Paris Olympics: How Athlete Reduce Weight
विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में रेसलिंग के फ़ाइनल मुकाबले से 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण अयोग्य घोषित हो गई। ऐसे में आइए जानते हैं कि कैसे एथलीट मात्र कुछ ही घंटों में 2-4 किलो तक वजन घटा लेते हैं।
पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट के बाहर हो जाने के बाद रेसलिंग और अन्य खेलों में वजन से जुड़े हुए नियम चर्चा में है। बता दें कि विनेश फोगाट का रेसलिंग नियमों के अनुसार 100 ग्राम वजन अधिक वजन होने के कारण उन्हें अयोग्य करार दिया गया है।
इसके बाद खेल विशेषज्ञों और कोच की मने तो इतना वजन तो कम किया जा सकता था और ऐसा कई बार हुआ भी है। ओलंपिक में भाग लेने वाले एथलीट ने काफी कम समय में कई बार अपना वजन कम किया है। भारतीय बॉक्सर मैरीकॉम उनमे से एक हैं।
मैरीकॉम ने किया था अपना वजन कम
भारतीय बॉक्सर मैरीकॉम ने एक बार पोलैंड में ओपन बॉक्सिंग टूर्नामेंट खेल रही थीं। इस दौरान उनका वजन ओलंपिक के नियमों से अधिक था ऐसे में उन्होंने कैटेगरी डिसाइड के लिए होने वाले वजन से पहले अपना वजन कम कर लिया था। उस समय मैरीकॉम ने अपना 2 किलो वजन घटाया था।
ऐसे में रेसलिंग और अन्य खेलों की कोचिंग करने वाले सपोर्टिंग स्टॉप की मने तो रेसलिंग और बॉक्सिंग में अलग अलग नियम हैं लेकिन वजन तो दोनों ही खेलों में कम करना पड़ता है।
वाटर रिटेंशन के उपाय
खेलों में एथलीट कई बार बहुत ही कम समय में अपना वजन घटा लेते हैं इसके लिए वे हैवी वर्कआउट भी करते हैं। इसके अलाव वर्कआउट करते समय कई खास प्रकार के कपड़े भी पहनते हैं। इससे बॉडी से पसीना अधिक निकलता है और कुछ ही घंटो में वजन कम हो जाता है। इसके अलावा एथलीट एक और भी तरीका अपनाते हैं जो है एफटीबी सूट पहनना जिसको पहनने से बॉडी में काफी हीट पैदा हो जाता है।
जब किसी एथलीट की बॉडी से बहुत तेज पसीना निकलता है तो वें बार बार टॉयलेट जाते हैं। ऐसा करने से बॉडी से वाटर रिटेंशन कम हो जाता है। जिसकी वजह से बॉडी का वजन कम हो जाता है। इसके अलावा भी वजन कम करने के कई सारें उपाय हैं।
विनेश फोगाट की वजन कम ना होने का प्रमुख कारण
भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट के मामले में यह हुआ कि रेसलर को वेट इन टाइम कम मिलता है। नियमों के अनुसार मैच से पहले पहलवानों का वजन चेक किया जाता है।
अगर रेसलर दो दिन तक बाउट लड़ते हैं तो दो दिनों तक चेक किया जाता है। जिस दिन मुकाबला होना होता है उसी दिन मकई सुबह एथलीट का फिर से वजन चेक किया जाता है।
यह भी पढ़ें:- Paris Olympics: बचपन में पिता को खोने के बाद माँ के संघर्षों ने बनाया पहलवान, जानिए विनेश फोगाट की दर्द भरी कहानी