Pakistan Cricket Team, Champions Trophy 2025: बाबर आजम ने बतौर ओपनर खेले सात मैचों में 25 की बल्लेबाजी औसत और 76.75 की स्ट्राइक रेट से 175 रन बनाए हैं। इस समय पाकिस्तान की टीम लगातार अपने दो मैच हारने के बाद काफी खराब स्थिति में है। इसके चलते हुए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में उनका अभियान समाप्त हो गया है। इस टीम के हालात पिछले कुछ समय से खराब चल रहे हैं। इसके चलते हुए यह टीम सही रास्ता अपनाने से पहले कई अजीबोगरीब तरीके आजमाती है।

इस बीच पाकिस्तान का ओपनिंग कॉम्बिनेशन ऐसा ही है। यह टीम लंबे समय तक इमाम-उल-हक के साथ रही और फिर बाद में इस टीम ने सैम अयूब को अपने सेटअप में लाया। अब अगर सैम ने तुरंत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया होता तो उनकी जगह पक्की नहीं होती। इस बीच सैम ने ओपनिंग की भूमिका बखूबी निभाई और लगातार अच्छी दर से रन बनाए।

इस पाकिस्तानी खिलाड़ी ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था। अभी तक उन्होंने नौ मैचों में 64.37 की औसत और 105.53 की स्ट्राइक रेट से 515 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से तीन शतक भी आए हैं। इसके चलते हुए इस मौजूदा ICC इवेंट में उनकी जगह पक्की हो गई थी। लेकिन अब किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया।
चोट के चलते चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर हुए सैम अयूब :-
इस मेगा टूर्नामेंट से एक महीने पहले अयूब के दाहिने टखने में फ्रैक्चर हो गया। जिसके चलते हुए पाकिस्तान की टीम को काफी परेशानी हुई। इससे पहले पाकिस्तान को सैम अयूब और फखर जमान के रूप में एक आदर्श ओपनिंग जोड़ी मिली थी। यह जोड़ी तेज बल्लेबाजी करते हुए पावरप्ले का सही उपयोग कर सकते थे।

उस समय पाकिस्तान की टीम को काफी राहत मिली थी। क्योंकि उनके पास कम से कम टूर्नामेंट के लिए फखर था, इसलिए उनका एक छोर मजबूत था। लेकिन प्रतियोगिता में केवल दो गेंदों में ही मेन इन ग्रीन के लिए चीजें इतनी खराब हो गईं कि उन्हें ठीक नहीं किया जा सका। तब फखर को एक बाउंड्री रोकने की कोशिश करते समय एक तिरछी चोट लग गई और वह टूर्नामेंट से बाहर हो गए।

अब इसको पाकिस्तान के नज़रिए से समझने की कोशिश करते हैं। इस समय यह टीम अपने दो मुख्य सलामी बल्लेबाजों के बिना हैं। तभी तो यह टीम इस टूर्नामेंट से ही बाहर हो गई है। अब इस मेगा इवेंट में यह टीम बांग्लादेश के खिलाफ़ अपने सम्मान बचाने के लिए खेलने वाली है। इस टूर्नामेंट की मेजबानी भी पाकिस्तान की टीम ही कर रही है। लेकिन इससे पहले ही पाकिस्तान ने सबसे बड़ी गलती कर दी थी।
बाबर को ओपनर के तौर पर उतारकर की गलती :-
पाकिस्तान की टीम ने खिताब की रक्षा के लिए सैम अयूब की जगह बाबर आज़म को ओपनर के तौर पर उतारने का फैसला किया। उनके इस कदम का मतलब था कि पाकिस्तान एक बल्लेबाजी इकाई के रूप में और अधिक एक-आयामी हो गया। बाबर आज़म ने ओपनर के तौर पर सात मैचों में 25 की औसत औसत और 76.75 की स्ट्राइक रेट से 175 रन बनाए हैं।
इस दौरान उन्होंने केवल एक अर्धशतक बनाया है। लेकिन यह सिर्फ़ इस रिकॉर्ड के बारे में नहीं है। उनकी सात पारियों का नमूना आकार न्याय करने के लिए पर्याप्त नहीं है। बाबर का तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ़ खेल सीमित है। वह जल्दी से शुरुआत नहीं कर सकते हैं और जमने में बहुत समय लेते हैं। इसका मतलब यह है कि वो पावरप्ले का उपयोग नहीं कर सकते हैं। जिसके चलते हुए इस चरण में साल 2024 से उसका स्ट्राइक रेट 78.60 है।

