Wimbledon: साल के तीसरे ग्रैंडस्लैम विंबलडन के महिला युगल के फाइनल में वेरोनिका कुदेरमेटोवा और एलिस मेर्टेंस की जोड़ी ने हसीह सु-वेई और येलेना ओस्टापेंको को हरा दिया है। इससे पहले साल 2021 के फाइनल में कुदेरमेटोवा और मेर्टेंस एक-दूसरे के खिलाफ खेली थीं। लेकिन इस साल विंबलडन में वो पहली बार एक साथ खेल रही थीं।
कुदेरमेटोवा-मेर्टेंस की जोड़ी ने जीता महिला युगल खिताब :-
साल के तीसरे ग्रैंडस्लैम विंबलडन के महिला युगल के फाइनल में वेरोनिका कुदेरमेटोवा और एलिस मेर्टेंस की जोड़ी ने हसीह सु-वेई और येलेना ओस्टापेंको को हरा दिया है। इस बार फाइनल में इन दोनों ने सु-वेई और येलेना ओस्टापेंको को 3-6, 6-2, 6-4 से हराकर खिताब जीता है।

इसके चलते हुए कुदेरमेटोवा पहली बार ग्रैंडस्लैम चैंपियन बनी हैं। जबकि मेर्टेंस का यह पांचवां ग्रैंडस्लैम और दूसरा विंबलडन युगल खिताब है। इससे पहले कुदेरमेटोवा और मेर्टेंस साल 2021 के फाइनल में एक-दूसरे के खिलाफ खेली थीं। लेकिन इस वर्ष ये दोनों खिलाड़ी विंबलडन में पहली बार एक साथ खेल रही थीं। वहीं इस बार यह महिला युगल जोड़ी तीसरे सेट में 2-4 से पीछे थी।

लेकिन इसके बाद मैच में शानदार वापसी करते हुए अंतिम चार गेम को जीतकर वह खिताब जीतने में सफल रहीं। इसके अलावा हसीह ने तीन अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ विम्बलडन युगल का खिताब चार बार जीता है। जबकि ओस्टापेंको ने साल 2017 का फ्रेंच ओपन एकल खिताब जीता था और पिछले साल ल्यूडमिला किचेनोक के साथ अमेरिकी ओपन जीतने के बाद वह अपना दूसरा बड़ा युगल खिताब जीतना चाहती थी।
विंबलडन जूनियर में इवानोव बने चैंपियन :-
इसके अलावा विंबलडन जूनियर फाइनल में बुल्गारिया के इवान इवानोव ने अमेरिका के रोनित कार्की को 6-2, 6-3 से हराकर अपना पहला ग्रैंडस्लैम खिताब जीता है। वहीं इवानोव साल 2008 में ग्रेगर दिमित्रोव के बाद यह खिताब जीतने वाले दूसरे बुल्गेरियाई खिलाड़ी बने हैं। इस मैच में उनको कार्की के खिलाफ एक भी ब्रेक प्वाइंट का सामना नहीं करना पड़ा और उन्होंने 22 विनर लगाए जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी ने छह विनर लगाए। क्यूंकि कार्की साल 2014 में नोआ रुबिन के बाद यह खिताब जीतने वाले पहले क्वालीफायर बनने की कोशिश कर रहे थे।
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