Grigor Dimitrov injured and retires vs Jannik Sinner in Wimbledon 2025: विंबलडन 2025 में टेनिस प्रेमियों के लिए एक भावुक पल तब आया, जब बुल्गारिया के अनुभवी खिलाड़ी ग्रिगोर दिमित्रोव को चोट की वजह से मैच छोड़ना पड़ा। वे सोमवार को चौथे राउंड में यानिक सिनर के खिलाफ शानदार लय में नजर आ रहे थे और दो सेट की बढ़त भी बना चुके थे, लेकिन तीसरे सेट में एक दर्दनाक मोड़ ने मुकाबले को अधूरा छोड़ दिया।
शानदार शुरुआत के बावजूद टूटा सपना
दिमित्रोव ने मुकाबले की शुरुआत बेहतरीन अंदाज़ में की थी। उन्होंने पहला सेट 6-3 और दूसरा 7-5 से जीतकर वर्ल्ड नंबर 1 यानिक सिनर पर दबाव बना दिया था। तीसरे सेट में स्कोर 2-2 था, जब दिमित्रोव ने एक सर्विस गेम में ऐस लगाकर स्कोर बराबर किया, लेकिन तुरंत बाद वे ज़मीन पर गिर पड़े और दाहिनी छाती पकड़कर दर्द में तड़पने लगे।
सिनर की भावुक प्रतिक्रिया
जैसे ही दिमित्रोव ज़मीन पर गिरे, सिनर तुरंत जाल के पार से दौड़ते हुए उनकी मदद को पहुंचे। इसके बाद दिमित्रोव कोर्ट से बाहर गए, लेकिन कुछ ही मिनटों में लौटे और आंसुओं के साथ मुकाबला छोड़ने का फैसला किया। इस दौरान पूरा सेंटर कोर्ट भावुक हो गया।
मैच के बाद सिनर ने कहा, “मैं इसे जीत नहीं मानता। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण पल था। दिमित्रोव शानदार खिलाड़ी हैं और उन्होंने पिछले कुछ सालों में बहुत संघर्ष किया है।”
दिमित्रोव का लगातार पाँचवां ग्रैंड स्लैम रिटायरमेंट
यह चौथी बार है जब दिमित्रोव किसी ग्रैंड स्लैम में चोट की वजह से रिटायर हुए हैं। पिछले 12 महीनों में उनका यह पाँचवाँ ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट है जिसमें उन्हें चोट के कारण मुकाबला अधूरा छोड़ना पड़ा है।
पिछले साल भी विंबलडन में वे डेनिल मेदवेदेव के खिलाफ मैच में फिसल गए थे और घुटने की चोट से परेशान हुए थे। इसके बाद यूएस ओपन, ऑस्ट्रेलियन ओपन और फ्रेंच ओपन, सभी में उन्हें चोटों से जूझना पड़ा।
दिमित्रोव की मेहनत और जुनून का हुआ सम्मान
दिमित्रोव भले ही मुकाबला हार गए हों, लेकिन उनकी मेहनत, जुनून और जुझारूपन को हर किसी ने सराहा। सिनर ने भी माना कि “वह टूर के सबसे मेहनती खिलाड़ियों में से एक हैं, और उनका इस तरह बाहर होना बहुत दुखद है।”
दिमित्रोव ने पहले दो सेट में जिस तरह से खेल दिखाया, उसने दर्शकों को उनकी काबिलियत का फिर से एहसास दिलाया।
सिनर की जीत, लेकिन जश्न अधूरा
दूसरी तरफ, यानिक सिनर लगातार चौथे साल विंबलडन क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए हैं। हालांकि इस जीत का जश्न वह नहीं मना सके, क्योंकि यह एक चोटग्रस्त खिलाड़ी के रिटायर होने के बाद आई।
अब सिनर का अगला मुकाबला अमेरिका के बेन शेल्टन से होगा, जिनके खिलाफ उनका रिकॉर्ड 5-1 का है। शेल्टन ने अपने चौथे राउंड मैच में लोरेन्ज़ो सोनेगो को 3-6, 6-1, 7-6(1), 7-5 से हराकर पहली बार विंबलडन के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है।
क्या फिर उभर पाएंगे दिमित्रोव?
2017 के निट्टो एटीपी फाइनल्स चैंपियन ग्रिगोर दिमित्रोव के लिए ये साल बेहद चुनौतीपूर्ण रहा है। वे विंबलडन में जबरदस्त लय में थे और एक बार फिर टॉप प्लेयर्स को चुनौती दे रहे थे।
अगर वे यह मैच जीतते तो यह उनका दूसरा मौका होता जब वे किसी वर्ल्ड नंबर 1 को हराते, लेकिन चोटों ने एक बार फिर उनके सपने को तोड़ दिया। उन्हें पहला मौका 2013 में नोवाक जोकोविच के खिलाफ मिला था। अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या 33 वर्षीय यह खिलाड़ी एक और बार पूरी तरह फिट होकर वापसी कर पाएंगे।
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