Vinod Kambli: भारतीय टीम के पूर्व स्टार खिलाड़ी की हुआ हाल बेहाल, सचिन तेंदुलकर से है गहरा रिश्ता
एक समय था जब भारतीय क्रिकेट टीम के लिए विनोद कांबली ने अपने करियर की शुरुआत की थी तो उन्हें सचिन तेंदुलकर से भी बेहतर खिलाड़ी माना जाता था।
Vinod Kambli: Former Star Player of Indian Team is in Bad Condition, Has a Deep Relationship With Sachin Tendulkar
एक समय था जब भारतीय क्रिकेट टीम के लिए विनोद कांबली (Vinod Kambli) ने अपने करियर की शुरुआत की थी तो उन्हें सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) से भी बेहतर खिलाड़ी माना जाता था। लेकिन समय का पहिया ऐसा घूमा कि सब कुछ बदल गया। सचिन को क्रिकेट में भगवान का दर्जा मिला तो वहीं उनके दोस्त विनोद कांबली का ऐसा हाल हुआ है कि वह दूसरों के सहारे चलने को मजबूर हैं।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में विनोद इतने असहाय नजर आ रहे हैं कि उन्हें कुछ लोग मदद कर सड़क से पार कराते हुए दिखे। हालाँकि, सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स ने अनुमान लगाया है कि विनोद कांबली नशे में थे तो वहीं कुछ लोगों का मानना है कि कांबली पिछले कुछ समय से शारीरिक रूप से अस्वस्थ चल रहें हैं और उनकी बिगड़ती सेहत के कारण वह ठीक से चल नही पा रहे थे।
स्वास्थ्य समस्याओं से है परेशान
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी की ऐसी हालत देखना बेहद दुखद है। माना जा रहा है कि विनोद कांबली (Vinod Kambli) काफी लंबे समय से स्वास्थ्य समस्याओं से परेशान चल रहे हैं। इसके अलावा वह अपने निजी व पारिवारिक कारणों से भी काफी परेशान चल रहे हैं।
बता दें कि उन्हें कुछ साल पहले हार्ट अटैक भी आया था। भगवान का शुक्र था की उस समय मुंबई पुलिस के एक कांस्टेबल ने उन्हें समय रहते अस्पताल पहुंचा दिया था जिससे उनकी जान बच पाई।
विनोद कांबली के करियर पर एक नजर
भारतीय क्रिकेट टीम के लिए विनोद कांबली ने 104 वनडे और 17 टेस्ट मैच खेले हैं। वनडे क्रिकेट में कांबली ने 2477 रन बनाए हैं जिसमे 2 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं।
वहीं अगर बात करें टेस्ट क्रिकेट की तो उनके नाम इस फ़ॉर्मेट में 1084 रन हैं जिसमे उनके नाम 4 शतक दर्ज है। कांबली ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी बहुत सारे रन बनाए हैं, इस दौरान उन्होंने 9665 रन अपने नाम दर्ज किए हैं। इसमे उनका सर्वोच्च स्कोर 262 रन का है।
बुरी आदतों के प्रभाव के कारण खो दिए अपनी प्रतिभा कांबली
विनोद कांबली को एक समय भारतीय क्रिकेट का भविष्य माना जाता था लेकिन उनके कुछ बुरी आदतों के कारण उन्हें क्रिकेट छोड़ना पड़ा। जिस तरह से उनके बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट के प्रति अनुशासन को कायम रखा, विनोद ऐसा नही कर पाए। यही कारण रहा कि उनका करियर परवाने चढ़ने से पहले खत्म हो गया।
सचिन और विनोद की जोड़ी तब खूब सुर्खियों में आई थी जब उन्होंने साल 1988 में इंटर स्कूल हैरिस शील्ड टूर्नामेंट में रिकॉर्ड 664 रनों की पार्टनरशिप की थी। वहीं से इन दोनों महान खिलाड़ियों के बीच दोस्ती गहरी हुई थी।
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