Male Tennis Players with Most Singles Titles in Wimbledon History: विंबलडन टेनिस जगत का सबसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट माना जाता है। हर टेनिस खिलाड़ी का सपना होता है कि वह ऑल इंग्लैंड क्लब की घास पर खड़े होकर यह खिताब जीते। यहां जीत हासिल करना सिर्फ एक ट्रॉफी जीतने जैसा नहीं, बल्कि टेनिस इतिहास में अमर हो जाने जैसा होता है।
इस आर्टिकल में हम उन महान पुरुष खिलाड़ियों की टॉप 10 की सूची बताने जा रहे हैं, जिन्होंने विंबलडन में सबसे ज्यादा बार पुरुष सिंगल्स (Gentlemen’s Singles) का खिताब जीता है।
ये हैं विंबलडन इतिहास में सबसे ज्यादा बार खिताब जीतने वाले टॉप 10 पुरुष टेनिस खिलाड़ी
10. राफेल नडाल – 2 खिताब (2008, 2010)
स्पेन के राफेल नडाल को आमतौर पर क्ले कोर्ट विशेषज्ञ माना जाता है, लेकिन उन्होंने विंबलडन की घास पर भी खुद को साबित किया। 2008 में रोजर फेडरर के खिलाफ उनका फाइनल मुकाबला आज भी इतिहास का सबसे बेहतरीन टेनिस मैच माना जाता है। 2010 में उन्होंने एक बार फिर चैंपियन बनकर साबित कर दिया कि वह हर सतह के खिलाड़ी हैं।
9. स्टेफन एडबर्ग – 2 खिताब (1988, 1990)
स्वीडन के स्टेफन एडबर्ग अपने समय के सबसे स्टाइलिश और बेहतरीन सर्व-एंड-वॉली खिलाड़ियों में से एक थे। उन्होंने 1980 के दशक के उत्तरार्ध में विंबलडन पर अपनी छाप छोड़ी। उनकी बोरिस बेकर के साथ प्रतिस्पर्धा उस दौर की सबसे चर्चित प्रतिद्वंद्विता रही।
8. जिम्मी कॉनर्स – 2 खिताब (1974, 1982)
अमेरिका के जिम्मी कॉनर्स ने 1970 और 1980 के दशक में टेनिस को नई दिशा दी। वह पहले ऐसे खिलाड़ी थे जिन्होंने तीनों प्रमुख सतहों घास, मिट्टी और हार्ड कोर्ट पर ग्रैंड स्लैम खिताब जीते। उनकी अटैकिंग बेसलाइन स्टाइल और लड़ाकू मानसिकता उन्हें भीड़ में सबसे अलग बनाती थी।
7. जॉन न्यूकॉम्ब – 2 खिताब (1970, 1971)
ऑस्ट्रेलिया के जॉन न्यूकॉम्ब 1970 के दशक की शुरुआत में टेनिस के चमकते सितारे थे। उनके पास जबरदस्त सर्विस और दबाव में शांत रहने की खासियत थी। वह ऑस्ट्रेलिया की उस पीढ़ी का हिस्सा थे जिसने लंबे समय तक पुरुष टेनिस पर राज किया।
6. रॉड लेवर – 2 खिताब (1968, 1969)
रॉड लेवर टेनिस इतिहास के सबसे बड़े नामों में से एक हैं। वह इकलौते पुरुष खिलाड़ी हैं जिन्होंने दो बार कैलेंडर ग्रैंड स्लैम (एक साल में सभी चार ग्रैंड स्लैम खिताब) जीते। उन्होंने ओपन एरा की शुरुआत के बाद 1968 और 1969 में लगातार विंबलडन जीता, जो उनकी क्षमता का सबूत है।
5. जॉन मैकेनरो – 3 खिताब (1981, 1983, 1984)
अमेरिका के जॉन मैकेनरो का खेल जितना शानदार था, उनका व्यवहार उतना ही आक्रामक था। लेकिन यह उनकी रणनीतिक समझ और अविश्वसनीय टच था, जिसने उन्हें तीन बार विंबलडन चैंपियन बनाया। उनका ब्योर्न बोर्ग के साथ मुकाबला 1980 के दशक की सबसे यादगार प्रतिद्वंद्विता रही।
4. बॉरिस बेकर – 3 खिताब (1985, 1986, 1989)
जर्मनी के बॉरिस बेकर ने 1985 में केवल 17 साल की उम्र में विंबलडन जीतकर इतिहास रच दिया। वह 1985 में सबसे युवा विजेता बने और इसके बाद दो और खिताब अपने नाम किए। उनकी ताबड़तोड़ सर्विस और हिम्मत भरे खेल ने उन्हें सेंटर कोर्ट का हीरो बना दिया।
3. पीट सैम्प्रास – 7 खिताब (1993, 1994, 1995, 1997, 1998, 1999, 2000)
1990 के दशक में पीट सैम्प्रास विंबलडन पर राज करते थे। उनका ताकतवर सर्विस और ठंडे दिमाग वाला खेल उन्हें इस ग्रास कोर्ट टूर्नामेंट के लिए परफेक्ट खिलाड़ी बनाता था। उन्होंने सात बार खिताब जीतकर एक समय तक रिकॉर्ड अपने नाम किया।
2. नोवाक जोकोविच – 7 खिताब (2011, 2014, 2015, 2018, 2019, 2021, 2022)
सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने हाल के सालों में विंबलडन में जबरदस्त दबदबा बनाया है। उन्होंने चार साल लगातार (2018 से 2022) खिताब जीतकर अपना वर्चस्व दिखाया। वह हर सतह पर खेलने में माहिर हैं और उनकी निरंतरता उन्हें एक महान खिलाड़ी बनाती है।
1. रोजर फेडरर – 8 खिताब (2003, 2004, 2005, 2006, 2007, 2009, 2012, 2017)
स्विट्ज़रलैंड के रोजर फेडरर विंबलडन के अब तक के सबसे सफल पुरुष खिलाड़ी हैं। उनके पास कुल 8 खिताब हैं और उन्होंने करीब दो दशक तक इस टूर्नामेंट में अपना जादू बिखेरा। उनकी स्टाइल, बैलेंस और फिनिशिंग की कला ने उन्हें ग्रास कोर्ट का बादशाह बना दिया।
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