भारतीय टीम के इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट स्क्वॉड का ऐलान हो चुका है, जिसमें करुण नायर की वापसी और साई सुदर्शन की पहली बार एंट्री ने सुर्खियां बटोरी हैं। हालांकि, इस चयन में एक नाम ऐसा भी है जिसकी गैरमौजूदगी पर सवाल उठने लगे हैं। वो नाम है श्रेयस अय्यर का, जो हाल के समय में भारत के सबसे भरोसेमंद मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ों में गिने जाते हैं।
अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति ने अय्यर को नज़रअंदाज़ किया, जिस पर पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग ने बीसीसीआई पर खुलकर निशाना साधा है। उनका कहना है कि अय्यर एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो तीनों फॉर्मेट में टीम इंडिया को मजबूती दे सकते हैं।
आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के बावजूद टीम से बाहर
श्रेयस अय्यर ने इस सीज़न इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने न केवल खुद अच्छे रन बनाए बल्कि एक कप्तान के रूप में भी पंजाब किंग्स को प्लेऑफ तक पहुंचाया। आईपीएल के इस प्रदर्शन को देखते हुए क्रिकेट जानकारों को उम्मीद थी कि उन्हें इंग्लैंड दौरे की टेस्ट टीम में ज़रूर जगह मिलेगी।
लेकिन जब बीसीसीआई ने इंग्लैंड दौरे के लिए टेस्ट टीम का ऐलान किया, तो उसमें श्रेयस अय्यर का नाम नदारद था। इस फैसले से फैंस के साथ-साथ पूर्व क्रिकेटरों को भी हैरानी हुई।
सहवाग ने बीसीसीआई पर साधा निशाना
वीरेंद्र सहवाग ने अय्यर की अनदेखी पर क्रिकबज़ पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “वो तो तीनों फॉर्मेट खेलने के काबिल है। अगर उनकी कप्तानी की बात करें तो वो भी बेहतरीन रही है, लेकिन उन्हें इसका क्रेडिट नहीं मिलता।”
सहवाग ने आगे कहा, “मनोज तिवारी ने कहा कि ऋषभ पंत को कप्तानी इसलिए नहीं मिली क्योंकि उनका आईपीएल सीजन अच्छा नहीं था। लेकिन अय्यर ने तो अच्छा प्रदर्शन किया है, वो कप्तान भी हैं। फिर उन्हें टेस्ट टीम में क्यों नहीं लिया गया?”
सहवाग के मुताबिक, जब कोई खिलाड़ी अच्छी फॉर्म में होता है तो उसे टीम में शामिल करना चाहिए क्योंकि उसके अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना ज़्यादा होती है।
उन्होंने कहा, “अगर अय्यर टेस्ट में भी वही अप्रोच लेकर खेलते हैं, तो टीम को काफी फायदा हो सकता है। अगर ऐसे 2-3 खिलाड़ी हो जाएं, तो विपक्षी टीम पर दबाव बनता है। इंग्लैंड की टीम 6-7 रन प्रति ओवर के हिसाब से खेलती है। अगर भारत 4-5 रन प्रति ओवर भी खेले, तो इंग्लैंड पर दबाव बनाया जा सकता है।”
वनडे में भी कर चुके हैं जबरदस्त प्रदर्शन
श्रेयस अय्यर का वनडे करियर भी खासा प्रभावशाली रहा है। उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में भारत के लिए अहम पारियां खेली थीं और टीम को कई बार मिडिल ऑर्डर में संभाला है। इसके बावजूद उन्हें टेस्ट टीम में जगह नहीं मिली। ऐसे में उनके फैंस और क्रिकेट विशेषज्ञ सवाल उठा रहे हैं कि आखिरकार उन्हें बाहर क्यों रखा गया।
अय्यर की सबसे बड़ी खूबी उनकी तकनीक और क्रीज़ पर टिकने की क्षमता है, जो इंग्लैंड जैसे तेज़ और स्विंग वाली पिचों पर बेहद जरूरी होती है। वह तेज़ गेंदबाज़ी के खिलाफ बेहतर खेलने के लिए जाने जाते हैं और रनों की गति को बनाए रखने में भी माहिर हैं।
टीम में नए नामों को मिला मौका
इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्ट टीम में कई नए नामों को जगह मिली है। साई सुदर्शन और करुण नायर की वापसी ने यह दिखाया है कि चयनकर्ता अब भविष्य की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन सवाल ये उठता है कि क्या इस भविष्य की योजना में श्रेयस अय्यर जैसे अनुभवी खिलाड़ी के लिए कोई जगह नहीं है?
टीम के कप्तान शुभमन गिल होंगे जबकि ऋषभ पंत को उपकप्तान बनाया गया है। टीम में यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, अभिमन्यु ईश्वरन, नीतिश रेड्डी जैसे युवा बल्लेबाज़ों के साथ-साथ रविंद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे अनुभवी खिलाड़ी भी शामिल हैं।
क्या है श्रेयस अय्यर को बाहर रखने की वजह?
श्रेयस अय्यर के टीम से बाहर होने की आधिकारिक वजह अब तक सामने नहीं आई है। ना ही चयन समिति की ओर से उनकी फिटनेस को लेकर कोई बयान आया है। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही हैं कि या तो टीम मैनेजमेंट किसी नए संयोजन के साथ प्रयोग करना चाहता है या फिर अय्यर को लेकर कोई और रणनीतिक सोच है।
पिछले कुछ समय में अय्यर को पीठ की चोट ने परेशान ज़रूर किया था, लेकिन उन्होंने आईपीएल में बिना किसी परेशानी के पूरा सीज़न खेला। ऐसे में फिटनेस को कारण मानना तर्कसंगत नहीं लगता।
क्या भविष्य में मिलेगी वापसी की उम्मीद?
श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ी को ज्यादा समय तक नजरअंदाज़ करना शायद टीम इंडिया के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। वो न सिर्फ एक भरोसेमंद बल्लेबाज़ हैं बल्कि दबाव की परिस्थितियों में प्रदर्शन करने की क्षमता भी रखते हैं। अगर चयनकर्ता उन्हें उचित मौके दें, तो वो फिर से टीम में जगह बना सकते हैं।
वीरेंद्र सहवाग जैसे सीनियर खिलाड़ी की नाराजगी इस बात की ओर इशारा करती है कि अय्यर के साथ न्याय नहीं हुआ है। क्रिकेट एक ऐसा खेल है जिसमें प्रदर्शन सबसे बड़ा पैमाना होता है और अगर अय्यर का प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है, तो उन्हें नजरअंदाज करना शायद एक भूल है।
2025 के इंग्लैंड दौरे के लिए घोषित भारत की टेस्ट टीम
शुभमन गिल (कप्तान), ऋषभ पंत (उपकप्तान और विकेटकीपर), यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन, करुण नायर, नीतिश कुमार रेड्डी, रविंद्र जडेजा, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा, आकाश दीप, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव।
स्पोर्ट्स से जुड़ी ताजा खबरों के लिए Sports Digest Hindi के साथ जुड़े रहें और हमें यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, और ट्विटर (X) पर भी फॉलो करें।