Sunday, July 6

Neeraj Chopra: नीरज चोपड़ा ने 7 अगस्त 2021 को एथलेटिक्स में भारत के लिए भाला फेंक प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया था। नीरज चोपड़ा को इसी दिन ही इस ओलंपिक में गोल्डन ब्वॉय की उपाधि मिली थी। इसी के साथ अब नीरज भारत के लिए व्यक्तिगत गोल्ड जीतने वाले दूसरे एथलीट बने हैं।

Neeraj Chopra इस बार टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक प्रतियोगिता में नीरज ने 87.58 मीटर के थ्रो के साथ चेक जोड़ी जैकब वडलेज और विटेजस्लाव वेस्ली को पछाड़ते हुए आजादी के बाद ओलंपिक खेलों में भारत का पहला एथलेटिक्स पदक जीता था।

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Neeraj Chopra वहीं इसके साथ ही अब इस पेरिस ओलंपिक में एक बार फिर से भारत को अपने इस स्टार खिलाड़ी से गोल्ड मेडल की उम्मीद है। इस ओलंपिक के लिए ही नीरज ने पिछले तीन साल काफी कड़ी मेहनत की है। इन ओलंपिक खेलों के लिए ही नीरज ने कई बड़े इवेंट को भी छोड़ा था और केवल अपने लक्ष्य को ध्यान में रखा था।

Neeraj Chopra हरियाणा के छोटे से गांव से आए नीरज चोपड़ा :-

नीरज चोपड़ा हरियाणा के एक छोटे से गांव खंडरा से आए थे। उन्होंने अपने खेल में बहुत ही जल्दी तरक्की भी की है। नीरज चोपड़ा दुनिया के नजरों में तब आए थे जब उन्होंने साल 2018 के गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। तभी से ही तो उनकी ओलंपिक में पदक जीतने की उम्मीदें काफी ज्यादा बढ़ गई थीं।

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Neeraj Chopra इसके बाद ही नीरज चोपड़ा ने साल 2018 के एशियाई खेलों में एक और गोल्ड मेडल जीत लिया था। इसको लेकर ही तो सभी भारतीय फैंस इस बात से वाकिफ थे कि इस बार नीरज ओलंपिक में कोई न कोई पदक लेकर जरूर ही आएंगे। वहीं इसके बाद नीरज ने भी अपने देश के प्रशंसकों को निराश नहीं किया था और टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था।

Neeraj Chopra टोक्यो ओलंपिक से पहले हो गए थे चोटिल:-

Neeraj Chopra उस समय टोक्यो ओलंपिक से पहले ही नीरज चोपड़ा चोटिल भी हो गए थे। इस चोट के चलते हुए ही नीरज को अपनी दाहिनी कोहनी की सर्जरी करानी पड़ी थी। लेकिन यह चोट भी नीरज को ओलंपिक में पदक लेने से नहीं रोक पाई थी। उस समय उन्होंने इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीता था।

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Neeraj Chopra इसके बाद भी उन्होंने अपने भाला फेंकने के तरीके में बदलाव किया था। इसके बाद टोक्यो ओलंपिक में नीरज का सपना सच हुआ। इस ओलंपिक में क्वालीफाइंग में ही नीरज ने शीर्ष स्थान प्राप्त कर लिया था। इसके बाद भी फाइनल में नीरज ने शीर्ष स्थान प्राप्त करते हुए गोल्ड मेडल जीता था। क्यूंकि यह समय किसी भी भारतीय के लिए एथलेटिक्स में सबसे गौरवपूर्ण क्षण था।

Neeraj Chopra डायमंड लीग में 90 मीटर के करीब पहुंचे नीरज :-

Neeraj Chopra उस समय टोक्यो ओलंपिक में भारत ने कुल 7 पदक जीते थे। क्यूंकि उस समय नीरज चोपड़ा का गोल्ड मेडल भी उन 7 पदकों में से एक था। उस समय भारत ने ओलंपिक में अब तक के सर्वोच्च पदक जीते थे। इस ऐतिहासिक स्वर्ण पदक के जीतने के बाद से ही नीरज लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे है। इसके बाद नीरज ने साल 2022 के डायमंड लीग में अपना सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.94 मीटर का किया था।

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नीरज का लक्ष्य अब भी इस प्रतियोगिता में 90 मीटर तक पहुंचना है। क्यूंकि इस बार पेरिस ओलंपिक में अपने इस लक्ष्य को पाने की नीरज कोशिश जरूर करेंगे। क्यूंकि इस बार नीरज पेरिस ओलंपिक में सबसे पसंदीदा खिलाड़ी के रूप में उतरेंगे। क्यूंकि इस बार भी भारत को नीरज से केवल गोल्ड की ही उम्मीद होगी।

नीरज चोपड़ा के पदक :-
ओलंपिक खेल
2020 टोक्यो ओलंपिक – गोल्ड मेडल

विश्व चैंपियनशिप
गोल्ड मेडल – 2023 बुडापेस्ट
सिल्वर मेडल – 2022 यूजीन

डायमंड लीग
गोल्ड मेडल – 2022
सिल्वर मेडल 2023

एशियाई खेल
गोल्ड मेडल – 2018 जकार्ता
गोल्ड मेडल – 2022 हांग्जो

राष्ट्रमंडल खेल
गोल्ड मेडल – 2018 गोल्ड कोस्ट

एशियाई चैंपियनशिप
गोल्ड मेडल – 2017 भुवनेश्वर

दक्षिण एशियाई खेल
गोल्ड मेडल – 2016 गुवाहाटी/शिलांग

विश्व जूनियर चैंपियनशिप
गोल्ड मेडल – 2016 ब्यडगोस्जकज

एशियाई जूनियर चैंपियनशिप
सिल्वर मेडल – 2016 हो ची मिन्ह सिटी.

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Sports Content Writer लाखन सैनी (Lakhan Saini) एक स्पोर्ट्स कंटेंट राइटर हैं, जो खेलों की दुनिया की बारीकियों को समझने और उसे सरल, सटीक और प्रभावशाली अंदाज में लिखने के लिए जाने जाते हैं। वे क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस और अन्य खेलों की ख़बरें लिखने में महारत रखते हैं। उनकी लेखनी का उद्देश्य पाठकों को ताजा और सटीक जानकारियों के साथ अपडेट रखना है।

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