Can Rahul Dravid Lead Rajasthan Royals to IPL Glory After 16 Years in IPL 2025: राजस्थान रॉयल्स ने 2008 में पहली बार आईपीएल ट्रॉफी जीती थी, लेकिन इसके बाद से टीम को एक और खिताब जीतने का इंतजार है। इस बार राजस्थान ने कोच के रूप में राहुल द्रविड़ को वापस लाया है, जिनका लक्ष्य साफ है—टीम को चैंपियन बनाना। द्रविड़ ने हाल ही में भारतीय टीम के कोच के रूप में आईसीसी ट्रॉफी जीतने में अहम भूमिका निभाई थी, और अब राजस्थान रॉयल्स को उनसे वैसी ही सफलता की उम्मीद होगी। उनके साथ बल्लेबाजी कोच के रूप में विक्रम राठौर भी मौजूद हैं, जो टीम के बल्लेबाजी क्रम को मजबूत करने में मदद करेंगे।
टीम ने इस सीजन अपने छह रिटेंशन स्लॉट का पूरा उपयोग किया, लेकिन इसके बावजूद स्क्वॉड में कई बदलाव देखने को मिले हैं। जोस बटलर, युजवेंद्र चहल, रविचंद्रन अश्विन और ट्रेंट बोल्ट जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को रिलीज कर दिया गया है। हालांकि, टीम ने इन दिग्गजों के विकल्प के रूप में युवा लेकिन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को जोड़ा है और भारतीय तेज गेंदबाजों पर खासा ध्यान दिया है। जोफ्रा आर्चर की वापसी भी टीम के लिए एक बड़ा प्लस पॉइंट हो सकता है।
राजस्थान रॉयल्स के सामने सबसे बड़ी चुनौती
गेंदबाजी विभाग में भले ही टीम ने कई अच्छे विकल्प खोज लिए हों, लेकिन बल्लेबाजी अब भी राजस्थान के लिए चिंता का विषय बनी हुई है। खासकर, डेथ ओवर्स में बड़े शॉट खेलने वाले बल्लेबाजों की कमी टीम के लिए चुनौती साबित हो सकती है। टीम के पास ज्यादा बैकअप भी नहीं हैं, जिससे प्लेइंग इलेवन में फ्लेक्सिबिलिटी कम हो सकती है। युवा बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी के पास इस सीजन बड़ा मौका होगा, लेकिन 13 साल की उम्र में इतनी बड़ी जिम्मेदारी संभालना आसान नहीं होगा।
राजस्थान रॉयल्स की पूरी टीम
यशस्वी जायसवाल, संजू सैमसन (कप्तान/विकेटकीपर), नीतिश राणा, रियान पराग, शिमरोन हेटमायर, ध्रुव जुरेल, शुभम दुबे, वैभव सूर्यवंशी, कुनाल सिंह राठौर, वानिंदु हसरंगा, जोफ्रा आर्चर, तुषार देशपांडे, आकाश मधवाल, संदीप शर्मा, फजलहक फारूकी, महीश थीक्षाना, अशोक शर्मा, कुमार कार्तिकेय, क्वेना मफाका, युधवीर सिंह।
राजस्थान रॉयल्स की संभावित प्लेइंग इलेवन
यशस्वी जायसवाल, संजू सैमसन (कप्तान/विकेटकीपर), नितीश राणा, रियान पराग, शिमरोन हेटमायर, ध्रुव जुरेल, शुभम दुबे, वानिंदु हसरंगा, जोफ्रा आर्चर, तुषार देशपांडे, आकाश मधवाल/संदीप शर्मा, फजलहक फारूकी/महीश थीक्षाना।
चोट और उपलब्धता को लेकर चिंता
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन को इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के दौरान उंगली में चोट लगी थी, जिसके बाद उनकी सर्जरी हुई। वह बल्लेबाजी के लिए फिट हो चुके हैं, लेकिन अब भी उन्हें नेशनल क्रिकेट एकेडमी (NCA) से फाइनल फिटनेस क्लीयरेंस का इंतजार है।
तेज गेंदबाज तुषार देशपांडे पिछले साल टखने की सर्जरी के कारण पूरे घरेलू सीजन से बाहर रहे हैं। वह सितंबर 2024 के बाद से कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेले हैं, इसलिए उनका फॉर्म और फिटनेस भी राजस्थान के लिए चिंता का विषय हो सकता है।
