3 हॉकी खिलाड़ी जिन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए जीता है ओलंपिक मेडल
जानिए कौन हैं वो 3 खिलाड़ी।
3 Hockey Players Who Won Olympic Medals For India and Pakistan
यह तो आप सभी बखूबी जानते होंगे कि, साल 1947 में भारत विभाजन के बाद पाकिस्तान के रूप में एक नए देश ने जन्म लिया। इसी के चलते कई सारे लोग पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए, तो वहीं कई लोग भारत छोड़कर पाकिस्तान में बस गए। ऐसे में कई सारे खिलाड़ी ऐसे भी रहे, जिन्होंने आजादी से पहले भारत की ओर से खेला और फिर पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करने लगे।
हॉकी इतिहास में 4 सारे खिलाड़ी ऐसे रहे हैं, जिन्होंने ओलंपिक में भारत और पाकिस्तान दोनों का प्रतिनिधित्व किया है, जिनमें से 3 खिलाड़ी दोनों देशों के लिए मेडल जीतने में भी कामयाब रहे हैं। इसके अलावा, एक खिलाड़ी ने भारत के लिए मेडल जीता, लेकिन पाकिस्तान के लिए वह उपलब्धि नहीं हासिल कर्ण सके। यहाँ हम आपको उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए मेडल जीता है।
ये हैं वो 3 हॉकी खिलाड़ी जिन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों के लिए जीता है ओलंपिक मेडल
3. अख्तर हुसैन (Akhtar Hussain)
23 अगस्त 1926 को भारत में जन्में लतीफ़-उर रहमान ने हॉकी में भारत और पाकिस्तान दोनों का प्रतिनिधित्व किया था। वह 1948 के लंदन ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा थे। इसके बाद उन्होंने 1956 के मेलबर्न ओलंपिक में पाकिस्तान हॉकी टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए सिल्वर मेडल जीता।
2. लतीफ़-उर रहमान (Latif ur Rehman)
01 जनवरी 1929 को भारत में जन्में लतीफ़-उर रहमान ने हॉकी में भारत और पाकिस्तान दोनों का प्रतिनिधित्व किया था। वह 1948 के लंदन ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा थे। इसके बाद उन्होंने 1956 के मेलबर्न ओलंपिक में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व करते हुए सिल्वर मेडल जीता।
1. अली दारा (Ali Dara)
ब्रिटिश भारत में पंजाब के लायलपुर (अब फैसलाबाद) में 01 अप्रैल 1915 को जन्में दिवंगत स्टार हॉकी खिलाड़ी अली दारा ने भारत के लिए बतौर खिलाड़ी और पाकिस्तान के लिए बतौर मैनेजर ओलंपिक मेडल जीता है।
अली दारा 1936 के बर्लिन ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का हिस्सा थे, जिन्होंने मेजबान जर्मनी को 8-1 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। इसके बाद, उन्होंने ने 1948 के लंदन ओलंपिक में पाकिस्तान हॉकी टीम की कप्तानी भी की, लेकिन वहां उनकी टीम चौथे स्थान पर रही।
हालाँकि, दारा पाकिस्तान के लिए बतौर खिलाड़ी कोई मेडल नहीं जीत सके, लेकिन 1976 के मॉन्ट्रियल ओलंपिक गेम्स में जब पाकिस्तान हॉकी टीम के मैनेजर थे जहां पाकिस्तान ने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।