क्या है ईरानी कप? इसका इतिहास और किस टीम ने जीता है सबसे ज्यादा बार खिताब
यहाँ जानिए क्या है ईरानी कप और क्या है इसका इतिहास……
Irani Cup: What Is The Irani Cup? Its History And Which Team The Most Successful
BCCI ने एक से पांच अक्टूबर तक लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेले जाने वाले टूर्नामेंट के लिए रेस्ट ऑफ इंडिया टीम का ऐलान कर दिया है। इस टीम के युवा बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ को कप्तान बनाया गया है। दूसरी ओर, अजिंक्य रहाणे मुंबई की कमान सँभालते हुए नजर आएँगे, जिन्होंने रणजी ट्रॉफी 2023-24 का खिताब जीता था।
इरानी कप का इतिहास लगभग 64 सालों पुराना है। शुरुआत में इस टूर्नामेंट को एक यादगार मौके पर आयोजित किया गया था और बीसीसीआई की इस टूर्नामेंट को दोबारा कराने की योजना नहीं थी। हालाँकि, बाद में इसे दोबारा शुरू किया गया और अब हर साल इसका आयोजन किया जाता है।
क्या है ईरानी कप और कब हुई थी इसकी शुरुआत
ईरानी कप भारत में खेली जानी वाली एक घरेलू टूर्नामेंट है, जिसे ईरानी ट्रॉफी के नाम से भी जाना जाता है। इसकी शुरुआत 1959-60 में हुई थी और रणजी ट्रॉफी चैंपियनशिप के 25 वर्ष पूरे होने पर इस टूर्नामेंट को आयोजित किया गया था।
बता दें कि, ईरानी ट्रॉफी का नाम बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष और कोषाध्यक्ष जाल आर ईरानी के नाम पर रखा गया था, जिन्होंने बीसीसीआई के लिए काफी लंबे समय तक अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। इस टूर्नामेंट में सीजन की रणजी ट्रॉफी चैम्पियन और रेस्ट ऑफ इंडिया (ROI) के बीच मुकाबला खेला जाता है।
क्या है ईरानी कप का इतिहास?
ईरानी कप की शुरुआत वर्ष 1960 में किया गया था और इसका पहला मुकाबला रणजी ट्रॉफी चैंपियन और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच खेला गया था। बीसीसीआई के सदस्य ज़ाल आर. ईरानी ने अपने करियर में काफी लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के लिए अपना महत्वपूर्ण समय दिया था। इस टूर्नामेंट का नाम भी उन्हीं के नाम पर रखा गया था।
बीसीसीआई ने शुरुआत में इस टूर्नामेंट को हर साल कराने का विचार नहीं बनाया था, लेकिन बाद में उन्होंने रणजी ट्रॉफी के फाइनल समाप्त होने के बाद हर साल करवाने का निर्णय लिया और तब से लेकर अब तक यह हर साल उस सीजन की रणजी ट्रॉफी चैंपियन और रेस्ट ऑफ इंडिया के बीच मुकाबला खेला जाता है।
1965-66 से 2012-13 के सीजन तक यह भारतीय घरेलू सीजन की शुरुआत का संकेत था, लेकिन उसके बाद से यह घरेलू सीजन समाप्ति का संकेत बन गया। हालाँकि, 2024-25 के घरेलू सीजन में यह दूसरा टूर्नामेंट है। इससे पहले दिलीप ट्रॉफी का आयोजन किया जा चुका है।
अब तक 59 बार हो चुका है ईरानी कप का आयोजन
हर साल यह टूर्नामेंट में रेस्ट ऑफ इंडिया और रणजी ट्रॉफी चैंपियन के बीच खेला जाता है। अब तक 59 बार ईरानी कप का आयोजन हो चुका है। इन 59 में से 26 बार रेस्ट ऑफ इंडिया ने बाजी मारी है, जबकि 8 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। इसके अलावा, अन्य मुकाबलों में रणजी चैंपियन टीमों ने बाजी मारी है।
बता दें कि, ईरानी कप इतिहास में रेस्ट ऑफ इंडिया के बाद मुंबई दूसरी सबसे सफल टीम है जिन्होंने 29 बार फाइनल मुकाबले खेले हैं जिसमे से वह मात्र 12 बार ही ईरानी कप ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया है। बाकी के 17 मुकाबलों में उन्हें रेस्ट ऑफ इंडिया से हार का सामना करना पड़ा है। इसके साथ ही 5 बार मैच बराबरी पर रहा है।
कर्नाटक तीसरी सबसे सफल टीम
ईरानी कप में तीसरी सबसे सफल टीम कर्नाटक रही है. कर्नाटक ने 8 ईरानी कप मुकाबले खेले हैं और इनमें 6 बार उसने जीत हासिल की है. दिल्ली की टीम यहां चौथे पायदान पर है. दिल्ली ने 6 ईरानी कप मैच खेले हैं और दो बार वह चैंपियन बनी है। इसके अलावा, तमिलनाडु, हरियाणा और हैदराबाद ने भी एक-एक बार ईरानी कप अपने नाम किया है।
पिछली बार मध्य प्रदेश को मिली थी हार
ईरानी कप 2023 में रणजी 2022-23 की चैंपियन मध्य प्रदेश को रेस्ट ऑफ इंडिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। उस मुकाबले में उन्हें 238 रन से करारी शिकस्त मिली। रेस्ट ऑफ इंडिया की ओर से पहली पारी में दोहरा शतक और दूसरी पारी में शतक जड़ने वाले यशस्वी जायसवाल को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया था।
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