Hockey: प्रो लीग के यूरोपीय चरण में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने ली है। क्यूंकि भारतीय टीम भुवनेश्वर में प्रो लीग के आठ घरेलू मैचों के बाद 15 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रही थी। इसके बाद यूरोपीय दौरे पर वह सिर्फ तीन अंक ही जोड़ पाई थी। इसके चलते हुए भारतीय टीम नौ टीमों की लीग में आठवें स्थान पर रही थी।
टीम के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी कोच फुल्टन ने ली :-
प्रो लीग के यूरोपीय चरण में भारत के निराशाजनक प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने ले ली है। इसी के साथ ही अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए इस प्रतियोगिता के माध्यम से क्वालीफाई करने की भारत की उम्मीदें खत्म हो गईं हैं। इसके बाद अब कोच फुल्टन ने चीजों को सुधारने के साथ एशिया कप में बेहतरीन प्रदर्शन कर विश्व कप में जगह बनाने का वादा किया है।

इस बार भारतीय हॉकी टीम भुवनेश्वर में प्रो लीग के आठ घरेलू मैचों के बाद 15 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर थी। लेकिन यूरोपीय दौरे पर वह सिर्फ तीन अंक ही जोड़ पाई थी। इसके चलते हुए भारतीय टीम नौ टीमों की लीग में आठवें स्थान पर रही थी। इसके बाद भारतीय के कोच फुल्टन ने कहा, “मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं। मैंने टीम को शायद उस तरह से तैयार नहीं किया जैसा उसे करना चाहिए था। इसलिए हम इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते। इसके बाद अब हमें हिम्मत दिखानी होगी और जवाबदेह बनना होगा। मैं इसे ठीक करना चाहता हूं। हमारे खिलाड़ी भी जानते हैं कि वे इसमें सुधार कर सकते हैं।”

इसके अलावा भारत को विश्व कप में स्वत: क्वालीफाई करने के लिए प्रो लीग की तालिका में शीर्ष पर पहुंचना था। लेकिन भारतीय टीम को इसमें लगातार सात मैचों में हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा यह भारतीय पुरुष टीम के लिए किसी भी प्रतियोगिता में अब तक की सबसे लंबी हार का रिकॉर्ड है। इसके बाद उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए काफी निराशाजनक समय था क्योंकि हम उनमें से कुछ मैच जीतने की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इसके बाद हमने खेल से अभी ब्रेक लिया है और हमें पता है कि किन क्षेत्रों में सुधार करना है।

हमें दबाव झेलने के तरीके और अपने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलने के साथ विरोधी टीम के पेनल्टी कॉर्नर के खिलाफ बचाव को मजबूत करना है। क्यूंकि इससे बड़ा अंतर आता है।” वहीं भारतीय टीम को एशिया कप से पहले अपने खेल में सुधार करना होगा। इस बार एशिया कप का आयोजन राजगीर में 27 अगस्त से सात सितंबर तक होने वाला है। वहीं इसका खिताब जीतने वाली टीम 2026 पुरुष विश्व कप का टिकट पक्का कर लेगी।

इसके अलावा विश्व कप का आयोजन 14 से 30 अगस्त तक नीदरलैंड और बेल्जियम में होने वाला है। इसके बाद फुल्टन ने कहा कि, “शत प्रतिशत, यह हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। हम 14 जुलाई को शिविर शुरू कर रहे हैं और फिर हम अगस्त-सितंबर में टूर्नामेंट होने तक अभ्यास करते रहेंगे। क्यूंकि हम एशिया में नंबर एक बने रहना चाहते हैं। हमें अन्य टीमों का सम्मान करना होगा। लेकिन हम जानते हैं कि हमें प्रो लीग से सुधार करने और अपनी जीत की राह पर वापस आने पर काम करना है। यह हमारे लिए एक रोमांचक दौर है।”
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