PV Sindhu: भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू ने कहा है कि महिला एकल बैडमिंटन में आक्रामक रैलियों की जगह अब कोर्ट पर ताकत की परीक्षा होने लगी हैं। इसी के चलते हुए यह साल उनके लिए ठीक नहीं रहा है। क्यूंकि इस साल वह इसमें चार बार पहले दौर से ही बाहर हो चुकीं हैं। इसके अलावा तीन बार उनको दूसरे दौर में हार कर बाहर होना पड़ा है।
अपने खेल में बदलाब कर रहीं है सिंधु :-
भारत की स्टार महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू का कहना है कि महिला एकल बैडमिंटन में आक्रामक रैलियों की जगह अब कोर्ट पर ताकत की परीक्षा होने लगी हैं। इसी के चलते हुए अब वह इस चुनौतीपूर्ण दौर में बदलती लय के साथ तालमेल बिठाने के लिए अपने खेल में बदलाव कर रही हैं।

इसके अलावा दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधु के लिए यह साल भी अच्छा नहीं रहा है। क्यूंकि इस साल वह इसमें चार बार पहले दौर से ही बाहर हो चुके हैं। इसके अलावा तीन बार उनको दूसरे दौर में हार कर बाहर होना पड़ा है।

इसके अलावा इस साल सिंधू बस जनवरी में इंडिया ओपन में क्वार्टर फाइनल में जगह बना पाई थी। इस बीच अब उन्होंने कहा कि, “महिला एकल स्पर्धा पूरी तरह बदल गई है। शुरू में इसमें आक्रामकता और तेज रैलियां होती थीं। लेकिन अब लंबी रैलियों से लंबे मैच के कारण खेल रक्षात्मक हो गया है।”

इसके बाद उन्होंने कहा कि, “हम इस पर काम कर रहे हैं। विशेषकर हम रैलियों को जारी खने और शटल को कोर्ट में लंबे समय तक बनाए रखने में अधिक सयंमित हो गए हैं। इसके अलावा हमें खेल के बदलने के साथ हर बार बदलाव करने होते हैं। तभी तो अब मैं बतौर खिलाड़ी अपने खेल में बदलाव कर रही हूं। इसमें अभी समय लग सकता है। लेकिन हर बार ऐसा करना महत्वपूर्ण है।”
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