों से जुड़े रहना जो किसी सूचना के विश्वसनीय स्रोत होते हैं
- खेल से सम्बंधित आंकड़े, टीम कॉम्बिनेशन, खिलाड़ियों के फिटनेस की स्थिति, और खेल से सम्बंधित एनी जरुरी जानकारी प्रदान करना
- स्टोरी लिखने वाले लेखकों के काम की समीक्षा करना और उसे एडिट करना, ताकि उसमें जरुरी सुधार किया जा सके और उसे पब्लिश या रिलीज किया जा सके
- निष्पक्ष दृष्टिकोण के साथ किसी स्पोर्ट्स इवेंट के बारे में गहन जानकारी प्रदान करने वाली कवर स्टोरी लिखना
- सभी प्रकार के पूर्वाग्रहों को दूर करना एवं सही समीक्षा करके उसे पाठकों या दर्शकों के सामने प्रस्तुत करना
- फोटोग्राफरों, एडिटर्स और सब-एडिटर्स के साथ मिलकर पब्लिश का रिलीज करने के लिए कंटेंट बनाना
- अच्छी स्टोरी के लिए किसी भी गेम को पूरा देखना और उसमें से दिलचस्प मुद्दों पर स्टोरी बनाना, ताकि पाठक या दर्शक उसे पसंद कर सकें
- किसी भी स्टोरी के फैक्ट्स को बिना बदले उसे एक अलग रूप देना
- अच्छे कंटेंट शेयर करके वेबसाइट, न्यूज़ चैनल या न्यूजपेपर के सोशल मीडिया हैंडल्स पर फालोअर्स को बनाए रखना
खेल पत्रकार बनने के लिए योग्यताएं (Qualifications to become a sports journalist)
किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए आपको सबसे पहले उसकी योग्यताओं के बारे में जानना बेहद जरुरी है। जर्नलिज्म के क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए शैक्षणिक योग्यता और अनुभव दोनों आवश्यक है। नीचे हम आपको इनके बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
शैक्षणिक योग्यता (Educational qualification)
यदि आप खेल पत्रकारिता में अपना करियर बनाने की ओर देख रहे हैं, आपको यह ध्यान रखना आवश्यक है कि मीडिया एजेंसी किन शैक्षणिक योग्यता वाले पत्रकारों को प्राथमिकता देते हैं। अधिकतर एजेंसी जर्नलिज्म, जनसंचार, अंग्रेजी, हिंदी या संबंधित क्षेत्र में कम से कम स्नातक की डिग्री वाले पत्रकारों को हायर करती हैं। यदि आप स्पोर्ट्स मैनेजमेंट या स्पोर्ट्स जर्नलिज्म से सम्बंधित डिग्रीधारक हैं तो आपको और भी अधिक प्राथमिकता मिल सकती है।
खेल पत्रकारिता के क्षेत्र में अपना करियर बनाने और नौकरी पाने के लिए आप जर्नलिज्म या जनसंचार में ग्रेजुएशन कर सकते हैं। बैचलर ऑफ जर्नलिज्म में डिग्री पूरी करने से नौकरी पाने की आपकी संभावना बढ़ जाती है। अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए कई पत्रकार संचार और संबंधित क्षेत्रों में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री भी लेते हैं। जर्नलिज्म की डिग्री आपको जर्नलिज्म, रिपोर्टिंग, एडिटिंग और ब्रॉडकास्टिंग सिखाती है।
अनुभव (Experience)
खेल पत्रकारिता के क्षेत्र में बेहतर करियर बनाने के लिए और अच्छी मीडिया एजेंसी में काम करने के लिए अनुभव की आवश्यकता पड़ती है, जिसके लिए डिग्री लेने के बाद पोर्टफोलियो तैयार करना बेहद जरुरी है। इसके लिए, आप खुद की वेबसाइट या यूट्यूब चैनल बनाकर कंटेंट पब्लिश कर सकते हैं, जिसमें आप अपनी इच्छानुसार राय दे सकते हैं।
