3 Batsman Who Could Not Complete a Double Century in Test Cricket Due to The Captain Declared The Inning
हाल ही में पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच रावलपिंडी में खेले जा रहे टेस्ट मैच में पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान (Mohammed Rizwan) ने पहली पारी में 171* रनों की शानदार पारी खेलकर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया। हालाँकि, उन्होंने इस मुकाबले में अपने टेस्ट करियर की सबसे बड़ी पारी खेली, लेकिन दोहरा शतक पूरा करने से चूक गए।
मोहम्मद रिजवान (Mohammed Rizwan) इस मुकाबले में अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक जड़ने से मात्र 29 रन दूर थे, तभी कप्तान बाबर आजम (Babar Azam) ने पारी घोषित कर दी, जिसे देखकर सभी चौंक गए। हालाँकि, यह पहली बार नहीं है, जब किसी कप्तान ने किसी बल्लेबाज के दोहरा शतक के करीब रहते पारी घोषित की है। इससे पहले दो कारनामे तो ऐसे हुए हैं, जब कप्तान ने बल्लेबाज के 190+ स्कोर बनाने के बाद भी पारी घोषित कर दी है।
यहाँ हम आपको उन 3 बल्लेबाजों के बारे में बताने जा रहे हैं जो टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक लगा सकते थे, लेकिन कप्तान ने अचानक से पारी घोषित करके उनका पूरा खेल बिगाड़ दिया।
ये हैं वो 3 बल्लेबाज जो कप्तान के पारी घोषित करने के चलते टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक नहीं पूरा कर पाए
3. मोहम्मद रिजवान (Mohammed Rizwan)

पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच रावलपिंडी में खेले जा रहे टेस्ट मैच में कप्तान बाबर आजम ने 448/6 पर पारी घोषित कर दी। इस दौरान मोहम्मद रिजवान (Mohammed Rizwan) 171* पर बल्लेबाजी कर रहे थे और अच्छे लय में नजर आ रहे थे। वह अपने करियर की सबसे बड़ी पारी खेल चुके थे, लेकिन पहले दोहरे शतक से मात्र 29 रन दूर थे
यदि वह क्रीज पर खड़े रहते तो यह उपलब्धि हासिल कर सकते थे। हालाँकि, कप्तान चाहते थे कि, बांग्लादेश खेल के दूरे दिन के समाप्त होने से पहले कुछ ओवर बल्लेबाजी करे, ताकि पाकिस्तान को विकेट मिल सके। हालाँकि, उनकी इस योजना पर पानी फिर गया और मेहमान टीम अपना विकेट बचाने में कामयाब रही।
2. सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar)

अप्रैल 2004 में मुल्तान में खेले गए टेस्ट मैच में भारत ने पहले बल्लोएबजी करते हुए पहली पारी में 675/5 पर अपनी पारी घोषित कर दी थी। उस दौरान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) 194 रन बनाकर नाबाद थे, लेकिन कप्तान राहुल द्रविड़ के पारी घोषित करने के फैसले से वह दोहरा शतक नहीं पूरा कर सके थे।
हालाँकि, सचिन ने टी ब्रेक के बाद बेहद धीमी बल्लेबाजी की थी और 35 गेंदों पर 29 रन बनाए थे, जबकि द्रविड़ चाहते थे कि पाकिस्तान उस दिन अंतिम एक घंटे में बल्लेबाजी करे ताकि वह कम रोशनी के चलते अपना विकेट गँवा सके। बता दें कि, उस मुकाबले में भारत की ओर से वीरेंद्र सहवाग ने 309 रनों की शानदार पारी खेली थी और भारत ने उस मैच को एक पारी और 52 रनों से जीत हासिल की थी।
1. फ्रैंक वोरेल (Frank Worrell)

फ्रैंक वोरेल (Frank Worrell) टेस्ट क्रिकेट इतिहास के उन बदनसीब खिलाड़ियों में से एक हैं, जो अपनी टीम के कप्तान द्वारा पारी घोषित करने की वजह से दोहरा शतक नहीं लगा सके। जनवरी 1960 में ब्रिजटाउन में खेले गए एक टेस्ट मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 482/10 का स्कोर बनाया था।
इसके बाद अपनी पहली पारी खेलने उतरी वेस्टइंडीज ने 563/8 पर अपनी पारी घोषित कर दी। उस दौरान फ्रैंक वोरेल 197 के निजी स्कोर पर खेल रहे थे और अपने दोहरे शतक से मात्र 3 रन दूर थे, लेकिन कप्तान गैरी एलेक्जेंडर के फैसले ने उनका सपना तोड़ दिया। हालाँकि, इंग्लैंड अपनी दूसरी पारी में 71/0 का स्कोर बना सकी थी और वह मुकाबला ड्रा हुआ था।