कोरोना महामारी ने भारत समेत पूरे विश्व को हिला कर रख दिया था। इस वेश्विक महामारी ने एक बार फिर आम जनमानस को सचेत कर दिया कि जो भी व्यक्ति अपनी सेहत के लिए सचेत नहीं रहेगा, उसकी जान हमेशा खतरे में रहेगी। इस भयंकर महामारी के बाद कुछ लोगों ने अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव किए हैं। खासकर अब फिटनेस को लेकर लोग काफी जागरूक नजर आ रहे हैं। आजकल लोग अपनी जीवनशैली को बदलने के लिए योगा और जिम की ट्रेनिंग ले रहे हैं। ऐसे में लोगों के लिए फिटनेस ट्रेनर के रूप में नया करियर विकल्प सामने आया है। आज इसी कड़ी में हम इसके विकल्प और करियर बनाने के लिए जरूरी योग्यताओं के बारे में आपक बताने जा रहे हैं।
क्या है जरूरी?
यदि आप फिटनेस के फील्ड में जाना चाहते हो तो ऐसे में आपकी जिम्मेदारी दूसरे लोगों को स्वस्थ्य रखने की है। लेकिन इससे पहले आपको खुद को मानसिक व शाररिक रूप से स्वस्थ्य रहना बेहद जरूरी है। फिटनेस की फील्ड का काम काफी मेहनत का होता है। ये ही कारण है कि आपको अपनी डाइट प्लान और शाररिक स्तिथि का काफी हद तक ध्यान रखना होगा। इसके बाद ही आप दूसरे लोगों को स्वस्थ्य रखने के काबिल हो पाएंगे।
इन स्किल्स का होना है जरूरी
एक फिटनेस ट्रेनर बनने के लिए आपको योग और जिम एक्सरसाइज की गहन जानकारी होना बेहद जरूरी है। इसके अलावा जिम ट्रेनर के लिए फिटनेस मशीनोंं से जुड़ी जानकारी व इससे होने वाले लाभ के बारे में पता होना चाहिए। ट्रेनिंग, पोषण, एरोबिक्स, फ्लेक्सबिलिटी ट्रेनिंग और बीएमआई के उपकरणों का ज्ञान व इनका सोर्स जानना भी उन्य बातों की तरह जरूरी है।
कोर्स
यदि कोर्स की बात करें तो इसके लिए आप बेचलर इन फिजिकल एजुकेशन या फिर थेरपी का कोर्स कर सकते हैं। शाररिक शिक्षा से संबंधित कोर्स की अवधि 3 से 4 साल के बीच की होती है। इसके अलावा योग से जुड़े हुए कोर्स की अवधि 1 से लेकर 4 साल तक की होती है।
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