अपने आर्टिकल या वीडियो में आप किसी खेल, मैच या खिलाड़ी से सम्बंधित फीचर स्टोरी, कॉलम और विश्लेषण कर सकते हैं। इससे आपको अच्छी मीडिया एजेंसी में काम करने का मौक़ा मिल सकता है और एजेंसी आपकी क्षमतानुसार आपको काम करने का मौका देती है। यदि आपका कंटेंट किसी अच्छी जगह पब्लिश होता है तो इससे आपके करियर को और अधिक बढ़ावा मिलता है।
एक खेल पत्रकार का कार्य-जीवन (Work life of a sports journalist)
एक खेल पत्रकार का कार्य जीवन उनके द्वारा लिखे जाने वाले कंटेंट की शैली, उनके द्वारा कवर किए जाने वाले स्पोर्ट्स और उनके द्वारा उपयोग किए जाने वाले प्लेटफ़ॉर्म पर निर्भर करता है। एक खेल पत्रकार का कार्य जीवन कुछ इस प्रकार हो सकता है:
काम के घंटे (Working Hours)
खेल पत्रकार के काम करने का कोई निश्चित समय नहीं होता है, क्योंकि दुनिया भर में अलग-अलग समय पर कई सारे स्पोर्ट्स इवेंट्स चलते रहते हैं, जिन्हें कवर करने के लिए उन्हें गेम के समय के अनुसार उपलब्ध रहना पड़ता है। इसीलिए, उनका शेड्यूल उस स्पोर्ट्स इवेंट के अनुसार होता है, जिसे वो कवर करते हैं।
वेतन (Salary)
अधिकतर खेल पत्रकार किसी मीडिया एजेंसी में काम करते हैं और मासिक वेतन प्राप्त करते हैं। हालाँकि, कई सारे स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट ऐसे भी हैं, जो फ्रीलांसर के रूप में काम करते हैं। उन्हें आर्टिकल के अनुसार, प्रति शब्द या प्रति घंटे के अनुसार भुगतान मिलता है। एक फ्रीलांस जर्नलिस्ट एक साथ कई अलग-अलग मीडिया हाउस के लिए काम कर सकता है।
काम करने की जगह (Workplace)
खेल पत्रकार के काम करने का तरीका अलग-अलग होता है। वह घर से काम कर सकते हैं, ऑफिस में बैठकर काम कर सकते हैं या फिर मैदान पर जाकर सीधे रिपोर्टिंग कर सकते हैं। उनका काम टेंशन फ्री भी हो सकता है और स्पोर्ट्स या मैच कवरेज के लिए अलग-अलग जगहों की यात्रा भी करनी पड़ सकती है।
स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के कौशल (Skills of a sports journalist)
यदि आप खेल पत्रकारिता में बेहतर करियर बनाना चाहते हैं तो इसके लिए आपके अंदर निम्नलिखित कौशल होने चाहिए। ये कौशल आपके करियर को तेज गति से बढ़ने में मदद कर सकते हैं।
लेखन और संपादन (Writing and Editing)
जर्नलिज्म के क्षेत्र में लेखन और संपादन दो सबसे जरूरी कौशल हैं। यदि आप खेल पत्रकार बनना चाहते हैं तो आपको इन दो कौशल को अच्छी तरह से विकसित करना होगा। इसके लिए आपको व्याकरण को अच्छी तरह से समझना होगा, ताकि मात्राओं और चिन्हों में किसी भी प्रकार की त्रुटि ना हो सके। इसके बाद एक सफल राइटर और एडिटर बन सकते हैं।
रचनात्मकता (Creativity)
किसी भी खेल पत्रकार को रचनात्मक होना बेहद ही जरुरी है, क्योंकि कोई भी दर्शक या पाठक किसी भी कंटेंट को क्रिएटिव तरीके से देखना चाहता है, क्योंकि उसके अंदर किसी भी चीज को जानने की जिज्ञासा होती है। इसीलिए, आपको ऐसा कंटेंट बनाना बेहद आवश्यक है जो पाठकों या दर्शकों के अंदर जिज्ञासा पैदा करे। यदि आप क्रिएटिव हैं तो आप एक ओरिजिनल कंटेंट बना सकते हैं। किसी के कंटेंट की नकल करना आपकी सफलता में बाधा बन सकती है।
