Why Sai Sudharsan Could Replace Shubman Gill at Number 3 in Tests?: भारतीय टेस्ट टीम लंबे समय से उस बल्लेबाज़ की तलाश में है जो नंबर 3 पर स्थायी समाधान बन सके। चेतेश्वर पुजारा के बाहर होने के बाद से यह स्थान पूरी तरह से शुभमन गिल को सौंपा गया है, लेकिन उनका प्रदर्शन इस भूमिका में उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। ऐसे में एक नाम जो लगातार चर्चा में है, वो हैं युवा बल्लेबाज़ साई सुदर्शन। गुजरात टाइटंस के इस सलामी बल्लेबाज़ ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में जो निरंतरता और परिपक्वता दिखाई है, वह उन्हें टेस्ट क्रिकेट के लिए भी तैयार खिलाड़ी बनाती है।
साई सुदर्शन की बल्लेबाज़ी में ठहराव, तकनीकी मजबूती और स्पिन व पेस दोनों के खिलाफ आत्मविश्वास साफ झलकता है। टेस्ट मैचों में खासकर भारत में जहां स्पिन की भूमिका निर्णायक होती है, वहां साई सुदर्शन जैसे बल्लेबाज़ की उपयोगिता और भी बढ़ जाती है। अगर भारत को आने वाले सालों में एक मजबूत और भरोसेमंद नंबर 3 बल्लेबाज़ चाहिए, तो साई सुदर्शन एक उपयुक्त विकल्प हो सकते हैं।
स्पिन और पेस दोनों के खिलाफ बेहतरीन खिलाड़ी
भारतीय उपमहाद्वीप में टेस्ट मैचों के दौरान बल्लेबाज़ों की स्पिन खेलने की क्षमता उनकी सफलता का बड़ा पैमाना होती है। साई सुदर्शन ने टी20 फॉर्मेट में जिस तरह से स्पिनरों को खेला है, वह काबिल-ए-तारीफ है। उन्होंने टी20 करियर में स्पिन के खिलाफ 66 मैचों में 1,377 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 72.5 और स्ट्राइक रेट 146 का रहा है। यह आँकड़े सिर्फ रन बनाने की क्षमता ही नहीं, बल्कि आक्रामक सोच और तकनीक का भी प्रमाण हैं।
यही नहीं, साई सुदर्शन का रिकॉर्ड तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ भी मज़बूत है। पेस के खिलाफ 69 मैचों में उन्होंने 1,519 रन बनाए हैं, जिसमें औसत 40 और स्ट्राइक रेट 141.3 का है। टी20 आंकड़े होते हुए भी ये यह संकेत देते हैं कि वह पेस और स्पिन दोनों के खिलाफ निपुण हैं और टेस्ट फॉर्मेट के लिए खुद को ढाल सकते हैं।
शुभमन गिल की अनिश्चितता बनी चिंता
शुभमन गिल ने भले ही 2021 में गाबा टेस्ट में 91 रनों की यादगार पारी खेली थी, लेकिन उसके बाद से उनका टेस्ट करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा है। उन्होंने अब तक 32 टेस्ट मैचों में 1,893 रन बनाए हैं, जिसमें उनका औसत 35 का रहा है। इस दौरान उनके नाम 7 अर्धशतक और 5 शतक हैं। हालांकि इन रन में से अधिकतर भारतीय पिचों पर बने हैं, जबकि इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया जैसी मुश्किल परिस्थितियों में उनका बल्ला खामोश रहा है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे में गिल की असफलता और विदेशी धरती पर लगातार खराब प्रदर्शन ने उनके स्थान को सवालों के घेरे में डाल दिया है। ऐसे में जब भारत के पास यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा जैसी सलामी जोड़ी है, तो साई सुदर्शन को नंबर 3 पर आज़माना एक साहसिक लेकिन समझदारी भरा कदम हो सकता है।
राहुल द्रविड़ और पुजारा के उत्तराधिकारी बन सकते हैं साई
भारतीय टेस्ट टीम को हमेशा ऐसे बल्लेबाज़ों की ज़रूरत रही है जो लंबी पारी खेल सकें, परिस्थिति के अनुसार खेल को साध सकें और टीम को मज़बूती दें। राहुल द्रविड़ और चेतेश्वर पुजारा जैसे खिलाड़ियों ने नंबर 3 की भूमिका को दशकों तक मजबूती से निभाया। अब जब यह स्थान खाली है और शुभमन गिल उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं, तब साई सुदर्शन को यह जिम्मेदारी देना भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित करने जैसा हो सकता है।
वर्तमान में साई सुदर्शन जिस फॉर्म में हैं और जिस तकनीक के साथ बल्लेबाज़ी कर रहे हैं, वह उन्हें टेस्ट टीम में शामिल करने की पूरी पात्रता देती है। अगर उन्हें लम्बे फॉर्मेट में मौका मिलता है, तो वह खुद को साबित कर सकते हैं और टीम इंडिया को एक भरोसेमंद नंबर 3 दे सकते हैं।
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