Gautam Gambhir Responds to Virat Kohli’s Criticism on BCCI Family Rule: भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के साथ परिवार को ले जाने पर लगाए गए बीसीसीआई के नए नियमों का समर्थन किया है। हाल ही में जब विराट कोहली ने इन गाइडलाइंस की आलोचना की थी, तो अब गंभीर ने अपनी प्रतिक्रिया में साफ कहा है कि देश के लिए खेलने का जुनून बाकी सभी चीजों से ऊपर होना चाहिए।
बीसीसीआई का नया फैमिली रूल क्या है?
इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत की 1-3 से करारी हार के बाद बीसीसीआई ने कुछ सख्त नियम लागू किए थे। इनमें सबसे बड़ा बदलाव ये था कि विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के साथ उनके परिवार या रिश्तेदार नहीं जा सकेंगे, ताकि टीम का फोकस पूरी तरह क्रिकेट पर रहे।
“ये छुट्टियों जैसा टूर नहीं है” – गंभीर
गौतम गंभीर ने हाल ही में चेतेश्वर पुजारा के साथ एक बातचीत में इस मुद्दे पर खुलकर बात की।
उन्होंने कहा, “परिवार अहम हैं, लेकिन हमें समझना होगा कि हम यहां किस मकसद से हैं। ये कोई छुट्टी नहीं है, बल्कि एक बड़ा ज़िम्मेदारी वाला मौका है। इस टूर पर बहुत कम लोगों को देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है। ऐसे में उस ज़िम्मेदारी को पूरी तरह निभाना सबसे ज़रूरी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह परिवारों के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जब आप एक उद्देश्य के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो फिर बाकी चीजें अपने-आप पीछे चली जाती हैं।
विराट कोहली ने जताई थी नाखुशी
इससे पहले विराट कोहली ने बीसीसीआई के इस नए नियम पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि खिलाड़ी जब लगातार सीरीज खेलते हैं, तो उन्हें परिवार के साथ समय बिताने की ज़रूरत होती है, ताकि मानसिक संतुलन बना रहे। कोहली के बयान के बाद यह बहस छिड़ गई थी कि क्या नियम बहुत ज्यादा सख्त हैं।
गंभीर ने दिया सीधा जवाब
गंभीर ने बिना कोहली का नाम लिए साफ कहा, “अगर आपका फोकस देश को गौरव दिलाने पर है और आप उस मकसद के लिए पूरी तरह समर्पित हैं, तो बाकी चीजें अपने-आप बैकग्राउंड में चली जाती हैं। परिवार ज़रूरी है, लेकिन उससे ज़्यादा ज़रूरी है वो जिम्मेदारी जो आपके कंधों पर है।”
इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में कोच के तौर पर गंभीर की पहली परीक्षा
गौतम गंभीर इस वक्त इंग्लैंड में हैं, जहां भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज खेली जा रही है। पहला मैच लीड्स में खेला गया था, जिसे इंग्लैंड ने आखिरी घंटे में पांच विकेट से जीत लिया। लेकिन दूसरे मुकाबले में शुभमन गिल की कप्तानी में भारत ने जबरदस्त वापसी की और 336 रनों से रिकॉर्ड जीत दर्ज की।
गंभीर की कोचिंग के शुरुआती दिनों में यह साफ दिख रहा है कि वह अनुशासन, जिम्मेदारी और देश के लिए समर्पण को सबसे ऊपर रखते हैं। यही सोच अब धीरे-धीरे भारतीय ड्रेसिंग रूम में जगह बना रही है।
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