भारतीय क्रिकेट में एक और युग के अंत की आहट सुनाई दे रही है। पहले रोहित शर्मा और अब शायद विराट कोहली। ऐसी खबरें हैं कि कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का मन बना लिया है और बीसीसीआई को अपनी इच्छा से अवगत भी करा दिया है। हालांकि, अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन चर्चा जोरों पर है कि भारत के पूर्व कप्तान टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने के करीब हैं।
इस खबर के सामने आते ही क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है। खासकर इसलिए क्योंकि कोहली ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ में शानदार शतक जड़ा था और फिर चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैच जिताऊ पारियां खेलकर दिखाया कि उनके अंदर अभी भी वही जोश और हुनर बाकी है। आईपीएल 2025 में भी वह शानदार फॉर्म में नजर आए, लेकिन भारत-पाक तनाव के चलते टूर्नामेंट एक हफ्ते के लिए सस्पेंड कर दिया गया।
अब सवाल यह है कि अगर कोहली ने सचमुच संन्यास का फैसला कर लिया है, तो क्या उन्हें रोका जा सकता है? और अगर हां, तो कौन है वो इंसान जो किंग कोहली का इरादा बदल सकता है?
क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर बदल सकते हैं विराट कोहली का मन
विराट कोहली ने कई बार पब्लिक प्लेटफॉर्म पर स्वीकार किया है कि सचिन तेंदुलकर उनके करियर के सबसे बड़े प्रेरणास्रोत हैं। 2011 वर्ल्ड कप जीतने के बाद कोहली के वो शब्द आज भी याद किए जाते हैं, जब उन्होंने कहा था “उन्होंने (सचिन ने) 21 साल तक देश का भार उठाया है, अब उन्हें हमारे कंधों पर उठाने का वक्त है।”
ऐसे में अगर कोई कोहली को टेस्ट क्रिकेट में बने रहने के लिए मना सकता है, तो वह हैं सचिन तेंदुलकर। ठीक उसी तरह जैसे साल 2007 में वेस्टइंडीज में वर्ल्ड कप के बाद खराब प्रदर्शन के चलते जब तेंदुलकर संन्यास लेने का मन बना चुके थे, तब वेस्टइंडीज के दिग्गज सर विव रिचर्ड्स का एक फोन कॉल उन्हें दोबारा प्रेरित करने के लिए काफी था।
तेंदुलकर ने एक इंटरव्यू में बताया था कि, “सर विव का कॉल आया और उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि तुम्हारे अंदर अभी बहुत क्रिकेट बाकी है। हम करीब 45 मिनट तक बात करते रहे और वो बातचीत मेरे लिए बहुत खास रही। जब आपका हीरो आपको कॉल करता है, तो उसका असर बहुत गहरा होता है।”
बीसीसीआई की भी है कोशिश
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई भी विराट कोहली को समझाने की कोशिश कर रही है कि वह अपना फैसला दोबारा सोचें, खासकर इसलिए क्योंकि टीम इंडिया को जल्द ही इंग्लैंड के खिलाफ एक लंबी और चुनौतीपूर्ण टेस्ट सीरीज़ खेलनी है। इससे पहले भी 2012 में बीसीसीआई ने वीवीएस लक्ष्मण को रिटायरमेंट से रोकने की कोशिश की थी, लेकिन वह सफल नहीं हो पाए थे।
अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या कोहली भी लक्ष्मण की तरह अपने फैसले पर अडिग रहेंगे या फिर सचिन तेंदुलकर की एक कॉल उन्हें रुकने पर मजबूर कर सकती है। यह कहना अभी मुश्किल है, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि भारतीय क्रिकेट एक और बड़े बदलाव की कगार पर खड़ा है।
स्पोर्ट्स से जुड़ी ताजा खबरों के लिए Sports Digest Hindi के साथ जुड़े रहें और हमें यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, और ट्विटर (X) पर भी फॉलो करें।