इंटरव्यू और रिसर्च (Interviews and Research)
किसी भी खेल पत्रकार के जीवन में इंटरव्यू और रिसर्च का बहुत महत्व होता है। रिसर्च के लिए यह जानना बहुत ही जरुरी है कि कौन सा स्रोत भरोसेमंद है और किस जगह से सटीक जानकारी मिल सकेगी। इसके अलावा, इंटरव्यू के जरिए पत्रकार अपने द्वारा प्राप्त की गई जानकारी को सत्यापित करने की कोशिश करते हैं और उस हस्ती के बारे में और भी नई जानकारी पाठकों या दर्शकों तक लाते हैं। किसी भी इंटरव्यू से पहले पत्रकार को उस हस्ती के बारे में रिसर्च करना पड़ता है, ताकि वह प्रभावी प्रश्न पूछ सकें और एक अच्छी स्टोरी तैयार हो सके।
लचीलापन (Resilience/Flexibility)
किसी भी खेल पत्रकार को खुद के अंदर लचीलापन विकसित करना बेहद आवश्यक है, क्योंकि उन्हें कोई भी काम एक निश्चित समय सीमा के अंदर पूरा करना होता है। एक जर्नलिस्ट को किसी भी स्टोरी को लिखने से पहले रिसर्च करने में और तथ्य जुटाने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
खेल पत्रकारिता में करियर की संभावनाएं (Career prospects in sports journalism)
खेल पत्रकारिता में करियर की कई संभावनाएं उपलब्ध हैं। नीचे हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
स्पोर्ट्स राइटर (Sports Writer)
औसत वेतन: लगभग ₹3,00,000 प्रति वर्ष
स्पोर्ट्स राइटर का काम किसी स्पोर्ट्स इवेंट, मैच, कोच, खिलाड़ी, इत्यादि के बारे में स्टोरी कवर करना और उनके बारे में लिखना होता है। उनके द्वारा लिखी गई स्टोरी को एडिटर अच्छी तरह से एडिट करता है, ताकि उसे पब्लिश या रिलीज किया जा सके। एक स्पोर्ट्स राइटर खुद किसी गेम के दौरान उपस्थित होकर उसके महत्वपूर्ण तथ्यों को जुटा सकता है और अच्छी स्टोरी लिख सकता है।
स्पोर्ट्स एडिटर (Sports Editor)
औसत वेतन: लगभग ₹4,50,000 प्रति वर्ष
स्पोर्ट्स एडिटर का काम किसी स्पोर्ट्स राइटर द्वारा लिखी गई स्टोरी को प्रूफरीड करके उसे एडिट करना और अच्छा रूप देना होता है। इसके अलावा, वह खुद से रिसर्च करके कॉलम भी लिखते हैं और खुद के एडिटोरियल भी पब्लिश करते हैं। एडिटर का काम किसी भी मीडिया एजेंसी में सबसे अहम होता है।
स्पोर्ट्स फोटोग्राफर (Sports Photographer)
औसत वेतन: लगभग ₹3,25,000 प्रति वर्ष
स्पोर्ट्स फोटोग्राफर का काम भी किसी मीडिया ग्रुप में काफी अहम् होता है। वह किसी स्पोर्ट्स इवेंट या मैच के दौरान फोटो कैप्चर करते हैं, ताकि उसे कंटेंट के साथ दिखाया जा सके। अक्सर स्पोर्ट्स फोटोग्राफर एक मास कम्युनिकेशन का जानकार होता है, जिसे इसके बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी होती है।
स्पोर्ट्स एंकर (Sports Anchor)
औसत वेतन: लगभग ₹4,00,000 प्रति वर्ष
स्पोर्ट्स एंकर का काम टीवी पर प्रसारित होने वाले मैचों या इवेंट्स के बारे में चर्चा करना होता है। इसके अलावा, वह स्पोर्ट्स स्टोरी के स्क्रिप्ट को अच्छी तरह से पढ़ते हैं, ताकि वह दर्शकों को पसंद आ सके। इसके अलावा, उनका काम खिलाड़ियों या खेल जगत के अन्य महत्वपूर्ण हस्तियों का इंटरव्यू भी लेते हैं।
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