Commonwealth Games 2026: राष्ट्रमंडल खेल 2026 में कुश्ती को मिलेगी जगह, डब्ल्यूएफआई ने किया आग्रह
Commonwealth Games 2026: कुश्ती पिछले तीन खेलों में से राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा रही है। पिछली बार कुश्ती को 2006 में इन खेलों में जगह नहीं मिली थी। क्यूंकि इसकी जगह पर बास्केटबॉल के खेल ने ले ली थी। वहीं इससे पहले साल 1998 में 10 पिन बॉलिंग खेल को शामिल करने के लिए कुश्ती को राष्ट्रमंडल खेलों की सूची से हटा दिया गया था।
Commonwealth Games 2026: कुश्ती पिछले तीन खेलों में से राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games 2026) का हिस्सा रही है। पिछली बार कुश्ती को 2006 में इन खेलों में जगह नहीं मिली थी। क्यूंकि इसकी जगह पर बास्केटबॉल के खेल ने ले ली थी। वहीं इससे पहले साल 1998 में 10 पिन बॉलिंग खेल को शामिल करने के लिए कुश्ती को राष्ट्रमंडल खेलों की सूची से हटा दिया गया था।
इस बार भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने राष्ट्रमंडल खेल (Commonwealth Games 2026) महासंघ से यह आग्रह किया है कि कुश्ती के खेल को 2026 राष्ट्रमंडल खेलों में बरकरार रखा जाए। पहले इन राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन ऑस्ट्रेलियाई राज्य विक्टोरिया में होना था। लेकिन अब यह खेल स्कॉटलैंड में हो सकते है। तभी तो अब डब्ल्यूएफआई को इस बात की संभावना कम लगती है कि स्कॉटलैंड इस खेल के लिए राजी होगा।
भारत राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games 2026) में कुश्ती के खेल में सबसे सफल देशों में से एक रहा है। भारत ने इस कुश्ती के खेल में साल 2022 तक कुल 114 पदक जीते है। क्यूंकि कुश्ती पिछले तीन खेलों में राष्ट्रमंडल खेलों का हिस्सा रही है। वहीं इससे पहले कुश्ती को साल 2006 में इन खेलों में जगह नहीं मिली थी। उस समय इन खेलों में कुश्ती के खेल की जगह पर बास्केटबॉल को शामिल कर लिया गया था।
इसके अलावा साल 1998 में 10 पिन बॉलिंग खेल को शामिल करने के लिए कुश्ती के खेल को राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games 2026) की सूची से हटा दिया गया था। वहीं अब स्कॉटलैंड की राजधानी ग्लास्गो का 2026 राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करना लगभग तय है क्योंकि विक्टोरिया इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता के आयोजन की भारी लागत का हवाला देते हुए मेजबानी से पीछे हट गया था।
Commonwealth Games 2026 संजय सिंह ने की सीजीएफ अध्यक्ष से मुलाकात :-
भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा है कि, ” मैंने राष्ट्रीय खेल महासंघ की राष्ट्रमंडल खेल (Commonwealth Games 2026) महासंघ के साथ बैठक के दौरान सीजीएफ अध्यक्ष क्रिस जेनकिंस और सीजीएफ सीईओ केटी सेडलियर से मुलाकात की। इस बातचीत के दौरान हमने उनसे कहा है कि भारत और कुछ अन्य देशों के लिए कुश्ती का राष्ट्रमंडल खेलों में शामिल होना कितना महत्वपूर्ण है।
वहीं अब राष्ट्रमंडल खेल (Commonwealth Games 2026) महासंघ के अध्यक्ष क्रिस जेनकिंस ने कहा है कि इसके लिए अंतिम फैसला स्कॉटलैंड करेगा। हम आपको बता देना चाहते है कि कुश्ती ब्रिटेन में काफी लोकप्रिय नहीं है। क्यूंकि इंग्लैंड और स्कॉटलैंड अपने काफी पहलवानों को खेलों में नहीं भेजते है। तभी तो इस खेल को बरकरार रखे जाने की संभावना काफी अधिक नहीं है। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के अध्यक्ष क्रिस जेनकिंस ने हमें बताया है कि कार्यक्रम में सिर्फ 10 से 11 खेल होंगे और अंतिम फैसला स्कॉटलैंड करेगा।
Commonwealth Games 2026 इस बार खेलों में की जा सकती है कटौती :-
पिछली बार बर्मिंघम में 2022 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के कार्यक्रम में 20 खेलों को जगह मिली थी। तब भारत ने इन खेलों में कुल 61 पदक जीते थे। इन पदकों में से 12 पदक भारतीय पहलवानों ने जीते थे। जबकि भारत ने पिछली बार जो 22 स्वर्ण पदक जीते थे उनमें से कुश्ती में छह स्वर्ण आए थे।
जो किसी भी खेल में सबसे अधिक स्वर्ण पदक थे। इसके बाद भारत ने पिछली बार टेबल टेनिस में चार और मुक्केबाजी में तीन पदक जीते थे। तब बर्मिंघम खेलों से निशानेबाजी के खेल को बाहर रखा गया था। जबकि इस बार इन राष्ट्रमंडल खेलों में निशानेबाजी को वापस लाया जा रहा है।
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