इस वक्त क्रिकेट की दुनिया में वेस्टइंडीज और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की चर्चा जोर-शोर से हो रही है। इस चर्चा की वजह का कारण कैरेबियाई टीम की कंगारूओं की धरती पर जाकर ऐतिहासिक जीत दर्ज करना है। वेस्टइंडीज की इस एतिहासिक जीत का सेहरा युवा खिलाड़ी शमर जोसेफ के सिर पर सजा है। दरअसल, शमर जोसेफ ने गाबा टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 7 विकेट लेकर क्रिकेट की दुनिया में तहलका मचा कर रख दिया। इस जीत के बाद दुनिया भर से शमर को बधाईयां देने का तांता लगा हुआ है। इस दौरान महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने भी शमर जोसेफ की तारीफ की और वेस्टइंडीज की इस ऐतिहासिक जीत का अहम हीरो करार दिया।
सचिन तेंदुलकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि, “शमर जोसेफ का 7 विकेट लेने का अद्भुत स्पैल टेस्ट क्रिकेट के धैर्य और नाटकीयता को उजागर करता है। यह वह प्रारूप है जो वास्तव में चुनौती देता है और खिलाड़ी की क्षमता को प्रदर्शित करता है। 27 सालों के बाद ऑस्ट्रेलिया में वेस्टइंडीज के लिए ऐतिहासिक जीत की पटकथा लिखने के अहम किरदार।”
Shamar Joseph’s remarkable spell to claim 7 wickets highlights the sheer grit and drama of Test cricket. This is the format that truly challenges and showcases a player’s mettle. A key architect in scripting a historic victory for the West Indies in Australia after 27 years.… pic.twitter.com/RUP7UmOW6W
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) January 28, 2024
जोसेफ ने रचा इतिहास
शमर की मैच के प्रति समर्पण को इसी बात से समझ सकते हैं कि बल्लेबाजी करने के दौरान उनको चोट लग गई थी। इसके बाद लग रहा था कि पारी के दौरान वो गेंदबाजी नहीं कर पाएंगे। लेकिन उन्होंने अपनी हिम्मत पूरी दुनिया को दिखाई और गेंदबाजी करने के लिए आए। फिर जोसेफ ने अपनी गेंदबाजी से पूरे मैच की तस्वीर बदल कर रख दी। जोसेफ ने 7 ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को पेवेलियन का रास्ता दिखाया। इस युवा गेंदबाज के शानदार योगदान की बदौलत वेस्टइंडीज की टीम करीब 27 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की धरती पर टेस्ट मैच जीता।
काफी मेहनत के बाद किया ये मुकाम हासिल
तीन साल पहले शमर जोसेफ अपने परिवार के पेट पालने के लिए सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की है। हांलाकि आज इस खिलाड़ी ने इंटरनेशनल क्रिकेट में तहलका मचा दिया है लेकिन उनका जीवन काफी संघर्षों से भरा भी रहा है। एक वक्त था जब शमर को गेंदबाजी की प्रैक्टिस के लिए गेंद तक उपलब्ध नहीं होती थी। उस दौरान शमर जोसेफ प्लास्टिक की गेंद को पिघलाकर गेंद बनाते थे और क्रिकेट खेला करते थे। इसके बाद उनकी गेंदबाजी की पेस को देखते हुए उन्हें फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेलने का मौका मिला। फिर गुयाना की तरफ से खेलते हुए समर ने काफी सुर्खियां बटोरी थी। साल 2023 में शमर पहली बार कैरेबियन प्रीमियर लीग में शामिल हुए और फिर उनकी पहचान में ज्यादा इजाफा होने लगा।
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