क्रिकेट जैसे खेल में इसके अंपायर इस खेल को पारदर्शी बनाने में बेहद महत्पूर्ण भूमिका निभाते हैं। मैच को लेकर कुछ महत्वपूर्ण निर्णय अंपायर पर ही निर्भर होते हैं। इनके द्वारा दिए गए निर्णय पारदर्शी हो, इसके लिए आज के समय में बहुत सी ऐसे टेक्नोलॉजी आ गई है, जिससे क्रिकेट के इस महत्वपूर्ण अंग को मदद मिल रही है। पहले की तुलना में आज के समय में अंपायर तकनीकी रूप से काफी धनी हैं। आज के इस लेख में हम कुछ अंपायर और मैच रेफरी के द्वारा प्रयोग किए जाने वाले कुछ ऐसे ही महत्वपूर्ण उपकरोणों के बारे में बताने जा रहे हैं।
स्निक-ओ-मीटर
जब भी क्रिकेट में कोई निर्णय अंपायर के लिए मुश्किल होता है, तो ऐसे में वह उस निर्णय को तीसरे अंपायर यानी मैच रेफर कर देता है। ऐसे में स्निक-ओ-मिटर काफी उपयोगी साबित होता है। इसमे स्लो मोशन टेलीविजन रिप्ले की टेक्नोलॉजी होती है। जेससे तीसरे अंपायर को सही निर्णय देने काफी साहयता मिलती है।
काउंटर
इसे गिनती करने वाले उपकरण के रूप में भी आप समझ सकत हैं। बता दें, इसके अविष्कार से पहले अंपायर गेंदबाज की गेंदों को सिक्कों या फिर पथ्थरों का द्वारा गिनता था। लेकिन जब से ये उपकरण उपयोग में आया है अंपायर को ओवर की गेंद की गिनती करने में साहयता मिलती है। इसके मशीन के हर साइड पर अनेक प्रकार के बटन पाए जाते हैं। ऐसे में जैसे ही गेंदबाज गेंद फैंकता है, या फिर उसका ओवर खत्म हो जाता है या विकेट गिरता है तो ऐसे में इस मशीन के बटन को दबाता है।
बॉल गेज
जब से टी-20 क्रिकेट अपने अस्तित्व में आया है, तब से क्रिकेट की दुनिया में एक से बढ़कर एक विस्फोटक बल्लेबाज आ रहे हैं। ये सब बल्लेबाज कभी अपनी खतरानक शॉट से गेंद का आकार भी बदल देते हैं। ऐसे में कभी गेंद गोल नहीं रह जाती है। गेंद की इसी स्थिति का पता लगाने के लिए आजकल अंपायर बॉल गेज नाम के इस उपकरम का प्रयोग करते हैं।
अंपायर का सुरक्षा कवच
आपने कई बार देखा होगा कि कभी बल्लेबाज द्वारा मारी गई शॉट सीधे जाकर सामने खड़े अंपायर को लग जाती है। अंपायर के लिए ये एक बहुत बड़ा खतरा होता है। अब अंपायर की इसी दुविधा को दूर करने के लिए एक नया डिवायज बनाया गया है। जिसे आप अंपायर के सुरक्षा कवज के रूप में जान सकते हैं। इसके अंपायर के हाथ पर बॉंधा जाता है।
वॉकी टॉकी
ये एक ऐसा यंत्र है जो हमारे मोबाइल फोन की तरह दिखता है। इसको वॉकी टॉकी के नाम से जाना जाता है। इसके ये नाम इसलिए पड़ा है क्योंकि अंपायर इसमें वॉक करते हुए टॉक करता है। इससे मैदान पर मौजूद अंपायर उनके सहयोगी तीसरे अंपायर से किसी निर्णय के बारे में चर्चा करते हैं।
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