Wednesday, July 30

टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने करुण नायर को इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले गए चौथे टेस्ट से बाहर करने को लेकर सफाई दी थी। उनकी इस बात को लेकर पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। मांजरेकर ने गंभीर की रणनीति और चयन नीति पर सीधे सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि अगर कोई खिलाड़ी टीम में नहीं है, तो इसका मतलब साफ है कि उसे ड्रॉप किया गया है। टीम सेलेक्शन को लेकर घुमा-फिराकर जवाब देना ठीक नहीं है।

“करुण नायर को ड्रॉप नहीं किया गया, सिर्फ टीम कॉम्बिनेशन बदला” – गंभीर

भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेला गया चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा। इस मैच के बाद मीडिया से बातचीत में गौतम गंभीर ने करुण नायर को बाहर करने की वजह बताई थी।

उन्होंने कहा था, “हम किसी को ड्रॉप नहीं करते। हम सिर्फ बेस्ट XI चुनते हैं। हमें लगा कि इस पिच और इंग्लैंड की गेंदबाजी के सामने नंबर तीन पर एक लेफ्ट हैंडर बल्लेबाज ज़्यादा असरदार होगा। इसीलिए साई सुदर्शन को मौका दिया गया। इसी तरह, अंशुल कम्बोज को इसलिए चुना गया, क्योंकि हमें लगा कि वो ओवरकास्ट कंडीशन में अच्छा कर सकते हैं।”

गंभीर के मुताबिक, टीम सेलेक्शन पूरी तरह रणनीतिक था और इसमें किसी को ‘ड्रॉप’ करने जैसा कुछ नहीं था। उनका मानना था कि हर मैच के लिए सही कॉम्बिनेशन बनाना ज़रूरी है, और उसी आधार पर फैसले लिए गए।

“ड्रॉप का मतलब ड्रॉप ही होता है” – मांजरेकर ने साधा गंभीर पर निशाना

हेड कोच गौतम गंभीर की इस सफाई पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर और कमेंटेटर संजय मांजरेकर ने कड़ा रुख अपनाया।

उन्होंने जियोहॉटस्टार पर बात करते हुए कहा, “अगर कोई खिलाड़ी प्लेइंग XI से बाहर होता है, तो उसे ड्रॉप ही माना जाएगा। ये कहना कि करुण नायर को ड्रॉप नहीं किया गया, बल्कि टीम कॉम्बिनेशन की वजह से बाहर किया गया, यह तर्क समझ से बाहर है। अगर किसी को नहीं खिलाया गया, तो वो ड्रॉप ही है। बात इतनी सीधी है।”

मांजरेकर ने साफ कहा कि बाहर के लोगों की राय को ‘बाहर का शोर’ कहकर नजरअंदाज करना गलत है।

उन्होंने कहा, “हम सब एक ही इंडस्ट्री से हैं, एक ही देश के हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए कि जो ड्रेसिंग रूम के बाहर हैं, उनकी राय को तवज्जो ही न दी जाए। मैं चाहूंगा कि गंभीर थोड़ा शांत रहें, चीजों को लेकर लचीला रवैया अपनाएं और कठिन सवालों से बचने की बजाय उनका सामना करें।”

सेलेक्शन के अलावा गंभीर की रणनीति भी सवालों के घेरे में

संजय मांजरेकर ने सिर्फ करुण नायर के सेलेक्शन को लेकर ही नहीं, बल्कि पूरी टीम की रणनीति को लेकर भी गंभीर पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि टीम इंडिया ने अभी तक जो लड़ाई दिखाई है, वह कोच की रणनीति के चलते नहीं, बल्कि खिलाड़ियों के जज्बे के चलते है।

उन्होंने कहा, “भारत इस सीरीज में अच्छा कर रहा है, लेकिन कुछ मौकों पर गंभीर की रणनीति बहुत प्रभावशाली नहीं रही है। हमें याद रखना चाहिए कि भारत ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 3-0 से सीरीज गंवाई, और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी आसानी से हारा था। जो भी जुझारूपन हमने इस टीम में देखा है, वह खिलाड़ियों की मेहनत है, जबकि कोचिंग रणनीति का कम योगदान रहा है।

सीरीज में अभी भी पीछे है भारत

मैनचेस्टर टेस्ट ड्रॉ होने के बाद भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत 1-2 से पीछे चल रहा है। इस सीरीज में अब केवल एक मैच बचा है और भारत को सीरीज बचाने के लिए हर हाल में आखिरी टेस्ट जीतना होगा।

मांजरेकर का मानना है कि अगर टीम सही रणनीति के साथ उतरती, तो शायद स्थिति इससे बेहतर होती। उन्होंने यह भी कहा कि गंभीर को अपनी भूमिका को लेकर और ज्यादा स्पष्टता और लचीलापन दिखाना चाहिए।

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नीतिश कुमार मिश्र (Neetish Kumar Mishra) एक अनुभवी स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट हैं, जो खेलों की दुनिया की बारीकियों को समझने और उसे सरल, सटीक और प्रभावशाली अंदाज में पेश करने के लिए जाने जाते हैं। वे क्रिकेट, फुटबॉल, टेनिस और अन्य खेलों की गहरी समझ के साथ, खेल समाचार, आंकड़े, मैच प्रीव्यू, हेड टू हेड रिकॉर्ड और फैंटेसी 11 प्रेडिक्शन में महारत रखते हैं। उनकी लेखनी का उद्देश्य पाठकों को ताजा और सटीक जानकारियों के साथ अपडेट रखना है।

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