Paris Olympic 2024: एक ऐसा एथलीट जो HIV संक्रमित होने के बाद भी जीता था 4 गोल्ड मेडल, महज 16 साल की उम्र में किया था ओलंपिक डेब्यू
ओलंपिक खेलों में का विवादों से पुराना नाता रहा है, ओलंपिक के इतिहास में एक बार ऐसी घटना हुई थी। जिसे कभी भी भुलाया नही जा सकता है।
Paris Olympic 2024: An Athlete Who Won 4 Gold Medals Even After Being Infected With HIV, Made His Olympic Debut at the Age of just 16
पेरिस ओलंपिक 2024 में लिंग विवाद और विनेश फोगाट का मामला खूब सुर्खियां बटोर रहा है। ओलंपिक खेलों में का विवादों से पुराना नाता रहा है, ओलंपिक के इतिहास में एक बार ऐसी घटना हुई थी। जिसे कभी भी भुलाया नही जा सकता है। उस ओलंपिक में एक HIV पॉजिटिव एथलीट ने 4 गोल्ड मेडल जीते थे। इसी बीच एक ऐसी घटना सामने आई थी जिसमे दूसरे एथलीट भी संक्रमित हो सकते थे।
पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की स्पर्धा में पुरुष खिलाड़ी को एंट्री देने और भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट को अयोग्य ठहराए जाने का विवाद अभी थमा नही था कि एक और विवाद सामने आ रहा है। दरअसल, ओलंपिक में एक ऐसे खिलाड़ी ने हिस्सा लिया, जो HIV पॉजिटिव होने के बाद भी 4 गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। इस एथलीट की एक छोटी सी गलती से कई अन्य एथलीट इस संक्रमण के शिकार हो सकते थे लेकिन अच्छा यह रहा कि सभी बाल-बाल बच गए।
इस ओलंपिक में हुई थी ये घटना
यह घटना वर्ष 1984 और 1988 के ओलंपिक की है जब अमेरिकी एथलीट ग्रेग लूगानिस ने ओलंपिक में हिस्सा लिया था और वह HIV पॉजिटिव होने के बावजूद ओलंपिक में खेलने के लिए पहुँच गए थे। उन्होंने न सिर्फ ओलंपिक में भाग लिया बल्कि 4 गोल्ड मेडल भी पाने नाम किया।
ग्रेग की गिनती दुनिया के महान डाइवर्स में होती है। ग्रेग HIV से संक्रमित थे यह बात उन्होंने किसी से नहीं बताई थी। डाइविंग को अलविदा कहने के बाद उन्होंने अपने HIV पॉजिटिव होने की बात सार्वजानिक तौर पर स्वीकार की थी। जिसके लिए बाद में उन्हें आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था।
4️⃣ 0️⃣ years ago today, Greg Louganis won his first Olympic gold medal. 🥇 #LA1984 #Olympics @greglouganis | @TeamUSA | @WorldAquatics pic.twitter.com/DPstMG2qSj
— The Olympic Games (@Olympics) August 8, 2024
इस तरह से बचे अन्य एथलीट
ग्रेग लूगानिस (Greg Louganis) 1988 के ओलंपिक में हिस्सा ले रहे थे। इस ओलंपिक में वह HIV पॉजिटिव थे जिसके बारें में उनको 6 महीने पहले से ही जानकारी थी लेकिन यह बात उन्होंने छिपा रखी थी।
इस ओलंपिक में डाइविंग करते समय ग्रेग का सिर डाइविंग प्लेटफार्म से टकरा गया था। इस हादसे से स्विमिंग पुल में उतरे अन्य एथलीट के बीच HIV इन्फेक्सन फ़ैलाने का खतरा था। लेकिन किस्मत अच्छी थी कि ऐसा कुछ अन्य किसी एथलीट के साथ नही हुआ।
16 की उम्र और ओलंपिक में डेब्यू
ग्रेग लूगानिस (Greg Louganis) ने महज 10 की उम्र से ही डाइविंग करना शुरू कर दिया था। उन्होंने 16 साल की छोटी सी आयु में वर्ष 1976 के हुए ओलंपिक में अपना डेब्यू किया था। अपने पहले ही ओलंपिक में ग्रेग ने 10 मीटर प्लेटफार्म डाइविंग इवेंट में गोल्ड मेडल जीत लिया था।
HIV संक्रमित होने के बावजूद जीता 2 गोल्ड मेडल
वर्ष 1988 के सियोल ओलंपिक में ग्रेग लूगानिस (Greg Louganis) ने डाइविंग की स्पर्धा में अमेरिका का प्रतिनिधित्व किया था। इस ओलंपिक में ग्रेग HIV पॉजिटिव थे, लेकिन उन्होंने ओलंपिक से अपना नाम वापस नही लिया था। उन्होंने इस इवेंट में 3 मीटर स्प्रिंगबोर्ड और 10 मीटर प्लेटफार्म इवेंट के अपने टाइटल को डिफेंड करते हुए 2 गोल्ड मेडल अपने नाम किया था।
आलोचनाओं का हुए थे शिकार
ग्रेग लूगानिस (Greg Louganis) ने अपने करियर से रिटायरमेंट लेने के बाद अपने HIV संक्रमित होने की बात सार्वजनिक तौर पर की थी। इसके बाद उन पर आरोप लगा कि उन्होंने अपने निजी महत्वकांक्षी के चलते दूसरे एथलीट की जान खतरे में डाली। इसके लिए ग्रेग को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इसके बाद ग्रेग को साल 2012 और 2016 के ओलंपिक में अमेरिकी टीम का मेंटोर बनाया गया था। इस दौरान उन पर ‘गे’ होने का भी इल्जाम लगाया गया था।
कोचिंग करियर समाप्त होने के बाद ग्रे लूगानिस समलैंगिक अधिकार और HIV के खिलाफ जागरूकता फैलाने के अभियान में हिस्सा लेते हैं। इसके अलावा उन्होंने “टच मी और एनकरेज” जैसी फिल्मो में भी काम किया।