आईपीएल हर साल भारत को एक से बढ़कर एक नया स्टार देता आया है। इसी कड़ी में इस साल युवा गेंदबाज मयंक यादव का नाम सुर्खियां बटोर रहा है। IPL 2024 में मयंक यादव ने खुद को रफ्तार के बादशाह के परिचित करवा दिया है। आईपीएल के उनके पहले ही मैच में उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ धारधार गेंदबाजी से सबका ध्यान अपनी ओर आकृषित कर दिया। इसके बाद मयंक ने अपना दूसरा मैच रॉयल चैलेंजर्स बेंग्लुरु के खिलाफ खेला। इस मैच में उन्होंने 156.7 किलोमीटर प्रति/घंटे की रफ्तार से गेंद फैंकी। इसके बाद तो सोशल मीडिया में मयंक यादव का नाम की खूब चर्चा होने लगी। आज के इस लेख में हम मयंक अग्रवाल के निजी जिंदगी के बारे में कुछ अहम बातें जानने वाले हैं। तो आइए जानते हैं इस युवा हौनहार गेंदबाज के बारे में।
कौन हैं मयंक यादव?
इस वक्त मयंक यादव की उम्र महज 21 साल है। उनका जन्म 17 जुलाई 2002 को दिल्ली के मोतीनगर इलाके में हुआ था। मयंक के पिता का नाम प्रभु यादव है और वो भी क्रिकेट के बहुत बड़े प्रशंसक हैं। मयंक के दादाजी ने उनके पिता को पढ़ाने के सिलसिले से दिल्ली में रखा। मयंक के पिता प्रभु यादव इस वक्त दिल्ली में डुरा इंडिया टोन प्रा लिमिटेड नाम की सायरन बनाने वाली कंपनी के मालिक हैं। मयंक की माताजी का नाम ममता यादव हैं।
विजय दहिया ने पहचाना मयंक का हुनर
मयंक अग्रवाल दिल्ली के रहने वाले हैं, लेकिन मूल रूप ये वो बिहार के सुपौल जिले से ताल्लुख रखते हैं। आईपीएल से पहले मयंक यादव ने दिल्ली की तरफ से जमकर घरेलू क्रिकेट खेला है। इस वक्त वो आईपीएल की फ्रेंचाईजी लखनऊ सुपर जाएंट्स की तरफ से खेल रहे हैं और यहां पर उन्हें लाने के लिए सबसे बड़ा हाथ पूर्व भारतीय क्रिकेटर विजय दहिया का हाथ है। दरअसल, आज से दो साल पहले दहिया ने मयंक को विजय हजारे ट्रॉफी के दौरान नेट में गेंदबाजी करते हुए देखा था। इस दौरान विजय दहिया उनकी गेंदबाजी को देखकर दंग रह गए थे। बाद में दहिया ने लखनऊ फ्रेंचाईजी से मयंक पर इन्वेस्ट करने की अपील की थी। इसके बाद मयंक को लखनऊ की टीम में शामिल किया गया।
सीनियर खिलाड़ियों के साथ करता था प्रैक्टिस- मयंक यादव
मयंक ने एक इंटरव्यू के दौरान उन बातों का जिक्र किया जब उन्हें पता चला कि वो एक तेज गेंदबाज बन सकते हैं। मयंक ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि, “मैं जब 14 साल का था, तो उस समय सोनेट क्लब में प्रैक्टिस करता था। वहां मुझे कोच (तारक सिन्हा) सर ने बॉल दी, उस वक्त मेरी उम्र वाले खिलाड़ी प्रैक्टिस कर रहे थे। जब मैंने अपनी उम्र वालों को गेंद डाली तो उन्हें काफी डिफिकल्ट हो रहा था। इसके बाद मुझे कोच ने कहा कि सीनियर लोगों के साथ प्रैक्टिस करो। उस वक्त मुझे कोच ने कि तू अपने एज ग्रुप के हिसाब से बहुत तेज गेंद डालता है।”
घरेलू क्रिकेट में किया दमदार प्रदर्शन
मयंक यादव ने बीते साल हुए कर्नल सीके नायडू ट्रॉफी में बेहद शानदार प्रदर्शन किया था। इस दौरान उन्होंने मात्र 6 मैचों में कुल 15 विकेट अपने नाम किए थे। ये कारनाम उन्होंने छत्तीसगढ़ के खिलाफ किया था और इसके अलावा एक ही मैच में 5 विकेट लेकर उन्होंने अपनी प्रतिभा की झलक दिखाई थी। गेंद के अलावा बल्ले से भी मयंक ने अपना दम दिखाया था। उन्होंने 66 रन बनाए थे। इसके बाद सैयद मुश्ताक अली टी-20 ट्रॉफी में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। इस टूर्नामेंट के दौरान मयंक ने चार मैचों में पांच विकेट लिए। इस दौरान उनकी इकोनॉमी 6.5 से भी कम की रही थी।
टीम इंडिया में शामिल करने की हो रही मांग
इस वक्त पूरा सोशल मीडिया मयंक यादव के नाम से भरा हुआ है। हर जगह पर उनकी धारधार गेंदबाजी की चर्चा हो रही है। मात्र चार दिनों के अंदर ही मयंक के देश और विदेश में लाखों फैंस बन चुके हैं। पड़ोंसी देश पाकिस्तान में उनकी चर्चा हो रही है। अब ऐसे में 21 साल के इस युवा खिलाड़ी के कंधों में जिम्मेदारियों का बोझ बढ़ गया है। यदि मयंक यादव इसी तरह से प्रदर्शन करते हैं तो वो दिन भी दूर नहीं जब वो हमें भारतीय टीम की नीली जर्सी में दिख जाएं। सोशल मीडिया में कई लोग तो आगामी टी-20 विश्वकप में उनको टीम में शामिल करने की मांग उठा रहे हैं। हांलाकि इस टूर्नामेंट में उन्हें शामिल करना जल्दबाजी हो सकती है। लेकिन जिस तरह से चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर की एप्रोज हैं, हो सकता है टी-20 विश्वकप में वो मयंक को भारत के नेट गेंदबाज के रूप में शामिल कर लें।
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