भारतीय घरेलू क्रिकेट के अनुभवी बल्लेबाज़ प्रियंक पांचाल ने फर्स्ट-क्लास क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। 35 वर्षीय गुजरात के इस ओपनर ने यह जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की, जिसमें उन्होंने अपने करियर और पिता से जुड़ी भावनात्मक बातों को भी जाहिर किया।
प्रियंक पांचाल ने लाल गेंद वाले प्रारूप में लगभग 9000 रन बनाए हैं और गुजरात को एक बार रणजी ट्रॉफी का खिताब भी दिलाया। यह ऐतिहासिक जीत 2016-17 सीज़न में आई थी, जब गुजरात ने पहली बार खिताब अपने नाम किया था। उसी सीज़न में पांचाल ने 1300 से ज्यादा रन बनाए थे, जो रणजी ट्रॉफी के इतिहास में किसी एक खिलाड़ी द्वारा सबसे बेहतरीन व्यक्तिगत प्रदर्शन में गिना जाता है।
अपने फर्स्ट-क्लास करियर में उन्होंने गुजरात के लिए सबसे ज़्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया। इस आंकड़े में उनका आखिरी मैच भी शामिल है, जो 2024-25 रणजी ट्रॉफी का सेमीफाइनल था। उस मुकाबले में उन्होंने केरल के खिलाफ 148 रनों की शानदार पारी खेली थी। हालांकि, गुजरात पहली पारी में दो रन से पिछड़ गई और फाइनल का टिकट गंवा बैठी।
ऐसा रहा है प्रियंक पांचाल का फर्स्ट क्लास करियर
पांचाल ने लिस्ट ए क्रिकेट में 97 मुकाबलों में आठ शतक जड़े हैं। वहीं टी20 क्रिकेट में उन्होंने कुल 59 मैच खेले, जिसमें उनका आखिरी मुकाबला अक्टूबर 2023 में रहा। वे भारत ए टीम का हिस्सा रहे लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू नहीं कर सके। इसके अलावा उन्हें कभी आईपीएल खेलने का मौका भी नहीं मिला।
मेरे पिता थे मेरे आदर्श – पांचाल
अपने संन्यास की घोषणा करते हुए पांचाल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “बचपन में हर कोई अपने पिता को अपना आदर्श मानता है, उनसे प्रेरणा लेता है और उन्हें प्रभावित करना चाहता है। मेरे साथ भी ऐसा ही था। मेरे पिता मेरे लिए एक स्थायी ताकत का स्रोत थे। उन्होंने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया कि मैं अपने छोटे से शहर से निकलकर एक दिन इंडिया कैप पहनने का बड़ा सपना देखूं।”
“वो हमें बहुत पहले छोड़ गए थे, लेकिन वो सपना मैंने करीब दो दशकों तक सीज़न दर सीज़न अपने साथ रखा। और आज, मैं, प्रियंक पांचाल, तत्काल प्रभाव से फर्स्ट-क्लास क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करता हूं। यह भावुक करने वाला पल है, समृद्ध करने वाला पल है और आभार से भरा हुआ पल है।”
गुजरात की क्रिकेट के इतिहास में प्रियंक पांचाल का नाम लंबे समय तक याद रखा जाएगा। उनके रिकॉर्ड, संघर्ष और योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत रहेंगे।
स्पोर्ट्स से जुड़ी ताजा खबरों के लिए Sports Digest Hindi के साथ जुड़े रहें और हमें यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, और ट्विटर (X) पर भी फॉलो करें।