Corbin Bosch Banned from Pakistan Super League for One Year by PCB: पाकिस्तान सुपर लीग 2025 (PSL 2025) की शुरुआत से पहले ही एक बड़ा विवाद सामने आया है। दक्षिण अफ्रीका के ऑलराउंडर कॉर्बिन बॉश ने टूर्नामेंट से अचानक नाम वापस ले लिया, जिसके चलते पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने उन पर एक साल का बैन और आर्थिक जुर्माना लगा दिया है।
कॉर्बिन बॉश को पेशावर ज़ल्मी ने PSL 2025 के डायमंड कैटेगरी में चुना था। लेकिन टूर्नामेंट शुरू होने से ठीक पहले उन्होंने टीम से विदड्रॉ कर लिया, जिससे फ्रेंचाइज़ी और लीग दोनों को बड़ा झटका लगा।
PCB का सख्त एक्शन, 2026 तक PSL खेलने पर भी रोक
PCB ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि कॉर्बिन बॉश ने कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों का उल्लंघन किया है, जो लीग की प्रतिष्ठा और टीम की योजना दोनों के लिए नुकसानदायक है। इसके चलते उन्हें एक साल के लिए PSL में खेलने से बैन कर दिया गया है। इसके अलावा, उन पर जुर्माना भी लगाया गया है, जिसकी राशि सार्वजनिक नहीं की गई।
इस फैसले का मतलब है कि बॉश अगले साल 2026 में भी PSL के लिए चयनित नहीं हो सकेंगे।
बॉश ने मांगी माफी, कहा – “यह मेरे लिए एक सख्त सबक”
कॉर्बिन बॉश ने गुरुवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर अपने फैसले पर खेद जताया। उन्होंने कहा, “मैं PSL से हटने के अपने फैसले पर गहरा पछतावा जताता हूं और पाकिस्तान की जनता, पेशावर ज़ल्मी के फैंस और पूरे क्रिकेट समुदाय से माफी मांगता हूं। यह टूर्नामेंट बेहद प्रतिष्ठित है और मैं समझता हूं कि मेरे इस कदम से लोगों को निराशा हुई है। मैं अपनी गलती की पूरी जिम्मेदारी लेता हूं और PCB द्वारा दी गई सजा को स्वीकार करता हूं।”
बॉश ने यह भी कहा कि वह भविष्य में दोबारा PSL में वापसी की उम्मीद रखते हैं, लेकिन इस अनुभव से उन्होंने एक कड़ा सबक सीखा है।
पेशावर ज़ल्मी को बड़ा नुकसान
बॉश का PSL से हटना पेशावर ज़ल्मी के लिए एक बड़ा झटका है। टीम मैनेजमेंट ने उन्हें जनवरी 13 को लाहौर में हुए पीएसएल प्लेयर ड्राफ्ट 2025 के दौरान चुना था। उन्हें टीम की ऑलराउंड स्कीम में एक अहम खिलाड़ी माना जा रहा था, लेकिन अब टीम को जल्द ही रिप्लेसमेंट ढूंढना होगा।
PSL में विदेशी खिलाड़ियों की बढ़ती चुनौती
यह पहला मौका नहीं है जब किसी विदेशी खिलाड़ी ने PSL से आखिरी वक्त पर नाम वापस लिया हो। ऐसे मामलों से लीग की छवि को भी नुकसान पहुंचता है और फ्रेंचाइज़ी की रणनीति पर भी असर पड़ता है। PCB का यह फैसला एक सख्त संदेश माना जा रहा है कि आगे से कोई भी खिलाड़ी अनुबंध का उल्लंघन करेगा तो कठोर दंड भुगतना पड़ेगा।
कॉर्बिन बॉश का PSL 2025 से बाहर होना न सिर्फ पेशावर ज़ल्मी के लिए, बल्कि खुद उनके करियर के लिए भी एक बड़ा झटका है। PCB का यह सख्त रुख दिखाता है कि लीग अपनी पारदर्शिता और अनुशासन से कोई समझौता नहीं करेगी। अब देखना होगा कि बॉश इस गलती से कितना सीखते हैं और भविष्य में खुद को किस तरह दोबारा इस मंच के लिए तैयार करते हैं।
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