Boxing: भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के चुनाव की आंच अब राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप पर भी पड़ रही है। इस दौरान अब BFI के अध्यक्ष अजय सिंह ने यह आरोप लगाया है कि असम मुक्केबाजी से जुड़े होने के कारण हेमंत कलिता के कहने पर ही अब भारत की स्टार महिला मुक्केबाज लवलीना को इस चैंपियनशिप में खेलने से रोका गया है।
लवलीना को राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप से रोका गया :-
तभी तो अब भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के चुनाव की आंच आज से ग्रेटर नोएडा में शुरू होने वाली राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप पर भी पड़ती दिख रही है। इसके चलते हुए बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह की ओर से महासचिव हेमंत कलिता और कोषाध्यक्ष दिग्विजय सिंह को निलंबित किए जाने के बाद अब असम ने इस चैंपियनशिप में टोक्यो ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज लवलीना समेत अपने सभी मुक्केबाजों को खेलने से रोक लिया है।

इस बीच अब बीएफआई के अध्यक्ष अजय सिंह ने यह आरोप लगाया है कि असम मुक्केबाजी से जुड़े होने के कारण हेमंत कलिता के कहने पर ही लवलीना को इस चैंपियनशिप में खेलने से रोका गया है। उन्होंने यहां तक दावा किया है कि हिमाचल प्रदेश के मुक्केबाज भी चैंपियनशिप में भाग नहीं लेने वाले हैं।

इसके अलावा उन्होंने यह दावा भी किया है कि कई मुक्केबाजों से रेल और हवाई यात्रा के टिकट रद्द कराए गए हैं। लेकिन फिर भी हम इन मुक्केबाजों को खिलाने के लिए अपना पूरा जोर लगा रहे हैं। वहीं इसके लिए चाहे हमें अपनी जेब से ही पैसे क्यों ना देने पड़े।
कलिता ने आरोपों से किया इंकार :-
इसके बाद हेमंत कलिता ने अजय सिंह के इन आरोपों को भी खारिज कर दिया है। इस बीच उनका कहना है कि इस टूर्नामेंट को सिर्फ 15 दिन के नोटिस पर कराया जा रहा है। इसके लिए कोई भी राज्य तैयार नहीं था।

क्यूंकि इसके बारे में सभी राज्यों ने बीएफआई को पत्र भी लिखा था। यह सब केवल मुझे बदनाम करने के लिए ही किया जा रहा है। इस टूर्नामेंट के लिए अभी तक केवल 22 राज्यों ने ही अपनी एंट्री भेजी है। इस राष्ट्रीय चैंपियनशिप में उतरने से पहले लवलीना ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा था कि वह इसमें खेलने जा रही हैं।
बीएफआई के फैसले पर हाई कोर्ट ने लगाई रोक:-
इससे पहले बुधवार को ही दिल्ली हाईकोर्ट ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के चुनाव में केवल निर्वाचित सदस्यों के भाग लेने के आदेश पर रोक लगा दी है। इस बीच न्यायमूर्ति मिनी पुष्करना ने दिल्ली एमेच्योर मुक्केबाजी संघ की याचिका पर सुनवाई करते हुए आदेश दिया था कि बीएफआई की ओर से 7 मार्च के परिपत्र के क्रियान्वयन पर अगली सुनवाई तक रोक लगाई जाती है। वहीं भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर को हाल ही में महासंघ की चुनाव प्रक्रिया के लिए अयोग्य घोषित किया गया था।

क्यूंकि उनका नामांकन 7 मार्च के परिपत्र का उल्लंघन माना जा रहा था। इसके अलावा दिल्ली हाई कोर्ट ने यह भी स्पष्ट किया है कि चुनाव की प्रक्रिया परिणामों की घोषणा के साथ जारी रहनी चाहिए। लेकिन यह याचिका के परिणाम के अधीन होगी। इसके बाद हाई कोर्ट ने नोटिस जारी करते हुए केंद्र और महासंघ को चार सप्ताह में अपना जवाब दाखिल करने का समय दिया है। इससे पहले बीएफआई के 7 मार्च के नोटिस में कहा गया है कि राज्य इकाइयों की वार्षिक आम बैठक के दौरान केवल विधिवत निर्वाचित सदस्यों ही अपने राज्यों का प्रतिनिधित्व करने के लिए अधिकृत हैं।
Latest Cricket News in Hindi, Latest Football News in Hindi, Latest Tennis News in Hindi और सभी Latest Sports News in Hindi के लिए हमारी वेबसाइट Sports Digest Hindi पर विजिट करें। इसके अलावा, खेल से सम्बंधित सभी ताजा खबरों पाने के लिए हमें यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, और ट्विटर (X) पर भी फॉलो करें।