Ben Stokes ने स्लो ओवर रेट के चलते WTC 2023-25 में हुए तीन अंकों की कटौती के फैसले का विरोध किया है।
क्राइस्टचर्च में हाल ही में समाप्त हुए टेस्ट मैच में स्लो ओवर रेट के लिए इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के WTC के तीन-तीन अंक (और 15 प्रतिशत मैच फीस) काटे गए। इंग्लैंड पहले ही WTC 2023-25 के फाइनल में जगह बनाने की दौड़ से बाहर हो चुका था, लेकिन पेनल्टी ने न्यूजीलैंड के फाइनल में पहुँचने की संभावनों को भी लगभग समाप्त कर दिया है।
क्राइस्टचर्च टेस्ट के बाद, मैदानी अंपायर अहसान रजा और रॉड टकर, तीसरे अंपायर एड्रियन होल्डस्टॉक और चौथे अधिकारी किम कॉटन ने दोनों टीमों को खराब ओवर रेट का दोषी पाया। वे समय सीमा को ध्यान में रखने के बाद लक्ष्य से तीन ओवर कम पाए गए।
मैच रेफरी डेविड बून ने इसके बाद दोनों टीमों पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया और इससे भी अहम बात यह है कि उन पर तीन WTC अंक का जुर्माना लगाया गया। कप्तान टॉम लैथम और बेन स्टोक्स ने इन आरोपों को स्वीकार किया।
यहाँ पढ़ें: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड को मिली स्लो ओवर रेट की पेनल्टी
बेन स्टोक्स ने इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए आईसीसी को लिया आड़े हाथ
हालाँकि, बेन स्टोक्स और न्यूजीलैंड के कप्तान टॉम लैथम दोनों ने ही अपना अपराध स्वीकार कर लिया था और सजा भी स्वीकार कर ली थी, लेकिन स्टोक्स ने इसके कुछ समय बाद ही इंस्टाग्राम स्टोरी के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की।
स्टोक्स ने स्टोरी में लिखा, “बहुत अच्छा आईसीसी, [हमने] 10 घंटे का खेल बाकी रहते हुए खेल खत्म कर दिया था।”
बेन स्टोक्स पर क्यों हो सकती है कार्यवाही?
इंग्लैंड टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स ने इंस्टाग्राम स्टोरी पर आईसीसी अम्पायरों के फैसले का विरोध किया है, जिसके चलते उन पर कार्यवाही की जा सकती है। क्योंकि ऐसा करके उन्होंने आईसीसी की आचार संहिता की धारा 2.7 का उल्लंघन किया है।
आईसीसी आचार संहिता (दिनांक 16 जून 2023) की धारा 2.7 में लिखा है:
बिना किसी सीमा के, खिलाड़ी और खिलाड़ी सहायता कर्मी अनुच्छेद 2.7 का उल्लंघन करेंगे, यदि वे मैच अधिकारियों की सार्वजनिक रूप से आलोचना करते हैं या किसी खिलाड़ी या टीम को बदनाम करते हैं, जिसके खिलाफ उन्होंने किसी अंतर्राष्ट्रीय मैच में हुई घटनाओं के संबंध में खेला है। उल्लंघन की गंभीरता का आकलन करते समय, बिना किसी सीमा के, जिस संदर्भ में टिप्पणियाँ की गई हैं और आपत्तिजनक टिप्पणियों की गंभीरता को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
संदेह से बचने के लिए, किसी खिलाड़ी या खिलाड़ी सहायता कार्मिक द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म (जिसमें बिना किसी सीमा के, फ़ेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर, यूट्यूब और लिंक्डइन शामिल हैं) पर की गई कोई भी टिप्पणी इस अपराध के उद्देश्य से ‘सार्वजनिक’ मानी जाएगी। नतीजतन, कोई खिलाड़ी या खिलाड़ी सहायता कार्मिक अनुच्छेद 2.7 का उल्लंघन कर सकता है, जहाँ वे किसी अंतर्राष्ट्रीय मैच में होने वाली घटना या किसी खिलाड़ी, खिलाड़ी सहायता कार्मिक, मैच अधिकारी या किसी अंतर्राष्ट्रीय मैच में भाग लेने वाली टीम के संबंध में सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर की गई किसी भी पोस्टिंग में आलोचना करते हैं या अनुचित टिप्पणी करते हैं।
Latest Cricket News in Hindi, Latest Football News in Hindi, Latest Tennis News in Hindi और सभी Latest Sports News in Hindi के लिए हमारी वेबसाइट Sports Digest Hindi पर विजिट करें। इसके अलावा खेल से सम्बंधित सभी ताजा खबरें पाने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, और ट्विटर (X) पर भी फॉलो करें।