IPL 2025 2025 का सीजन धीरे-धीरे अपने अंतिम दौर में पहुंच रहा है और अब हर मैच प्लेऑफ की तस्वीर को प्रभावित कर सकता है। 4 मई को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) और राजस्थान रॉयल्स (RR) के बीच होने वाला मुकाबला भी कुछ ऐसा ही होगा। लेकिन इस मैच से पहले सबसे बड़ा सवाल यह है कि पिच किस तरह की होगी और उसका असर मुकाबले पर कैसे पड़ेगा?
बल्लेबाज़ों को मिलेगी राहत, गेंदबाज़ों के लिए चुनौती
ईडन गार्डन्स की पिच इस सीजन में एक बार फिर से हाई स्कोरिंग रही है। मैदान छोटा होने के साथ-साथ पिच से सीम मूवमेंट या टर्न का ज़्यादा सहयोग नहीं मिल रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, रविवार दोपहर को हल्के बादल ज़रूर रहेंगे, लेकिन बारिश की संभावना बेहद कम है। ऐसे में पूरा 40 ओवर का खेल होने की उम्मीद की जा रही है।
इस मैदान पर अब तक का औसत स्कोर 200 रन के करीब रहा है। सीजन का इकलौता दोपहर का मुकाबला भी यहीं खेला गया था, जिसमें कुल मिलाकर 500 से ज़्यादा रन बने थे। इसका सीधा मतलब है कि इस बार भी बल्लेबाज़ों के लिए रन बनाने का बेहतरीन मौका रहेगा।
स्पिनरों को नहीं मिलेगा ज़्यादा फायदा
ईडन गार्डन्स को पहले स्पिनर्स की मददगार पिच माना जाता था, लेकिन हालिया सीजन में इसमें बदलाव देखा गया है। इस बार पिच काफी सपाट रही है और उसमें टर्न ना के बराबर है। ऐसे में राजस्थान रॉयल्स के लिए महेश तीक्षणा जैसे स्पिनरों की भूमिका सीमित हो सकती है। वहीं कोलकाता की ओर से वरुण चक्रवर्ती और सुनील नारायण जैसे अनुभवी स्पिनर खेल में होंगे, लेकिन उन्हें भी पिच से कोई खास टर्न मिलने की उम्मीद नहीं है।
पॉवरप्ले में बने हैं सबसे ज़्यादा रन
ईडन गार्डन्स की पिच पर पॉवरप्ले के दौरान रन बनाने वाले बल्लेबाज़ों को काफी फायदा मिला है। राजस्थान रॉयल्स इस मामले में सबसे आगे हैं, जिन्होंने पावरप्ले में इस सीजन सबसे तेज़ रन रेट (10.75), सबसे अधिक बाउंड्री परसेंटेज (28.96) और सबसे ज़्यादा छक्के (47) लगाए हैं। अगर यही सिलसिला इस मैच में जारी रहा तो पहले छह ओवरों में ही बड़ा स्कोर बन सकता है।
दोपहर के मैचों में चेज़ करना रहा है फायदेमंद
ईडन गार्डन्स में खेले गए पिछले आठ दोपहर के मुकाबलों में से छह बार लक्ष्य का पीछा करने वाली टीम ने जीत हासिल की है। इसका मतलब है कि टॉस जीतने वाली टीम गेंदबाज़ी का विकल्प चुन सकती है, ताकि दूसरी पारी में रोशनी बेहतर हो और पिच थोड़ा और सपाट हो जाए।
कुल मिलाकर क्या है पिच का मिजाज?
इस मैच में 200 से ऊपर का स्कोर सामान्य माना जा रहा है। बल्लेबाज़ों को शॉट खेलने की आज़ादी मिलेगी और बाउंड्री भी आसानी से आएंगी। गेंदबाज़ों को अपनी लाइन-लेंथ बेहद सटीक रखनी होगी, खासकर पावरप्ले में। स्पिनरों को ज़्यादा सहायता नहीं मिलने वाली, इसलिए मैच का रुख पूरी तरह बल्लेबाज़ों के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
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