BCCI Confirms No Changes in SOPs, Family Policy on Overseas Tours Remains: भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बनाए गए नए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर्स (SOPs) में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। इसमें विदेशी दौरों पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ रहने की नीति भी शामिल है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इसकी पुष्टि की है।
BCCI के सचिव देवजीत साइकिया ने बुधवार को क्रिकबज से बातचीत में कहा, “फिलहाल, मौजूदा नीति को बरकरार रखा जाएगा क्योंकि यह न केवल हमारे संस्थान बल्कि पूरे देश के लिए महत्वपूर्ण है।”
SOPs में क्या बदलाव किए गए थे?
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 के बाद, BCCI ने एक नया SOP पेश किया था, जिसमें विदेशी दौरों पर परिवार के साथ रहने की सीमा तय की गई थी। नई नीति के तहत, यदि कोई दौरा 45 दिनों से अधिक का होता है, तो खिलाड़ियों के पत्नी और 18 साल से कम उम्र के बच्चे केवल दो सप्ताह तक उनके साथ रह सकते हैं।
हाल ही में संपन्न चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान इस नीति का परीक्षण किया गया था, जिससे कुछ खिलाड़ियों ने असंतोष भी व्यक्त किया।
भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने एक कार्यक्रम के दौरान इस मुद्दे पर कहा था, “अगर किसी खिलाड़ी से पूछा जाए कि क्या वह हमेशा अपने परिवार को साथ रखना चाहेगा, तो जवाब हां ही होगा। कोई भी अकेले अपने कमरे में बैठना और उदास महसूस करना नहीं चाहता। खेल हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन हमें भी सामान्य जीवन जीने की जरूरत है।”
सभी पर समान रूप से लागू होगी नीति
BCCI सचिव देवजीत साइकिया ने स्पष्ट किया कि बोर्ड सभी खिलाड़ियों के विचारों का सम्मान करता है, लेकिन SOPs को सभी सदस्यों के लिए समान रूप से लागू किया गया है। उन्होंने कहा, “हम समझते हैं कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में हर किसी की राय अलग हो सकती है। लेकिन यह नीति केवल खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि कोच, मैनेजर, सहयोगी स्टाफ और पूरी टीम पर समान रूप से लागू होगी। यह सभी के सर्वोत्तम हित में बनाई गई है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यह नीति अचानक नहीं बनाई गई है, बल्कि यह पिछले कई दशकों से लागू है। उन्होंने कहा, “यह SOP कोई नई चीज़ नहीं है। यह हमारे अध्यक्ष रॉजर बिन्नी के खेल के दिनों से ही मौजूद रही है, और संभवतः उससे भी पहले से लागू है।”
भविष्य में बदलाव की संभावना?
BCCI सचिव ने यह भी संकेत दिया कि यदि जरूरत पड़ी तो इस नीति में कुछ रियायतें दी जा सकती हैं, लेकिन इसके लिए औपचारिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी।
उन्होंने कहा, “हमने खिलाड़ियों के लिए परिवार के साथ रहने की अवधि बढ़ा दी है। यदि किसी विशेष परिस्थिति में कोई रियायत की आवश्यकता होगी, तो इसे उचित प्रक्रिया के तहत ही मंजूरी दी जाएगी।”
BCCI ने साफ कर दिया है कि SOPs में किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी, और विदेशी दौरों पर परिवार के साथ रहने की सीमा बरकरार रहेगी। हालांकि, भविष्य में जरूरत पड़ने पर कुछ रियायतें दी जा सकती हैं, लेकिन इसके लिए एक औपचारिक प्रक्रिया का पालन किया जाएगा। अब देखना होगा कि खिलाड़ी इस नीति के साथ कैसे तालमेल बिठाते हैं और इसका उनके प्रदर्शन पर क्या असर पड़ता है।
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