Highest scores on Test captaincy debut: टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी करना किसी भी खिलाड़ी के करियर का सबसे बड़ा पल होता है। लेकिन जब कोई खिलाड़ी कप्तानी करते हुए बल्ले से भी इतिहास रच दे, तो वह पल हमेशा के लिए अमर हो जाता है। क्रिकेट इतिहास में कुछ चुनिंदा बल्लेबाज़ ऐसे रहे हैं, जिन्होंने कप्तान के रूप में अपने पहले ही टेस्ट मैच में शानदार पारियाँ खेलकर दुनिया को चौंका दिया।
हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के वियान मल्डर ने अपने कप्तानी डेब्यू पर ज़िम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 367 रनों की पारी खेली और यह अब तक का टेस्ट कप्तानी डेब्यू पर सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर बन गया।
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आइए नज़र डालते हैं उन 5 बल्लेबाज़ों पर जिन्होंने टेस्ट कप्तानी डेब्यू पर सबसे बड़ी पारियाँ खेली हैं।
ये हैं टेस्ट क्रिकेट में कप्तानी डेब्यू पर सबसे बड़ी पारियाँ खेलने वाले टॉप 5 बल्लेबाज
5. जो रूट – 190 रन बनाम दक्षिण अफ्रीका (2017)
इंग्लैंड के आधुनिक दौर के सबसे सफल बल्लेबाज़ों में से एक जो रूट ने जुलाई 2017 में कप्तानी की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ की थी। यह मुकाबला लॉर्ड्स में खेला गया था और रूट ने पहली ही पारी में 190 रन की शानदार पारी खेली थी।
उनकी यह पारी 234 गेंदों में आई, जिसमें 27 चौके शामिल थे। उन्होंने मोईन अली और बेन स्टोक्स के साथ अहम साझेदारियाँ कीं और इंग्लैंड को मजबूत स्थिति में पहुँचाया। उनके इसी प्रदर्शन की बदौलत इंग्लैंड ने यह मुकाबला जीतकर कप्तान रूट को शानदार शुरुआत दी।
4. क्लेम हिल – 191 रन बनाम दक्षिण अफ्रीका (1910)
ऑस्ट्रेलिया के महान बल्लेबाज़ क्लेम हिल ने साल 1910 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कप्तानी करते हुए 191 रन की पारी खेली थी। यह मैच सिडनी में खेला गया था। उस समय के लिहाज़ से यह स्कोर अत्यंत दुर्लभ था, क्योंकि टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक भी बहुत कम देखने को मिलता था।
हिल की यह पारी उनकी आक्रामक बल्लेबाज़ी का प्रतीक थी और उन्होंने उस जमाने में अपने इरादों से यह साबित कर दिया कि कप्तान बनना उनके खेल को और निखार सकता है। उस दौर में बल्लेबाज़ी करना आसान नहीं था, लेकिन हिल ने अपनी क्लास और अनुभव से टीम को मज़बूत शुरुआत दिलाई।
3. शिवनारायण चंद्रपॉल – 203* रन बनाम दक्षिण अफ्रीका (2005)
वेस्टइंडीज के भरोसेमंद बल्लेबाज़ शिवनारायण चंद्रपॉल ने 2005 में कप्तानी का भार संभालते हुए ही एक बड़ा धमाका कर दिया था। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में नाबाद 203 रन की ऐतिहासिक पारी खेली थी।
यह मुकाबला जॉर्जटाउन में खेला गया और चंद्रपॉल की यह पारी टीम के लिए एक दीवार साबित हुई। उन्होंने पूरे संयम और धैर्य के साथ बल्लेबाज़ी करते हुए मैदान पर लगभग 10 घंटे बिताए और अपना विकेट नहीं गंवाया। उनकी यह पारी उस समय की सबसे बड़ी कप्तानी डेब्यू पारियों में गिनी गई थी, जो आज भी टॉप 3 में शामिल है।
2. ग्राहम डाउलिंग – 239 रन बनाम भारत (1968)
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ग्राहम डाउलिंग ने भारत के खिलाफ 1968 में क्राइस्टचर्च में खेला गया टेस्ट मैच अपनी शानदार पारी के लिए यादगार बना दिया। कप्तान के रूप में डेब्यू करते हुए उन्होंने 239 रन बनाए और एक समय तक यह कप्तानी डेब्यू पर सबसे बड़ी पारी थी। डाउलिंग की यह पारी उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक मानी जाती है।
1. वियान मल्डर – 367* रन बनाम ज़िम्बाब्वे (2025)
दक्षिण अफ्रीका के वियान मल्डर ने 2025 में ज़िम्बाब्वे के खिलाफ अपने कप्तानी डेब्यू पर इतिहास रच दिया। उन्होंने बुलावायो में नाबाद 367* रनों की पारी खेलकर सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। मल्डर ने पहली पारी में 334 गेंदों का सामना करते हुए 32 चौके और 3 छक्के लगाए।
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ज़िम्बाब्वे के खिलाफ उनकी यह पारी ना केवल उनके लिए बल्कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट इतिहास के लिए भी एक गौरवपूर्ण पल था। इस पारी के साथ ही उन्होंने ग्राहम डाउलिंग, चंद्रपॉल और रूट जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ते हुए कप्तानी डेब्यू पर सबसे बड़ा स्कोर बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
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