Cricket: क्रिकेट जगत में कई बार यह चर्चा भी होती है कि महेंद्र सिंह धोनी और एडम गिलक्रिस्ट में से बेहतर विकेटकीपर कौन है। लेकिन अभी भी इस डिबेट का कभी कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाता है। इसका कारण इसलिए है क्यूंकि ये दोनों अपने-अपने समय के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर में गिने जाते थे। इसके अलावा इन दोनों के आंकड़ें काफी जबरदस्त हैं। तभी तो अब ऐसे में यह कह पाना काफी मुश्किल है कि धोनी और गिलक्रिस्ट में से कौन सबसे अच्छा विकेटकीपर है। इस बीच कैचिंग के मामले में जहां ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज गिलक्रिस्ट आगे हैं। जबकि स्टंपिंग में भारतीय टीम के पूर्व कप्तान उनसे कहीं आगे हैं।
धोनी के विकेटकीपिंग में आंकड़े :-
भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने 23 दिसंबर, 2004 को इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना डेब्यू किया था। तब से लेकर उन्होंने अपने सन्यास तक भारत के लिए 90 टेस्ट, 350 वनडे व 98 टी20 मुकाबले खेले थे।

इस बीच टेस्ट में उन्होंने 256 कैच व 38 स्टंपिंग की थी। जबकि वनडे में उन्होंने 321 कैच व 123 स्टंपिंग की थी। इसके अलावा सबसे छोटे फॉर्मैट टी20 क्रिकेट में उन्होंने 57 कैच व 34 स्टंपिंग की थी। इस बीच इन तीनों ही फॉर्मेट को मिलाकर धोनी के नाम 634 कैच व 195 स्टंपिंग हैं।
गिलक्रिस्ट के विकेटकीपिंग में आंकड़े :-
अपने समय में दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बैटर एडम गिलक्रिस्ट ने 25 अक्टूबर, 1996 में अपना डेब्यू किया था। इस दिग्गज ने अपने देश के लिए 96 टेस्ट, 287 वनडे व 13 टी20 मुकाबले खेले थे।

इस बीच टेस्ट में उन्होंने 379 कैच लेने के अलावा 37 स्टंपिंग भी की थी। जबकि वनडे में उनके नाम पर 417 कैच व 55 स्टंपिंग दर्ज है। इसके अलावा टी20 में गिलक्रिस्ट ने 17 कैच लिए थे। वहीं अब इन तीनों फॉर्मेट को मिलाकर इस ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने 813 कैच लेने के साथ 92 स्टंपिंग भी की थी।
दोनों में से कौन है सबसे बेहतर विकेटकीपर :-
इस बीच भारत के पूर्व दिग्गज एमएस धोनी और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज एडम गिलक्रिस्ट में से कौन बेहतर विकेटकीपर है, यह सब दावे के साथ कहना काफी मुश्किल है। क्यूंकि इस दौरान कैचिंग में गिलक्रिस्ट, धोनी से बहुत आगे हैं। इसका कारण है ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी तेज पिचों पर ज्यादातर खेलते थे। जहां पर तेज गेंदबाजों को अधिक स्विंग व सीम मूवमेंट मिलती है।

जिसके चलते हुए गेंद बल्लेबाजों के बल्ले का किनारा लेकर काफी ज्यादा बार विकेटकीपर के पास जाती है। इसके अलावा धोनी के नाम पर अधिक स्टंपिंग दर्ज है। ऐसा इसलिए है क्यूंकि धोनी एशियाई कंडिशंस में अधिक खेले हैं। वहीं यहां की पिचों पर काफी टर्न मिलती है। जो सभी स्पिनर्स को काफी मदद पहुंचाती है। इन पिचों पर बल्लेबाज हमेशा गच्चा खाकर अक्सर विकेट के पीछ स्टंप हो जाया करते हैं।
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