Jay Shah Becomes The Youngest ICC Chairman
मंगलवार, 27 अगस्त को इस खबर पर मुहर लग चुकी है कि बीसीसीआई के वर्तमान सचिव जय शाह (Jay Shah) आईसीसी के नए अध्यक्ष होंगे। निर्विरोध निर्वाचित हुए 35 वर्षीय शाह आईसीसी इतिहास के सबसे युवा अध्यक्ष भी बने हैं। हालांकि, यह पहली बार नहीं है जब शाह किसी इंटरनेशनल या रीजनल काउंसिल की जिम्मेदारी संभालने जा रहे हैं। उनके पास पहले से एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष पद को संभालने का अनुभव है और वह अभी भी इस काउंसिल के अध्यक्ष हैं।

हालांकि, आईसीसी अध्यक्ष बनने के बाद जय शाह बीसीसीआई सचिव का पद छोड़ देंगे। इस पद के लिए पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री स्व. अरूण जेटली के बेटे और दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट एसोसिएशन के वर्तमान अध्यक्ष रोहन जेटली सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। बहरहाल, क्रिकेट वर्ल्ड को शाह से काफी उम्मीदें हैं और वह इस पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करेंगे।
क्रिकेट की दुनिया में ऐसा रहा है जय शाह का सफर
बता दें कि, आईसीसी अध्यक्ष बनने से कई साल पहले से ही जय शाह के पास इस तरह की जिम्मेदारियां संभालने का अनुभव रहा है। उन्होंने साल 2009 में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन में एग्जीक्यूटिव बोर्ड मेम्बर के रूप में क्रिकेट की दुनिया में अपना कदम रखा। इसके बाद, वह 2013 में इस एसोसिएशन के संयुक्त सचिव बने।

साल 2015 में जय शाह ने स्टेट क्रिकेट बॉडी को छोड़कर नेशनल क्रिकेट बॉडी बीसीसीआई का रूख किया। उन्होंने सबसे पहले फाइनेंस और मार्केटिंग कमेटी में अपनी जिम्मेदारी संभाली और बोर्ड के कामकाज को अच्छी तरह से समझा। इसके बाद, शाह 2019 में बीसीसीआई के सचिव बने और 2024 तक इस पद पर रहते हुए उन्होंने भारतीय क्रिकेट में कई बड़े सुधार किए।
जय शाह के कार्यकाल में भारतीय क्रिकेट में रेड बॉल क्रिकेट के महत्व को बढ़ाने के लिए बीसीसीआई द्वारा कई कड़े फैसले लिए। इसके अलावा, महिला और पुरूष खिलाड़ियों की मैच फीस एक समान करने, घरेलू क्रिकेट के खिलाड़ियों की सैलरी बढ़ाने, रिटायर्ड खिलाड़ियों के पेंशन को बढ़ाने और सबसे बड़ा वीमेंस प्रीमियर लीग शुरू कराने जैसे फैसले उनके सचिव पद पर रहते हुए किए गए।

जय शाह के कार्यकाल में भारतीय क्रिकेट की काफी उन्नति हुई। उनके कार्यकाल में भारत ने एशिया कप और टी20 वर्ल्ड कप का खिताब भी अपने नाम किया, जबकि वर्ल्ड कप 2023 की उपविजेता भी रही। इतना ही नहीं, अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेलने वाले भारतीय खिलाड़ियों को खाली समय में घरेलू क्रिकेट खेलना जरूरी भी बनाया गया। इस फैसले को ना मानने पर बोर्ड ने श्रेयस अय्यर और ईशान किशन जैसे चर्चित खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर कर दिया। इसीलिए, पूरा क्रिकेट वर्ल्ड जय शाह से बेहतर फैसले लेने और क्रिकेट को दुनिया भर में बढ़ावा देने के लिए अच्छे फैसलों की उम्मीद कर रहा है।