भारत 21 जून 2025 को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की 10वीं वर्षगांठ बड़े धूमधाम से मनाने जा रहा है। इस दिन दुनिया के 191 देशों में 1,300 से ज्यादा जगहों पर 2,000 से अधिक योग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस वर्ष का थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ (Yoga for One Earth, One Health) रखा गया है। इस आयोजन के जरिए भारत न केवल अपनी प्राचीन योग परंपरा को वैश्विक मंच पर पेश करेगा, बल्कि अपनी सॉफ्ट पावर को भी दुनिया के सामने रखेगा।
पाकिस्तान में भी होगा योग दिवस का आयोजन
इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर पाकिस्तान में भी विशेष योग कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। भारतीय उच्चायोग इस्लामाबाद में एक योग कार्यक्रम करने जा रहा है। यह जानकारी भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) ने दी, जो विदेश मंत्रालय का सांस्कृतिक विभाग है। ICCR की महानिदेशक के नंदिनी सिंगला ने बताया कि इस साल 10वीं वर्षगांठ के मौके पर लगभग हर देश में योग कार्यक्रम आयोजित होंगे। अमेरिका जैसे देशों में कई शहरों में अलग-अलग कार्यक्रम रखे गए हैं।
1,300 जगहों पर 2,000 से ज्यादा कार्यक्रम होंगे आयोजित
ICCR ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर 21 जून को पूरी दुनिया के 191 देशों में योग कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कुल 2,000 से ज्यादा कार्यक्रम 1,300 स्थानों पर होंगे, जो कई शहरों को कवर करेंगे। इस आयोजन से भारत की सांस्कृतिक पहचान और दुनिया में योग की लोकप्रियता का अंदाजा भी लगेगा।
‘योग बंधन’ कार्यक्रम में शामिल होंगे 15 देशों के योगगुरु
इस साल योग दिवस का खास आकर्षण ‘योग बंधन’ कार्यक्रम रहेगा। इस आयोजन में ब्राज़ील, अर्जेंटीना, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया, श्रीलंका, इंडोनेशिया, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया समेत 15 देशों के 17 योगगुरु भाग लेंगे। ये सभी योगगुरु भारत आकर देशभर के प्रमुख स्थलों पर योग सत्र का नेतृत्व करेंगे। दिल्ली में कुतुब मीनार, जंतर मंतर, पुराना किला और हुमायूं का मकबरा जैसी ऐतिहासिक जगहों पर कार्यक्रम होंगे। इसी तरह लखनऊ, अयोध्या, वाराणसी, जयपुर, जोधपुर, भोपाल और ग्वालियर जैसे शहरों में भी ‘योग बंधन’ कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
ICCR की महानिदेशक ने कहा कि ‘योग बंधन’ का उद्देश्य भारत और दुनिया के बीच एक मजबूत सांस्कृतिक सेतु बनाना है। जैसे योग ‘आत्मा’ और ‘परमात्मा’ के मिलन का प्रतीक है, वैसे ही यह कार्यक्रम भारत और दुनिया को जोड़ने का काम करेगा।
विदेशों में भी दिख रहा है योग का प्रभाव
ICCR के अनुसार, विदेशों में योग की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। अमेरिका, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में सांसद, विधायक, पुलिस अधिकारी और न्यायाधीश भी योग सीख रहे हैं। यही नहीं, दुनिया के कई देशों के लोग योग को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना चुके हैं ताकि वे सेहतमंद रहें और तनाव से बच सकें। ICCR का मानना है कि योग अब एक वैश्विक आंदोलन बन चुका है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 की थीम क्या है?
इस साल अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम ‘एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग’ रखी गई है। यह थीम स्वास्थ्य, पर्यावरण और टिकाऊ जीवनशैली के आपसी संबंध को दर्शाती है। यह भारत के ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ के विज़न के अनुरूप है, जिसे G20 अध्यक्षता के दौरान भारत ने वैश्विक मंच पर प्रमुखता से रखा था।
कई महीनों से चल रही है तैयारियां
ICCR ने बताया कि इस वर्ष के योग दिवस के लिए तैयारियां कई महीने पहले शुरू हो गई थीं। इस दौरान 100 दिन, 75 दिन, 50 दिन और 25 दिन पहले के काउंटडाउन कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। इन आयोजनों के जरिए लोगों में योग के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया। दुनिया भर में भारत के दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों ने भी इस कड़ी में विशेष योग कार्यक्रम आयोजित किए।
भारत के 37 सांस्कृतिक केंद्रों ने भी बीते 100 दिनों में विदेशों में कई योग कार्यक्रम किए। ICCR की महानिदेशक के अनुसार, इन आयोजनों के जरिए दुनियाभर में योग को नई पहचान मिली है और यह भारत की सांस्कृतिक ताकत का अहम हिस्सा बन गया है।
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