Avani Lekhara: अवनी लेखरा (Avani Lekhara) भारत की एक पैरा निशानेबाज है। उनका 12 साल की उम्र में भयानक एक्सीडेंट हो गया था। इसके बावजूद भी उन्होंने अपनी दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है। इस बार भारत की पैरा निशानेबाज खिलाड़ी ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही इतिहास रच दिया था।

अवनि लेखरा (Avani Lekhara) एक भारतीय पैरालंपिक निशानेबाज खिलाड़ी है। इससे पहले उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भी स्वर्ण पदक जीता था। तब वह ऐसा करते हुए इन खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज भी बनी थी। इस बार भी भारत की इस पैरा निशानेबाज खिलाड़ी अवनि ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में भी स्वर्ण पदक को जीता है।

अब वह इन खेलों में दो सवर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी भी बन गई है। इस उपलब्धि को हासिल करते हुए उन्होंने अब इतिहास ही रच दिया था। इसके अलावा अवनि को राष्ट्रपति द्वारा पद्मश्री से भी सम्मानित किया जा चुका है।
आप सभी को तो पता ही होगा कि पेरिस ओलंपिक खत्म होने के बाद उसी जगह पर ही इन पैरालंपिक खेलों को कराया जाता है। अगर आप भी इस भारतीय पैरा निशानेबाज अवनि लेखरा (Avani Lekhara) के बारे में और अधिक जानकारी लेना चाहते हैं तो आज के इस आर्टिकल में हम आपको उनके जीवन परिचय की जानकारी देने वाले है।
Avani Lekhara का जीवन परिचय :-

भारतीय पैरालंपिक निशानेबाज खिलाड़ी अवनि लेखरा का जन्म 8 नवंबर 2001 को जयपुर, राजस्थान में हुआ था। अवनि के पिता का नाम प्रवीण लहरा और माता का नाम श्वेता लहरा है। ये दोनों ही आयकर अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। उनको प्रेरणा भी अपने माता – पिता से ही मिली थी।
Avani Lekhara कौन है :-

अवनि लेखरा भारत की एक प्रसिद्ध पैरालंपिक निशानेबाज खिलाड़ी है। केवल 12 साल की उम्र में ही एक दुर्घटना में वह परप्लेजिया की शिकार हो गई थी। इस दुर्घटना में उनकी रीड की हड्डी में चोट लगने से वह खड़े होने और चलने में असमर्थ थी। इसके बाद इस परिस्थिति से उभरने के लिए उनके माता – पिता ने कई प्रयास किए थे। तब जाकर उनके अंदर आत्मविश्वास जागा था। फिर इसके बाद अवनी, अभिनव बिंद्रा की बायोग्राफी से काफी ज्यादा प्रभावित हुई थी। इसके बाद फिर उन्होंने भी अभिनव की तरह ही निशानेबाजी करने का निर्णय लिया था।
Avani Lekhara का करियर :-

अवनि लेखरा ने शूटिंग के क्षेत्र में अपने करियर की शुरुआत 2015 में की थी। तब उन्होंने स्थानीय शूटिंग क्लब के माध्यम से इस निशानेबाजी के खेल को खेलना शुरू किया था। इसके बाद फिर उन्होंने इस खेल को अपने करियर के तौर पर ही चुन लिया था। अपने शुरुआती प्रशिक्षण के तौर पर उन्होंने अपने कोच के माध्यम से अपने खेल में निखार लाने के साथ – साथ फोकस और सटीकता पर भी ध्यान दिया था। इसके बाद फिर उन्होंने एक के बाद एक कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लिया। इसके बाद उन्होंने इन प्रतियोगिताओं में सफलता प्राप्त करते हुए उच्च कोटि की पकड़ बना ली।
Avani Lekhara टोक्यो 2020 पैरालंपिक की उपलब्धि :-
अवनि लेखरा ने टोक्यो 2020 पैरा ओलंपिक में 2021 में COVID-19 महामारी के दौरान महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग HF1 स्पर्धा में हिस्सा लिया और प्रतिस्पर्धा करते हुए 249.6 के बेहतरीन स्कोर के साथ स्वर्ण पदक प्राप्त किया था। तब यह पल उनके लिए ही नहीं अपितु भारत के लिए भी काफी अनमोल था। तब उनको इन पैरा ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतकर पहली महिला होने की ऐतिहासिक उपलब्धि प्राप्त हुई थी।

उनकी इस उपलब्धि ने उनको न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय लोकप्रियता का भी हिस्सा बना दिया था। उन्होंने इस स्वर्ण पदक को प्राप्त करके अपने इस प्रदर्शन में और निखार लाया था। तब इस स्वर्ण पदक को प्राप्त करते हुए एक नया पैरालंपिक रिकार्ड बनाया था। इस रिकार्ड को बनाने के बाद उनका दुनिया के शीर्ष पैरालंपिक खिलाड़ियों में नाम दर्ज हो गया था। तब से ही उनकी मानसिक स्थिति और भी अधिक मजबूत हुई है।
पेरिस 2024 पैरालंपिक में Avani Lekhara ने जीता स्वर्ण पदक :-
टोक्यो पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अवनि ने काफी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपने खेल को और सुधारा था। तभी तो भारत के इतिहास में दो स्वर्ण पदक प्राप्त करना उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण को भी दर्शाता है। तभी तो साल 2024 में पेरिस में हुए पैरालंपिक खेलों के दौरान महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 स्पर्धा में हिस्सा लेकर प्रतिस्पर्धा करती हुई स्वर्ण पदक प्राप्त किया है।

इसके बाद वह पैरालंपिक में निशानेबाजी के क्षेत्र की पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बन गई है जिन्होंने दो स्वर्ण पदक प्राप्त किए हैं। ऐसा करते हुए उन्होंने भारत का नाम भी गौरवान्वित किया है। तभी तो पेरिस 2024 पैरालंपिक में अवनी लेखरा के इस शानदार प्रदर्शन से कई एथलीट प्रेरित हुए हैं। अवनि लेखरा से उनको यह भी सीखने को मिला है कि कड़ी मेहनत और मजबूत संकल्प के साथ किसी भी उपलब्धि को हासिल किया जा सकता है।
Avani Lekhara नेट वर्थ :-
अवनि लेखरा की नेटवर्थ के बारे में अगर बात करें तो प्रतियोगिताएं, विज्ञापन और अन्य स्रोत अवनि लेखरा की कमाई का जरिया है। जानकारी के अनुसार अवनि लेखरा की कुल संपत्ति लगभग $1 मिलियन डॉलर है।
Avani Lekhara की उपलब्धियां :-
पैरालिंपिक खेल (2020) – R2 में स्वर्ण पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 और R8 में कांस्य पदक – महिलाओं की 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन SH1
एशियाई पैरा खेल (2022) – R2 में स्वर्ण पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1
विश्व कप नया दिल्ली (2024) – R2 में कांस्य पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 और R6 – मिश्रित टीम 50 मीटर राइफल प्रोन SH1 1
ओसिजेक विश्व कप (2023) – R2 में स्वर्ण पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 और R10 में रजत पदक – मिश्रित टीम 10 मीटर राइफल स्टैंडिंग SH1
चांगवोन विश्व कप (2023) – R2 में रजत पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1
पेरिस पैरालिंपिक (2024) – R2 में स्वर्ण पदक – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल में SH1
सरकारी सहायता :-
विदेशी प्रशिक्षण और प्रतियोगिताओं के लिए वित्तीय सहायता
खेल उपकरणों के लिए वित्तीय सहायता
TOPS के तहत जेब से भत्ता
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