साल 2003 में इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन ने लॉर्ड्स के मैदान पर ज़िम्बाब्वे के खिलाफ अपना टेस्ट करियर शुरू किया था। लेकिन उसके बाद दोनों टीमों के बीच कोई टेस्ट मैच नहीं हुआ। अब पूरे 22 साल बाद ज़िम्बाब्वे की टीम एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट खेलने इंग्लैंड पहुँची है, जहाँ 22 मई से ट्रेंट ब्रिज में एकमात्र टेस्ट मैच खेलने वाली है।
बता दें कि, ज़िम्बाब्वे इस साल कई टेस्ट मैच खेल चुकी है। उन्होंने अफगानिस्तान, आयरलैंड और बांग्लादेश जैसी टीमों से भिड़ंत की है और बांग्लादेश के खिलाफ सिलहट में जीत भी दर्ज की है। ये जीत उनके लिए एक बड़ा मोमेंट था, जिससे उनके आत्मविश्वास को मज़बूती मिली है। लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ खेलना एक अलग ही लेवल की चुनौती होगी। उनका अगला सफर और भी मुश्किल होने वाला है, क्योंकि इंग्लैंड के बाद उन्हें साउथ अफ्रीका और न्यूज़ीलैंड से भी टेस्ट मैच खेलने हैं।
वार्मअप मैच में मिली हार, लेकिन इरादे मज़बूत
टेस्ट मैच से पहले ज़िम्बाब्वे ने एक प्रैक्टिस मैच खेला था, जिसमें उन्हें काउंटी सिलेक्ट XI से 138 रनों से हार मिली थी। ये हार साफ दिखाती है कि इंग्लैंड की पिचों पर उनके लिए रास्ता आसान नहीं होगा। लेकिन असली मुकाबला अब शुरू होने वाला है, जहां उन्हें अपना बेस्ट देना होगा।
इंग्लैंड को भी रहना होगा सतर्क
इस टेस्ट को लेकर ज़्यादातर लोगों को लग सकता है कि इंग्लैंड आसानी से जीत जाएगा, लेकिन हालात ऐसे नहीं हैं। इंग्लैंड के पास इस बार वैसा तजुर्बा नहीं है, जैसा एंडरसन और ब्रॉड के ज़माने में था। टीम की गेंदबाज़ी नई है और उनके बल्लेबाज भी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं।
खाससतौर पर कप्तान बेन स्टोक्स हाल ही में हैमस्ट्रिंग की सर्जरी से लौटे हैं, तो शायद वह गेंदबाजी ना करें। टीम के हेड कोच ब्रेंडन मैकुलम ने भी कहा है कि खिलाड़ियों को थोड़ा विनम्र होना चाहिए और फैंस से दोबारा जुड़ना चाहिए। ज़ाहिर सी बात है कि, ज़िम्बाब्वे के खिलाफ एक दमदार जीत उनकी छवि को फिर से मज़बूत कर सकती है।
सिर्फ रिजल्ट से नहीं है इस मैच की अहमियत
भले ही इंग्लैंड और जिम्बाब्वे के बीच खेला जाने वाला टेस्ट मैच सिर्फ चार दिन का हो, इसमें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अंक ना मिलें या भारत के खिलाफ होने वाली बड़ी टेस्ट सीरीज़ से पहले इसे सिर्फ वॉर्म-अप माना जा रहा हो, फिर भी इसकी अपनी एक अहमियत है।
क्योंकि इतने सालों बाद ज़िम्बाब्वे की टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में वापसी कर रही है। ये उन नए खिलाड़ियों का भी मौका है, जिन्होंने अब तक सिर्फ सुना था कि इंग्लैंड में खेलना कैसा होता है। अब वो खुद उस ऐतिहासिक माहौल का हिस्सा बनने वाले हैं।
ENG vs ZIM: पहले टेस्ट मैच के लिए ट्रेंट ब्रिज की पिच रिपोर्ट
ट्रेंट ब्रिज की पिच तेज़ गेंदबाज़ों के लिए हमेशा मददगार रहती है। हालांकि, रन बनाना भी नामुमकिन नहीं है। इस सीजन यहां चार काउंटी मैच हुए हैं, जिनमें तीन के रिजल्ट आए हैं और एक ड्रॉ रहा है। शनिवार को हल्की बारिश की संभावना है।
इंग्लैंड बनाम जिम्बाब्वे टीम अपडेट
इंग्लैंड:
टीम में 26 साल के सैम कुक को डेब्यू करने का मौका मिला है। इसके अलावा स्पिनर शोएब बशीर को भी फिर से मौका दिया गया है। कप्तान होंगे बेन स्टोक्स।
संभावित प्लेइंग XI: ज़ैक क्रॉली, बेन डकेट, ओली पोप, जो रूट, हैरी ब्रूक, बेन स्टोक्स (कप्तान), जेम्स स्मिथ (विकेटकीपर), गस एटकिंसन, जोश टंग, सैम कुक, शोएब बशीर
जिम्बाब्वे:
तेज़ गेंदबाज़ ट्रेवर ग्वांडू चोटिल होने के चलते बाहर हो गए हैं और उनकी जगह तनाका चिवांगा को टीम में शामिल किया गया है। सिलहट टेस्ट के हीरो और अनुभवी तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजारबानी फिर से टीम की उम्मीद होंगे।
संभावित प्लेइंग XI: ब्रायन बेनेट, बेन करन, निक वेल्च, शॉन विलियम्स, क्रेग एर्विन (कप्तान), वेस्ली मदेवेरे, तफाद्ज़वा त्सिगा (विकेटकीपर), वेलिंगटन मसाकाद्जा, रिचर्ड एनगरावा, न्यूमैन न्यामुरी, ब्लेसिंग मुजारबानी।
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