इसके अलावा दूसरे छोर पर फखर या सैम के न होने के कारण पाकिस्तान को किसी ऐसे व्यक्ति की ज़रूरत है जो तेज़ी से शुरुआत कर सके और फ़ील्ड प्रतिबंधों का अधिकतम लाभ उठा सके। इसके चलते हुए बाबर के प्रमोशन ने एक अच्छी तरह से स्थापित मध्य क्रम को बाधित कर दिया है। जबकि नंबर 3 पर खेलते हुए उनका शानदार रिकॉर्ड है। इस बीच वह जानते है कि पारी को कैसे गति देनी है।तभी तो उनकी स्थिति को बदलने की ज़रूरत नहीं है क्योंकि वह अच्छी तरह से स्थापित हो चुके हैं।

अब बाबर की स्थिति में बदलाव के कारण सऊद शकील को नंबर 3 पर बल्लेबाजी करनी पड़ी। उनके पास तेज़ गति के खिलाफ़ प्रतिबंध भी हैं, जिसका मतलब है कि पारी कहीं नहीं जाती। शीर्ष तीन – इमाम, बाबर और सऊद – काम नहीं करते। इस बीच पावरप्ले का उपयोग इसलिए ज़रूरी हो जाता है क्योंकि मध्य क्रम के बल्लेबाजों को खुलकर खेलने के लिए समय चाहिए। पहले दो मैचों में ऐसा नहीं हुआ और परिणाम सामने हैं। पाकिस्तान के पास ओपनिंग रोल के लिए बेहतर विकल्प थे।
इस टीम के पास कामरान गुलाम और उस्मान खान हैं, जो पारी की शुरुआत कर सकते हैं। इससे वह फखर और अयूब की भूमिका निभा सकते हैं। इस दौरान भले ही वे इस प्रक्रिया में अपने विकेट खो दें, लेकिन पाकिस्तान को कम से कम एक ऐसा मध्यक्रम मिल जाएगा जो अच्छी तरह से काम कर रहा है। पाकिस्तान को विकेट बचाकर रखने से भी बहुत ज़्यादा फ़ायदा नहीं हुआ है।

अब मान लीजिए कि पाकिस्तान पहले 10 ओवरों में 75+ रन बना लेता है। लेकिन अपने नए ओपनर में से एक को खो देता है। वे इसे किसी भी दिन ले सकते हैं क्योंकि उन्हें पारी की शुरुआत में कुछ गति मिलती है। इसलिए भले ही वे बीच में धीमे हो जाएं, रन रेट का दबाव उतना नहीं बढ़ेगा जितना कि अगर वे पहले दस ओवरों में 40 रन बनाते। वहीं इस बीच अगर वे रिप्लेसमेंट प्लेयर के तौर पर नहीं आ सकते और उसी की नकल करने की कोशिश नहीं कर सकते तो उन आक्रामक बल्लेबाजों की क्या ज़रूरत है।

बाबर की बैटिंग पोजीशन बदलने से भी वह अपनी टीम के काम नहीं आए और यह फिर से साबित हो गया है। वह हमेशा नंबर 3 बल्लेबाज़ होता है और बैटिंग उसके इर्द-गिर्द घूमती है। जब समस्या कहीं और हो तो बल्लेबाजी की दूसरी पोजीशन बदलना कभी भी समझदारी नहीं होती है, खासकर तब जब बल्लेबाज बाबर आजम हो। चाहे वह अगले मैच में बड़ा स्कोर बनाए, लेकिन बाबर को नंबर 3 पर वापस आना चाहिए।
Latest Cricket News in Hindi, Latest Football News in Hindi, Latest Tennis News in Hindi और सभी Latest Sports News in Hindi के लिए हमारी वेबसाइट Sports Digest Hindi पर विजिट करें। इसके अलावा, खेल से सम्बंधित सभी ताजा खबरों पाने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, और ट्विटर (X) पर भी फॉलो करें।