नीतिश राणा को खुद को साबित करने की जरूरत
नीतिश राणा को इस सीजन अपने प्रदर्शन से खुद को साबित करना होगा। पिछले कुछ सालों में उन्होंने आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन भारतीय टीम में उनकी जगह अब भी पक्की नहीं हो पाई है। पिछले सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले और वह केवल दो मैच खेल सके। इसके बाद घरेलू क्रिकेट में भी उनका प्रदर्शन औसत रहा। राजस्थान रॉयल्स के साथ उन्हें एक नई शुरुआत करने का मौका मिलेगा और अगर वह इस बार बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं, तो राष्ट्रीय टीम में वापसी का रास्ता खुल सकता है।
ध्रुव जुरेल का हो सकता है ब्रेकआउट सीजन
ध्रुव जुरेल राजस्थान के सबसे रोमांचक युवा खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने अपनी प्रतिभा को कई बार साबित किया है, लेकिन अब उन्हें लगातार प्रदर्शन करने की जरूरत है। टी20 फॉर्मेट में उनकी संख्या उतनी प्रभावी नहीं रही है, लेकिन टीम प्रबंधन ने उन पर भरोसा दिखाते हुए उन्हें 14 करोड़ रुपये में रिटेन किया है। अगर वह इस सीजन में अपनी क्षमता के अनुरूप खेलते हैं, तो यह उनके करियर के लिए एक बड़ा टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है।
राजस्थान रॉयल्स के मैच और शेड्यूल
राजस्थान रॉयल्स का शेड्यूल इस बार काफी व्यस्त रहेगा और उन्हें बार-बार यात्रा करनी होगी। टीम को पूरे सीजन में किसी भी स्थान पर अधिकतम दो मैच खेलने का मौका मिलेगा, पहली बार गुवाहाटी में और फिर जयपुर में। उनके आठवें मैच के बाद उन्हें 19 से 24 अप्रैल तक सबसे लंबा ब्रेक मिलेगा, जो खिलाड़ियों को तरोताजा होने का मौका देगा।
जयपुर के होम ग्राउंड पर एक खास आंकड़ा
राजस्थान रॉयल्स के घरेलू मैदान सवाई मानसिंह स्टेडियम में टॉस ज्यादा मायने नहीं रखता। पिछले 10 मैचों में पहले और बाद में बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने बराबर मैच जीते हैं। हालांकि, यह मैदान तेज गेंदबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण रहा है। पिछले दो आईपीएल सीजन में जयपुर का औसत और स्ट्राइक रेट तेज गेंदबाजों के लिए सबसे खराब रहा है, जिससे स्पिनरों की भूमिका अहम रहने की संभावना है।
क्या इस बार राजस्थान रॉयल्स बनेगी चैंपियन?
राजस्थान रॉयल्स के पास इस बार एक मजबूत टीम है और राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में वे एक बार फिर खिताब जीतने की कोशिश करेंगे। गेंदबाजी उनकी सबसे बड़ी ताकत नजर आ रही है, लेकिन बल्लेबाजी में कुछ समस्याएं अब भी बनी हुई हैं। अगर टीम अपने बल्लेबाजी क्रम को सही तरीके से संयोजित कर पाई और डेथ ओवर्स में फिनिशिंग की समस्या को हल कर पाई, तो राजस्थान रॉयल्स इस बार एक मजबूत दावेदार बन सकती है।
स्पोर्ट्स से जुड़ी ताजा खबरों के लिए Sports Digest Hindi के साथ जुड़े रहें और हमें यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर (X) पर भी फॉलो करें।