Rohit Sharma Breaks Silence on Sydney Test Exit and Test Retirement Rumours: भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने आखिरकार उन तमाम अटकलों पर विराम लगा दिया है, जो उनके टेस्ट करियर को लेकर उठ रही थीं। साल 2024-25 की टेस्ट गर्मियों में खराब फॉर्म और सिडनी टेस्ट से बाहर रहने के बाद उनके भविष्य को लेकर चर्चा तेज हो गई थी।
लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ जून से शुरू हो रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज से पहले रोहित ने साफ कर दिया है कि वह फिलहाल टेस्ट क्रिकेट से संन्यास नहीं ले रहे हैं और टीम की अगुवाई करते रहेंगे।
खराब फॉर्म के बाद उठे थे सवाल
पिछले टेस्ट सीज़न में रोहित का बल्ला पूरी तरह खामोश रहा। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में उन्होंने छह पारियों में केवल 31 रन बनाए, जबकि उससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट में भी उनका प्रदर्शन फीका रहा था, जिसमें वे कुल 91 रन ही बना पाए। भारत को घरेलू मैदान पर न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहली बार 3-0 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था।
ऐसे में यह माना जा रहा था कि रोहित अब टेस्ट क्रिकेट से दूरी बना सकते हैं, खासकर जब वह जल्द ही 38 वर्ष के होने वाले हैं।
खुद को ड्रॉप करने का लिया था फैसला
साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए अंतिम टेस्ट से रोहित के बाहर होने को लेकर काफी चर्चा हुई थी। कई लोगों ने यह मान लिया था कि उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया है। हालांकि, अब रोहित ने यह साफ किया है कि वह खुद इस टेस्ट में नहीं खेलना चाहते थे।
Beyond23 पॉडकास्ट पर माइकल क्लार्क के साथ बातचीत में रोहित ने कहा, “मुझे खुद के प्रति ईमानदार रहना था। मैं नहीं चाहता था कि मैं ऐसे समय पर खुद को प्लेइंग इलेवन में रखूं जब बाकी खिलाड़ी भी संघर्ष कर रहे हों। हम चाहते थे कि शुभमन गिल को मौका मिले, क्योंकि वह एक बेहतरीन बल्लेबाज़ हैं और बॉक्सिंग डे टेस्ट में वह बाहर बैठे थे।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस फैसले पर कोच गौतम गंभीर और चीफ सिलेक्टर अजीत आगरकर से उनकी काफी लंबी बातचीत हुई। रोहित ने कहा, “मैंने अपनी राय रखी, उन्होंने सहमति और असहमति दोनों जताई। इसको लेकर बहस भी हुई। लेकिन जब आप टीम को प्राथमिकता देते हैं, तो ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं। कई बार ये सही बैठते हैं और कई बार नहीं।”
इंग्लैंड सीरीज के लिए तैयार हैं रोहित
रोहित शर्मा ने बातचीत में यह भी संकेत दिया कि वह इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में टीम का नेतृत्व करेंगे। इस सीरीज से भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के अपने सफर की शुरुआत करेगा। 20 जून से लीड्स में पहला टेस्ट खेला जाएगा, जिसमें भारत का मुकाबला बेन स्टोक्स की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम से होगा।
जब क्लार्क ने उन्हें इस सीरीज के लिए शुभकामनाएं दीं, तो रोहित ने जवाब में कहा, “हम अपनी पूरी कोशिश करेंगे,” जिससे साफ हो गया कि वह न केवल टीम का हिस्सा होंगे, बल्कि कप्तानी की जिम्मेदारी भी संभालेंगे।
टेस्ट में फ्लॉप, लेकिन ICC टूर्नामेंट में धमाल
टेस्ट फॉर्मेट में निराशाजनक प्रदर्शन के बावजूद रोहित शर्मा ने पिछले सालों में भारत को दो बड़े ICC खिताब जिताए हैं। साल 2024 में उन्होंने भारत को टी20 वर्ल्ड कप जिताया और 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी भी भारत के नाम की। वह महेंद्र सिंह धोनी के बाद ऐसे दूसरे भारतीय कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने एक से ज्यादा ICC टूर्नामेंट्स जीते हैं।
इन सफलताओं ने रोहित के नेतृत्व कौशल को फिर से साबित किया है और यह दिखाया है कि भले ही एक फॉर्मेट में फॉर्म गिर जाए, लेकिन बड़े टूर्नामेंट में टीम को जीत दिलाना उनकी खासियत बनी हुई है।
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