टेस्ट क्रिकेट इतिहास में दुनिया के महान तेज गेंदबाजों में शुमार इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड अब कोचिंग की दुनिया में कदम रखने जा रहे हैं। उन्होंने क्रिकेट से रिटायरमेंट के बाद पहली बार किसी इंटरनेशनल टीम के साथ काम करने का फैसला किया है। ब्रॉड को साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल मुकाबले से पहले बतौर कंसल्टेंट नियुक्त किया है।
साउथ अफ्रीका की टीम इस महीने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल मुकाबला खेलेगी, जिसमें ब्रॉड प्रोटियाज के साथ ट्रेनिंग सेशन में शामिल होकर अपनी रणनीति और अनुभव साझा करेंगे। साउथ अफ्रीका की कोशिश होगी कि वो मौजूदा चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर पहली बार टेस्ट चैंपियन बनने का गौरव हासिल करे।
9 जून को लॉर्ड्स में टीम से जुड़ेंगे ब्रॉड
साउथ अफ्रीका के कप्तान टेम्बा बावुमा की अगुवाई में टीम फाइनल की तैयारी कर रही है। ब्रॉड 9 जून को इंग्लैंड के ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड में टीम के साथ जुड़ेंगे। इसी मैदान पर 11 जून को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेला जाएगा। ब्रॉड के अनुभव और तेज गेंदबाजी में उनकी समझ को देखते हुए यह कदम साउथ अफ्रीका के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है।
ब्रॉड का करियर और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खास रिकॉर्ड
स्टुअर्ट ब्रॉड ने अपने करियर में कुल 167 टेस्ट मैच खेले और 604 विकेट हासिल किए। वह इंग्लैंड के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में दूसरे नंबर पर हैं। खास बात यह है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 153 विकेट चटकाए, जो किसी भी गेंदबाज द्वारा एक ही टीम के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट हैं। इस रिकॉर्ड से साफ है कि ब्रॉड को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों की कमजोरी और ताकत की गहरी समझ है।
लॉर्ड्स मैदान पर भी ब्रॉड का रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने इस मैदान पर 28 टेस्ट मैचों में 113 विकेट लिए हैं। इस वजह से साउथ अफ्रीका को उम्मीद है कि ब्रॉड का अनुभव उनकी रणनीति को मजबूत करेगा।
साउथ अफ्रीका ने शुरू की फाइनल की तैयारी
साउथ अफ्रीका की टीम पहले ही इंग्लैंड पहुंच चुकी है और उन्होंने फाइनल की तैयारी शुरू कर दी है। टीम अपने अभ्यास मैच में 4 जून से जिम्बाब्वे के खिलाफ अरण्डेल कैसल क्रिकेट ग्राउंड (ससेक्स) में उतरेगी। इसके बाद टीम सीधे ऑस्ट्रेलिया से भिड़ेगी, जिसने पिछले साल ओवल में भारत को हराकर चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया था।
ऑस्ट्रेलिया के लिए खतरे की घंटी?
स्टुअर्ट ब्रॉड की मौजूदगी निश्चित तौर पर ऑस्ट्रेलिया के लिए चिंता का विषय बन सकती है। उन्होंने बार-बार एशेज में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को परेशान किया है और उनकी मानसिक तैयारी को भी प्रभावित किया है। अब जब वह साउथ अफ्रीका के ड्रेसिंग रूम का हिस्सा होंगे, तो यह टीम को मानसिक और रणनीतिक रूप से मजबूत बना सकता है।
फाइनल में दिखेगी ब्रॉड की रणनीति की ताकत
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला 11 जून को लॉर्ड्स में खेला जाएगा। जहां एक तरफ ऑस्ट्रेलिया खिताब बचाने उतरेगा, वहीं दूसरी तरफ साउथ अफ्रीका अपने पहले खिताब की तलाश में पूरी ताकत झोंकेगा। ऐसे में ब्रॉड की कोचिंग इस मुकाबले की दिशा तय कर सकती है।
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