भारतीय टेस्ट टीम से विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे सीनियर खिलाड़ियों के संन्यास के बाद, मुख्य कोच गौतम गंभीर ने पहली बार इस बड़े बदलाव पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम अब नए कप्तान शुभमन गिल के नेतृत्व में युवाओं के साथ मैदान पर उतरेगी। ऐसे में गंभीर ने भी साफ किया है कि अब समय है जब अगली पीढ़ी के खिलाड़ी जिम्मेदारी उठाएं।
रोहित और विराट की जगह भरना आसान नहीं
गंभीर ने स्वीकार किया कि रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गज खिलाड़ियों की जगह भरना आसान नहीं होगा, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह स्थिति बाकी खिलाड़ियों के लिए एक सुनहरा अवसर है।
उनके मुताबिक, “हां, हमें दो सीनियर खिलाड़ियों के बिना खेलना है। लेकिन मुझे लगता है कि यह मौका है बाकी खिलाड़ियों के लिए यह कहने का कि ‘ठीक है, अब मेरी बारी है।’ यह मुश्किल जरूर होगा, लेकिन कुछ खिलाड़ी आगे जरूर आएंगे।”
गंभीर का मानना है कि जिस तरह 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में टीम ने जसप्रीत बुमराह की गैरमौजूदगी में शानदार प्रदर्शन किया था, उसी तरह इस बार भी कुछ युवा खिलाड़ी टीम के लिए खास कर सकते हैं।
उन्होंने कहा, “जब बुमराह जैसे तेज़ गेंदबाज़ चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं थे, तब भी मैंने यही बात कही थी कि किसी की अनुपस्थिति एक और खिलाड़ी को देश के लिए कुछ खास करने का मौका देती है। उम्मीद है इस बार भी कोई खिलाड़ी वैसी ही जिम्मेदारी उठाएगा।”
संन्यास पर टीम मैनेजमेंट को दखल देने का हक नहीं
गंभीर ने यह भी साफ कर दिया कि संन्यास लेना पूरी तरह से खिलाड़ी का निजी फैसला होता है। इसमें टीम मैनेजमेंट का कोई हस्तक्षेप नहीं होता है।
उन्होंने कहा, “जब कोई खिलाड़ी खेलना शुरू करता है और जब उसे रुकना होता है, वह फैसला पूरी तरह से व्यक्तिगत होता है। न कोच, न चयनकर्ता और न ही देश का कोई दूसरा व्यक्ति यह तय कर सकता है कि किसी खिलाड़ी को कब संन्यास लेना है और कब नहीं। यह फैसला खिलाड़ी के अंदर से आता है।”
गंभीर की यह बात टीम इंडिया के भीतर एक नई सोच की ओर इशारा करती है, जिसमें खिलाड़ियों को पूरी आज़ादी दी जा रही है कि वे अपने करियर के बारे में खुद फैसला लें।
अब युवाओं पर है टीम इंडिया की जिम्मेदारी
गौतम गंभीर की कोचिंग में इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम युवाओं पर आधारित होगी। शुभमन गिल कप्तान होंगे और उनके साथ यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, करुण नायर और साई सुदर्शन जैसे नए चेहरे इस दौरे पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।
रविचंद्रन अश्विन की अनुपस्थिति में वॉशिंगटन सुंदर और रविंद्र जडेजा जैसे ऑलराउंडर टीम की जिम्मेदारी उठाएंगे। बॉलिंग अटैक की कमान जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे अनुभवी गेंदबाज़ों के हाथ में होगी, जबकि रिषभ पंत और ध्रुव जुरेल विकेटकीपर की भूमिका निभाएंगे।
गंभीर का यह भरोसा कि युवा खिलाड़ी आगे आकर जिम्मेदारी निभाएंगे, टीम इंडिया के नए युग की शुरुआत का संकेत है। कोहली और रोहित जैसे खिलाड़ियों के बिना इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज़ आसान नहीं होगी, लेकिन गंभीर की सोच और टीम की युवा ऊर्जा भारत को मजबूती से आगे बढ़ा सकती है।
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